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भारत की कला रंजन मात्र नहीं, परंपरा के पुनर्स्थापन का हो प्रयास- मोहन भागवत
देशभर में कला संस्कृति और भाषा से जुड़ी कई इमारतें हैं जिनका अपना एक इतिहास है। चाहे वो दिल्ली का त्रिवेणी कला संगम हो श्रीराम सेंटर हो रवीन्द्र भवन हो या भोपाल का भारत भवन हो मुंबई की जहांगीर आर्ट गैलरी या पृथ्वी थिएटर हो।
Editorial6 hours ago -
नक्सलियों से निर्णायक लड़ाई की प्रतीक्षा: नक्सली नरमी के हकदार नहीं, बरतनी होगी सख्ती
नक्सलियों का सफाया तभी होगा जब उन्हें आदिवासियों को बरगलाने-भरमाने से रोका जा सकेगा। इसके अलावा नक्सलियों को वैचारिक खुराक देने वाले कथित बुद्धिजीवियों पर भी लगाम लगानी होगी। नक्सली आंतरिक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं।
Editorial6 hours ago -
धारावाहिकों से सीख लेता कोरोना: टीवी के हिंदी धारावाहिकों से कोरोना वायरस ने ली शिक्षा जल्दी मत निपटाओ
मैं पिछले साल ही डर रहा था कोविड नामक महामारी का नाम ‘क’ से शुरू होता है। तमाम धारावाहिकों से सीखा है ‘क’ अक्षर से शुरू होने वाला सीरियल जल्द समाप्त नहीं होता। ‘कुमकुम भाग्य’ ‘कहानी घर-घर की’ से लेकर ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थ...
Editorial14 hours ago -
‘समग्र शिक्षा’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसे सरकारी पहल को डिजिटल माध्यम से आगे बढ़ने की जरूरत
उम्मीद है कि इस तरह की पहल से हम सभी शिक्षा के कुछ नए आयामों से सकारात्मक रूप से रूबरू होंगे और ज्यादा से ज्यादा शिक्षार्थियों तक शिक्षा के अधिकांश पहलुओं को कोरोना महामारी की इस विषम परिस्थिति में भी सुदूर इलाकों तक पहुंचाने...
Editorial1 day ago -
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हिंद महासागर में क्वाड का नौसैनिक अभ्यास, चीन को घेरने की पहल
यह पहली बार है जब फ्रांसीसी नौसेना ने क्षेत्रीय जल में क्वाड के सभी चार सदस्यों के साथ एक संयुक्त डिल का आयोजन किया है और फ्रांस जैसी यूरोपीय शक्ति ने हिंद महासागर के बंगाल की खाड़ी में ‘ला पेरोज’ नामक नौसैनिक अभ्यास का संचाल...
Editorial1 day ago -
संकट काल की सफलताएं: कोरोना के चलते तमाम बंदिशों के बावजूद देश ने आर्थिक चुनौतियों का डटकर किया सामना
भारत ने बांग्लादेश से सहयोग का हाथ आगे बढ़ाया है और आशा है कि इसका अन्य देशों द्वारा स्वागत किया जाएगा। क्षेत्रीय सद्भाव आज के सामाजिक और भौगोलिक परिवेश में कहीं अधिक महत्व रखता है। इस मुहिम की सफलता के लिए लगातार काम करना होग...
Editorial1 day ago -
भाईचारे को कमजोर करती राजनीति: सीएए समाप्त करने का वादा राजनीतिक लाभ देने के बजाय सामाजिक दूरियां ही बढ़ाएगा
सत्य अहिंसा शांति सद्आचरण और प्रेम-भाईचारे के तत्व सभी धर्मों-पंथों में विद्यमान हैं। यंग इंडिया में लिखे अपने एक लेख में गांधी जी ने बताया है ‘मुझे इस बात का पूरा निश्चय है कि यदि नेता न लड़ना चाहें तो आम जनता को लड़ना पसंद नह...
Editorial1 day ago -
सरकार को सरकारी लघु बचत योजनाओं के ब्याज दरों में कटौती करने से पहले इन तथ्यों में संज्ञान लेना चाहिए
सरकार को आम जनता की अपेक्षाओं का भी पूरी तरह से ख्याल रखना चाहिए। तमाम वैश्विक कारकों के बीच सरकार को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि आमजन जिस उम्मीद से इन बचत योजनाओं में रकम निवेश करते हैं उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
Editorial2 days ago -
Interest Rate Policies: विकासशील देशों में ब्याज दर में बदलाव करने का व्यावहारिक निर्णय
यह सही है कि देश में पिछले कुछ समय से सरकारी लघु बचत योजनाओं के तहत ब्याज दरों में कटौती की गई है। ब्याज दरों में हाल के वर्षो में की गई कमी को यदि वैश्विक लिहाज से देखा जाए तो तर्कसंगत कहा जा सकता है।
Editorial2 days ago -
भारत को नीचा दिखाने की साजिश, वी-डेम की यह हास्यास्पद एवं भ्रामक रिपोर्ट तिरस्कार की है हकदार
पिछले लोकसभा चुनाव के विशेष संदर्भ मे देश की चुनावी प्रक्रिया को कठघरे में खड़ा करना इस रिपोर्ट का सबसे आपत्तिजनक पहलू है। देश के संविधान और चुनावी इतिहास का सम्मान करने वाले प्रत्येक भारतीय को कई कारणों के आधार पर इस निष्कर्ष...
