कर्नाटक में 10 किलो चावल से जीतेगी कांग्रेस? CM सिद्धारमैया बोले- हमने पांच गारंटियों को पूरा किया
देशभर में तीसरे चरण में विभिन्न राज्यों की 94 सीटों पर 7 मई को चुनाव हैं जिसके लिए आज शाम के बाद प्रचार थम जाएगा। इस बीच कर्नाटक के सीएम ने कांग्रेस की जीत को लेकर भरोसा जताया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने राज्य में दूसरे चरण के मतदान से पहले कांग्रेस पार्टी के 28 में से कम से कम 20 सीटें जीतने का भरोसा जताया है।
एएनआई, बेलगावी। देशभर में तीसरे चरण में विभिन्न राज्यों की 94 सीटों पर 7 मई को चुनाव हैं, जिसके लिए आज शाम के बाद प्रचार थम जाएगा। इस बीच कर्नाटक के सीएम ने कांग्रेस की जीत को लेकर भरोसा जताया है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने राज्य में दूसरे चरण के मतदान से पहले कांग्रेस पार्टी के 28 में से कम से कम 20 सीटें जीतने का भरोसा जताया है।
रविवार को बेलगावी में उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कर्नाटक के सीएम ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने उन सभी पांच गारंटियों को पूरा किया है, जिन्होंने उन्हें राज्य में सत्ता में पहुंचाया है।
7 मई को होंगे 14 सीटों पर चुनाव
देश में तीसरे चरण तो वहीं कर्नाटक में 7 मई को दूसरे चरण में 14 लोकसभा सीटों- चिक्कोडी, बेलगाम, बागलकोट, बीजापुर, गुलबर्गा, रायचूर, बीदर, कोप्पल, बेल्लारी, हावेरी, धारवाड़, उत्तर कन्नड़, दावणगेरे, शिमोगा पर मतदान होगा। इसके पहले 26 अप्रैल को राज्य में 14 सीटों पर पहले चरण के मतदान हुए थे। राज्य में कुल 28 लोकसभा सीट हैं।
सीएम ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं
सत्ता में आने के बाद से पिछले आठ महीनों में कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया। सीएम ने कहा,
पिछले आठ महीनों में हमने सभी वादों को लागू किया है। हमने 20 मई को सत्ता में शपथ ली। विधानसभा चुनाव से पहले प्रचार के दौरान चावल की मात्रा बढ़ाकर 10 किलोग्राम करने के लिए कई अनुरोध हमारे पास आए, जिसे येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली सरकार ने 7 किलोग्राम से घटाकर 5 किलोग्राम कर दिया था। जैसा कि हमने वादा किया था, हमने इसे पूरा किया।
हम अपनी कांग्रेस की गारंटी को बरकरार रखेंगे। भाजपा नेता इस बात पर हंगामा कर रहे हैं कि कांग्रेस की गारंटी को किसी भी तरह बंद किया जाना चाहिए।
सिद्धारमैया ने केंद्र में दोबारा सत्ता में आने पर संविधान को बदलने का कथित दावा करने के लिए भी भाजपा की आलोचना की।