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भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इस समय देश की दूसरी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। वर्तमान में राहुल गांधी इसके अध्यक्ष हैं। इससे पहले उनकी मां सोनिया गांधी पार्टी अध्यक्ष थीं। ब्रिटिश आईसीएस अधिकारी एओ ह्यूम ने दादा भाई नौरोजी और दिनशा वाचा के साथ इसकी स्थापना अंग्रेजी शासनकाल में 28 दिसंबर 1985 को की थी। 1947 में देश को आजादी दिलाने में कांग्रेस ने भूमिका निभाई और उसके नेतृत्व में सरकार बनी। तभी से लेकर 2016 के बीच हुए 16 लोकसभा चुनावों में छह बार उसे पूर्ण बहुमत मिला और चार बार उसने अन्य दलों के साथ सरकार बनाई। इस तरह कुल मिलाकर 49 वर्षों तक वह केंद्र की सत्ता में रही है। मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस के सात नेता प्रधानमंत्री बन चुके हैं। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू 1947 से 1964 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे। कांग्रेस से इंदिरा गांधी भी लगभग 15 सालों तक प्रधानमंत्री रहीं। इसी तरह 2004 से 2014 के बीच मनमोहन सिंह 10 सालों तक प्रधानमंत्री रहे। हालांकि 2014 के संसदीय चुनावों में आजादी के बाद कांग्रेस ने सबसे खराब प्रदर्शन किया और उसे महज 44 सीटों से संतोष करना पड़ा।

  • अरुण जेटली(भाजपा)

    प्रधानमंत्री की जाति कैसे प्रासंगिक है? उन्होंने कभी जाति की राजनीति नहीं की। उन्होंने केवल विकासात्मक राजनीति की है। वह राष्ट्रवाद से प्रेरित हैं। जो लोग जाति के नाम पर गरीबों को धोखा दे रहे हैं वे सफल नहीं होंगे। ऐसे लोग जाति की राजनीति के नाम पर केवल दौलत बटोरना चाहते हैं। बीएसपी या आरजेडी के प्रमुख परिवारों की तुलना में प्रधानमंत्री की संपत्ति 0.01 फीसद भी नहीं है।

  • दिग्विजय सिंह(कांग्रेस)

    मैं सदैव देशहित, राष्ट्रीय एकता और अखंडता की बात करने वालों के साथ रहा हूं। मैं धार्मिक उन्माद फैलाने वालों के हमेशा खिलाफ रहा हूं। मुझे गर्व है कि मुख्यमंत्री रहते हुए मुझ में सिमी और बजरंग दल दोनों को बैन करने की सिफारिश करने का साहस था। मेरे लिए देश सर्वोपरि है, ओछी राजनीति नहीं।

  • राहुल गांधी(कांग्रेस)

    हमारे किसान हमारी शक्ति और हमारा गौरव हैं। पिछले पांच साल में मोदी जी और भाजपा ने उन्हें बोझ की तरह समझा और व्यवहार किया। भारत का किसान अब जाग रहा है और वह न्याय चाहता है

  • नरेंद्र मोदी(भाजपा)

    आज भारत दुनिया में तेजी से अपनी जगह बना रहा है, लेकिन कांग्रेस, डीएमके और उनके महामिलावटी दोस्त इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए वे मुझसे नाराज हैं

  • राबड़ी देवी(राजद)

    जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लालू जी से मिलने उनके और तेजस्वी यादव के आवास पर पांच बार आए थे। नीतीश कुमार ने वापस आने की इच्छा जताई थी और साथ ही कहा था कि तेजस्वी को वो 2020 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं और इसके लिए 2019 के लोकसभा चुनाव में लालू उन्हें पीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर दें।

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