Editorial2 days ago -
सरकार गठबंधन की हो या एक पार्टी की, मुख्यमंत्री को अपने पास ही रखना चाहिए गृह विभाग
कल्पना करें कि यदि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में मुख्यमंत्री गृह विभाग अपने पास नहीं रखते या फिर किसी अन्य को गृहमंत्री बनाते तो क्या होता? शायद तब यहां भी स्थिति भिन्न होती। गृह विभाग खुद मुख्यमंत्री के पास होने का असर पूर...
Editorial2 days ago -
सड़क चौड़ीकरण का फायदा ले रहे किसान, महीनों से बना रखा है एनएच पर आशियाना, वाहन चालक परेशान
दिल्ली-एनसीआर के बीच की दूरी का पहले अहसास ही नहीं होता था। लेकिन अब ऐसे हालात हैं कि 20 मिनट की दूरी दो घंटे में तय होती है। कमोबेश दिल्ली-एनसीआर के शहरों के बीच आवागमन करने वाले असंख्य लोगों की यही परेशानी है। वजह?
Editorial3 days ago -
मध्य प्रदेश सरकार का कोरोना संक्रमण में स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता बरतने का आग्रह
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की है कि निजी अस्पतालों को अब डी-डाइमर टेस्ट 500 रुपये में तथा सीआरपी टेस्ट 200 रुपये में करना होगा। एबीजी टेस्ट 600 रुपये आइएल-6 टेस्ट एक हजार रुपये में करने की व्यवस्था भी बनाई गई है।
Editorial3 days ago -
एच-1 बी वीजा से पाबंदी हटने के मायने, संभावनाओं से भरपूर सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र
अमेरिकी रोजगार बाजार पर नजरें टिकाए भारतीय आइटी पेशेवरों को बाइडन प्रशासन ने बड़ी राहत दी है। अमेरिका ने एच-1 बी सहित विदेशी कामगारों के लिए जारी होने वाले वीजा पर प्रतिबंधों की अवधि को 31 मार्च 2021 से आगे नहीं बढ़ाने का फैस...
Editorial3 days ago -
नक्सली आतंक का बर्बर चेहरा: नक्सलवाद रूपी कम्युनिस्ट आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने की नितांत जरूरत
कम्युनिस्ट विचारधारा ने हमेशा भारत और भारतीयता के विरुद्ध काम किया है। 1962 के युद्ध के समय भी कम्युनिस्ट पार्टी ने चीन का साथ दिया था। समय आ गया है कि नक्सलवाद रूपी जो कम्युनिस्ट आतंकवाद को जड़ से समाप्त किया जाए।
Editorial3 days ago -
कलंक से मुक्ति की प्रतीक्षा: आजादी के अमृत महोत्सव का उत्सव तभी कारगर होगा जब हाथ से मैला ढोने की कुप्रथा खत्म हो
लगभग आठ लाख भारतीय अपने सिर पर मैला ढोने का काम करते हैं। मानव मल रेल पटरियों पर गिरता रहता है। इसको साफ सफाई कर्मी करते हैं। अमृत महोत्सव तभी कारगर होगा जब इस वर्ष में मानवता के नाम पर लगे इस कलंक को मिटाने का संकल्प लिया जा...
Editorial3 days ago -
जब एक तरफ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के सिमटने के हो रहे दावे तो फिर नए जिले क्यों पनप रहे?
हमें नक्सलवाद की असली वजहों को समझना होगा तभी इस समस्या का समाधान निकल सकेगा। गरीबी भुखमरी और बेरोजगारी जैसे मसलों पर जब तक युद्ध स्तर पर काम नहीं होगा तब तक इस समस्या से निजात नहीं मिल सकती।
Editorial4 days ago -
देश की सबसे बड़ी आंतरिक समस्या बने नक्सलियों को सबक सिखाने की जरूरत
हमें नक्सलवाद की असली वजहों को समझना होगा तभी इसका समाधान निकल सकेगा। हमें गरीबी भुखमरी और बेरोजगारी जैसे मसलों पर युद्धस्तर पर काम करना होगा। इसके साथ ही नक्सलियों के खिलाफ सशस्त्र कार्रवाई भी जारी रखनी होगी।
Editorial4 days ago -
फासीवादी मानसिकता वाले बुद्धिजीवी: आज फासीवादी वही, जो दूसरों को फासीवादी कह रहा, भले ही बुद्धिजीवी का चोला ओढ़ ले
एक वर्ग के प्रति इतनी नफरत कि उसकी हत्या पर संवेदना भी पैदा न हो यही फासीवाद का असल रूप है। भारतीय परिप्रेक्ष्य में देखें तो आज का फासीवादी वह है जो दूसरों को फासीवादी कह रहा है। वह भले बुद्धिजीवी का चोला ओढ़ ले।
Editorial4 days ago -
माफिया सरगना पर मेहरबानी: आखिर मुख्तार अंसारी को अपने यहां बनाए रखने से पंजाब सरकार के कौन से हित सध रहे थे?
किसी नेता नौकरशाह और सरकार को यह बताने के लिए विवश नहीं किया जा सकता कि वह मुख्तार अंसारी सरीखे माफिया सरगना पर मेहरबान क्यों है? उद्धव ठाकरे बदमाश किस्म के पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाझे पर इतने मेहरबान क्यों थे?
Editorial4 days ago