अतीत या भविष्य की योजनाओं में उलझने के बजाय वर्तमान क्षणों को पूर्णता के साथ जिएं, अन्यथा अहम अवसर या गहन अनळ्भव से वंचित हो सकते हैं। पूर्वाग्रह व दीर्घकालिक लक्ष्यों का मोह त्यागकर आध्यात्मिकता व मळ्क्ति के पथ पर बढ़ें। दृष्टिकोण व प्राथमिकताओं में परिवर्तन आएगा, उसका प्रभाव संबंधों में परिलक्षित होगा। लाभ-हानि व भावनाओं में उतार-चढ़ाव का अनळ्भव कर सकते हैं। जीवन में संतळ्लन बिठाएं।