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Loksabha Election 2019 : BJP अध्यक्ष अमित शाह ने कहा-भाजपा अपना पिछला रिकार्ड तोड़ेगी

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से आज फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भेंट की। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में अब आखिरी दौर की वार्ता जारी है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 09 Apr 2019 09:32 AM (IST)Updated: Tue, 09 Apr 2019 11:03 AM (IST)
Loksabha Election 2019  : BJP अध्यक्ष अमित शाह ने कहा-भाजपा अपना पिछला रिकार्ड तोड़ेगी
Loksabha Election 2019 : BJP अध्यक्ष अमित शाह ने कहा-भाजपा अपना पिछला रिकार्ड तोड़ेगी

लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 में उत्तर प्रदेश को लेकर बेहद गंभीर भारतीय जनता पार्टी महागठबंधन की काट खोजने में लगी है। कल रात लखनऊ पहुंचे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय तथा अन्य नेताओं के साथ रात तीन बजे तक उत्तर प्रदेश को लेकर मंथन किया। इसके बाद आज सुबह भी मुख्यमंत्री तथा अन्य नेता उनके साथ बैठक की। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह लखनऊ से तेलंगाना रवाना हो गए। भाजपा कार्यालय से बाहर निकलने के बाद मीडिया से अमित शाह ने कहा कि भाजपा अपना पिछला रिकार्ड तोड़ेगी।

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भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से आज फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भेंट की। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में अब आखिरी दौर की वार्ता जारी है। उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पाण्डेय, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल और दूसरे पदाधिकारी भी मौजूद है। इनकी बैठक देर रात करीब तीन बजे तक चली थी। अमित शाह के साथ प्रदेश भाजपा पदाधिकारियों की बैठक अवध क्षेत्र की 16 सीटों को लेकर हैं। इसके साथ ही राजभर और निषाद पार्टी के समायोजन पर भी चर्चा हो रही है। 

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भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कल देर रात अवध क्षेत्र के 16 लोकसभा क्षेत्रों की गहन समीक्षा की। शाह ने इन क्षेत्रों में भाजपा के चुनावी अभियान का आकलन किया और हर हाल में सभी सीटें जीतने के लिए पार्टी नेताओं को मंत्र दिया। उन्होंने पार्टी के पुराने नेताओं को महत्व देकर सक्रिय करने की भी हिदायत दी। अवध क्षेत्र की ज्यादातर सीटों पर चौथे और पांचवें चरण में मतदान है। 

अध्यक्ष अमित शाह ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं के साथ अवध क्षेत्र को लेकर मंथन किया। मैराथन बैठक देर रात चली, जिसमें आगे की चुनाव रणनीति को लेकर चर्चा की गई। बैठक देर रात तीन बजे तक चली बैठक में अमित शाह ने अवध क्षेत्र के मौजूदा हालात की समीक्षा की। बैठक का मुख्य एजेंडा सपा-बसपा गठबंधन से उपजे ताजा सियासी हालात और कांग्रेस पार्टी के रुख को लेकर गहन मंथन किया गया।

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इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अलावा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा व केशव प्रसाद मौर्य, यूपी भाजपा के अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय, सुनील बंसल और अवध क्षेत्र के जिलाध्यक्षों व लोकसभा प्रभारियों ने भी शिरकत की।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कल देर रात लखनऊ पहुंचे। उनका कार्यक्रम पहले शाम को आने का था लेकिन, दिल्ली में संकल्प पत्र (घोषणापत्र) जारी करने और अन्य कार्यक्रमों की वजह से विलंब हो गया। शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल के साथ विमर्श किया और फिर लोकसभावार अलग-अलग जानकारी ली। अवध क्षेत्र की 16 लोकसभा सीटों को चार समूहों में बांटा गया है। इसके लिए देवीपाटन, अयोध्या, लखनऊ और सीतापुर कलस्टर बनाया गया है। शाह ने इन चारों कलस्टर की अलग-अलग बैठक की।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने बैठक के संदर्भ में पत्रकारों को बताया राष्ट्रीय अध्यक्ष अभियान की समीक्षा करने आए हैं और वह आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। जिन क्षेत्रों में उम्मीदवार तय नहीं हैं, उन पर भी चर्चा होगी। इस विमर्श में अवध क्षेत्र के प्रभारी और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर, क्षेत्रीय अध्यक्ष सुरेश तिवारी और संगठन मंत्री प्रद्युम्न भी मौजूद थे। शाह हर लोकसभा क्षेत्र के बारे में भाजपा और विपक्ष की स्थिति के बारे में पूछते। उन्होंने भाजपा की ताकत और कमजोरी के बारे में भी जानकारी ली। पदाधिकारियों से पूछा कि क्या स्थिति है। इस प्रश्न पर जवाब मिलता कि हम जीत रहे हैं। शाह फिर पूछते कितने से जीत रहे हैं। कोई एक लाख और कोई डेढ़ लाख मतों का आंकड़ा बताता। शाह फिर पूछते ठीक-ठीक बताइए कितने से जीत रहे। फिर वह अपनी डायरी में लिखते। हर बिंदु पर मार्गदर्शन करते। लोकसभा क्षेत्रवार बैठकों में प्रभारी, संयोजक, जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी के अलावा लोकसभा क्षेत्र के लिए जवाबदेह बनाये गये योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री भी थे। अमित शाह ने हर क्षेत्र की बुनियादी जानकारी हासिल करने के साथ ही जातीय समीकरण पर भी चर्चा की।

असंतुष्टों को साधने पर शाह ने दिया जोर

अवध क्षेत्र में 17 लोकसभा सीटें आती हैं। जिनमें धौरहरा, बहराइच, सीतापुर, हरदोई, मिश्रिख बाराबंकी, कैसरगंज, श्रावस्ती, गोंडा, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर, अमेठी, रायबरेली, मोहनलालगंज और लखनऊ शामिल हैं। अमेठी और रायबरेली कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व उनकी मां सोनिया गांधी की सीट है। इनमें अमेठी पर भाजपा की इस चुनाव में खास नजर है। अवध क्षेत्र में इस बार अवध क्षेत्र में कई नये चेहरे हैं। छह लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा ने नये उम्मीदवार उतारे हैं। असंतुष्टों को साधने पर भी उन्होंने जोर दिया। बांदा के सांसद भैरो मिश्रा के समर्थक उनके टिकट कटने पर नारेबाजी कर रहे थे। इसके साथ और भी कई प्रमुख लोग आये थे जो शाह से मिलने के लिए प्रयासरत थे लेकिन, संपर्क नहीं हो सका।

बची सीटों के उम्मीदवारों पर मंथन

भाजपा ने अभी गोरखपुर, देवरिया, संतकबीरनगर, अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, जौनपुर, घोसी और भदोही में अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। शाह ने इन क्षेत्रों की संभावना और दावेदारों की स्थिति पर चर्चा की। संकेत मिले हैं कि एक-दो दिन में इन सभी क्षेत्रों के उम्मीदवार घोषित कर दिए जाएंगे।

निषाद और राजभर पर जल्द होगा फैसला

सपा-बसपा गठबंधन छोड़कर भाजपा में शामिल हुए गोरखपुर के सपा सांसद प्रवीण निषाद और पिता डॉ. संजय निषाद की पार्टी निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और योगी सरकार के मंत्री ओमप्रकाश राजभर की मांगों पर भी शाह के समक्ष चर्चा हुई। इनका समायोजन कहां होगा, इस पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ लेकिन, संकेत यही है कि एक-दो दिन में इन पर भी फैसला हो जाएगा। 

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