बीएचयू के प्रोफेसर पर जानलेवा हमले की असली थ्योरी आई सामने, नौ लोग थे साजिश में शामिल
वाराणसी में बीएचयू के प्रोफेसर पर हमले के मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस जांच में पता चला है कि हमले का मुख्य साजिशकर्ता उसी विभाग का पूर्व एचओडी था। पुलिस मुठभेड़ में एक हमलावर घायल हुआ है जिसके पास से अवैध तमंचा बरामद हुआ। एक अन्य अभियुक्त को तेलंगाना से गिरफ्तार किया गया है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। बीएचयू के प्रोफेसर पर जानलेवा हमला करने वाला मुख्य साजिशकर्ता उसी विभाग का पूर्व एचओडी ही निकला है। वहीं घटना में संलिप्त एक हमलावर पुलिस मुठभेड़ में घायल होने के बाद उसके कब्जे से अवैध तमंचा व कारतूस बरामद हुआ है। जबकि एक अन्य अभियुक्त तेलंगाना से ट्रांजिट रिमाण्ड पर गिरफ्तार किया गया है।
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कुछ दिन पूर्व बीएचयू कैम्पस में प्रोफेसर के ऊपर जानलेवा हमला करने वाले हमलावरों की तलाश के क्रम में मंगवार को मुखबिर द्वारा प्राप्त इनपुट के आधार पर तलाशी अभियान चलाते हुए सघन चेकिंग के दौरान सत्कार होटल की विपरीत दिशा में अशोक पुरम कालोनी की तरफ जाने वाली सड़क से मुठभेड़ के दौरान एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया। मुठभेड़ में दौरान गोली लगने से आयी चोटों का दवा इलाज ट्रामा सेण्टर बीएचयू से कराया जा रहा है।
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दरअसल 28 जुलाई को सीएस रामाचन्द्रामूर्ति, हेड आफ तेलुगु डिपार्टमेण्ट, काशी हिन्दू विश्व विद्यालय बीएचयू द्वारा एक प्रार्थना पत्र थाना स्थानीय पर प्रस्तुत किया गया कि उपरोक्त तिथि को वो अपनी मोटरसाइकिल से बिरला ग्राउण्ड के पास से होकर अपने आवास की तरफ जा रहे थे तभी पीछे से मोटरसाइकिल से दो अज्ञात व्यक्ति बीरला ग्राउण्ड बीएचयू कैम्पस के अन्दर रोड पर, रोककर जान से मारने की नियत से राड से उनके ऊपर जानलेवा हमला कर दिये।
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इस वारदात में उनके दोनो हाथ फ्रैक्चर हो गये जिनका इलाज ट्रामा सेण्टर बीएचयू में चल रहा है। सूचना के आधार पर थाना स्थानीय पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत करते हुए घटना में संलिप्त अज्ञात अभियुक्तों की पहचान व गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए थाना स्थानीय से पुलिस टीम गठित कर सुरागरसी की जा रही थी।
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प्रकरण के अनावरण के क्रम में प्राप्त सर्विलान्स टीम की मदद व गोपनीय जानकारी के आधार पर मंगलवार की रात्रि सघन चेकिंग चलाते हुए घटना में लिप्त आरोपी को पुलिस टीम द्वारा घेर लिया गया। अपने आप को घिरता देख आरोपी द्वारा जान से मारने की नीयत से पुलिस बल की तरफ फायर किया गया। पुलिस द्वारा की गयी जवाबी कार्वयाही में आरोपी गोली लगने से घायल हो गया जिसे पुलिस बल द्वारा मौके से गिरफ्तार किया गया। अन्य कार्यवाही की जा रही है।
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पूछताछ में बताया
अभियोग में तेलंगाना से गिरफ्तार व ट्रांजिट रिमाण्ड पर लाये गए अभियुक्त बूतपुर भाष्कर उर्फ बी भास्कर पुत्र तिमैय्या निवासी गांव अवसोनोपल्ली थाना उत्तकूर जिला नारायणपेट तेंलगाना द्वारा पूछताछ पर घटना के बारे में पूरी जानकारी दी गई। उसने बताया गया कि मेरा सम्पर्क वर्ष 2016 मे प्रो. बूदाटी वैंकटेश लू जो कि उस समय आन्ध्र प्रदेश सेन्ट्रल विश्व विद्यालय में प्रोफेसर थे उनसे हुआ था। एक साल काम करने के बाद वह बीएचयू आये वर्ष 2016 से 2018 तक मैं आन्ध्र विश्वविद्यालय मे पीजी किया । हम दोनो एक-दूसरे के सम्पर्क मे रहते थे मै उनकी बहुत इज्जत करता हूं। उन्होने मई मे मुझे बुलाया था और मैं लगभग एक सप्ताह उनके पास रुका था।
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वही पर एक असिस्टेंट प्रो. काशिम बाबू जो कि कैमूर विश्वविद्यालय में काम करते हैं, आये थे उनसे वहीं मुलाकात हुई थी। काशिम बाबू और प्रो. वैंकटेश ने बताया कि प्रो. सीएस रामचन्द्र मूर्ती ने लोगों से शिकायत करके प्रो. वैंकटेश को एचओडी पद से हटा दिया। काशिम परमानेन्ट असिस्टेंट प्रो. बनना चाहता था। उन दोनों ने कहा कि प्रो. रामचन्द्र मूर्ती को खत्म कर के रास्ते से हटा दो काशिम बाबू बार बार मुझे प्रो. मूर्ति को मारने के लिए फोन करता था।
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इन सबको लेकर मकतल के रहने वाले दोस्त मो. काशिम को बताया फिर दोनो 25 जुलाई को प्रो. को जान से मारने के लिए फ्लाइट से एक साथ आये एवं एक साथ होटल मे रुके। बनारस में प्रमोद कुमार उर्फ गणेश पासी नामक आदमी मिला जिसने और लोकल लोगों को बुलाया जिन्हे मैं पहचानता नहीं। इस दौरान प्रो. को खत्म करने के लिए कुछ पैसे में बात तय हुई। जो मेरा दोस्त काशिम और गणेश जानते हैं। 26 जुलाई को रेकी की गयी और दिनांक 28 जुलाई को प्रो. राममूर्ती को जान से मारने के लिए हमला किया, किन्तु वह बच गए और दोनों हाथ टूट गये जिसके बाद आरोपित वहां से भाग गए।
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अभियुक्त बूतपुर भाष्कर उर्फ बी भास्कर उपरोक्त द्वारा दिए गए बयान के बाबत पूछने पर गिरफ्तार अभियुक्त प्रमोद कुमार उर्फ गणेश पासी द्वारा बीएचयू कैम्पस में प्रोफेसर पर हुए जानलेवा हमले में शामिल होने की बात स्वीकार किया। बताया कि वह भोपाल में होटल में मैनेजर का काम करता था वहीं पर मो. कासिम से दोस्ती हो गयी कुछ दिन बाद कासिम ने कहा कि बीएचयू के एक प्रोफेसर जो तेलगू विभाग के एचओडी हैं, उनको जान से मार देना है।
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इस पर बी भास्कर ने सूरज दूबे जो पूर्व से मित्र है उससे प्रोफेसर को जान से मारने के लिए कासिम से 48 हजार रुपये लेकर सूरज दूबे को दिया। जिसके बाद सूरज दूबे ने अपने करीबी दोस्त प्रद्युम्न यादव व विशाल यादव तथा वेदांत भूषण मिश्रा को बुलाकर दिनांक 28 जुलाई की शाम को जान से मारने की नियत से कैम्पस के अन्दर ही जानलेवा हमला किया गया, जिसमें प्रोफेसर का दोनों हाथ टूट गया। पुलिस ने बताया कि भोपाल भागने की फिराक में गाडी के इन्तजार में थे कि आरोपित पकड़ लिए गए।
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घटना में संलिप्त प्रकाश में आये अभियुक्तगण
1. प्रमोद कुमार उर्फ गणेश पासी पुत्र विष्णु कान्त निवासी ग्राम रामनगर, पो. सिरसां थाना मेजा जनपद प्रयागराज उम्र 26 वर्ष
2. बूतपुर भाष्कर उर्फ बी भास्कर पुत्र तिमैय्या निवासी गांव अवसोनोपल्ली थाना उत्तकूर जिला नारायणपेट तेंलगाना (तेलंगाना से गिरफ्तार व ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त)
3. प्रो. बूदाटी वैंकटेश लू, पूर्व एचओडी तेलुगु विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, थाना लंका, वाराणसी।
4. काशिम बाबू, तत्कालीन असिस्टेंट प्रोफेसर, कैमूर विश्वविद्यालय, बिहार ।
5. सूरज दूबे पुत्र संगद निवासी चोटी चौरा, थाना सादियाबाद, जनपद गाजीपुर ।
6. प्रदुम्मन यादव पुत्र संजय यादव निवासी करण्डा, जनपद गाजीपुर ।
7. विशाल यादव पुत्र हरिकेश यादव निवासी शंकरपुर थाना दुल्लहपुर, जनपद गाजीपुर ।
8. वेदांत भूषण मिश्रा पुत्र स्व. रमेश चन्द्र मिश्रा निवासी सुनगुलपुर, थाना बक्सा, जनपद जौनपुर ।
9. मो. कासिम पुत्र अज्ञात निवासी मकतल, थाना गार्ड्स कैम्प, जनपद नारायणपेट, तेलंगाना
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