सहयोग का नया अध्याय

स्वतंत्रता के बाद से ही देश में केंद्र-राज्य संबंधों में कुछ तनाव की स्थिति रही है। शुरू में केंद्र और राज्यों में कांग्रेस का शासन होने से समाधान आसानी से ढूंढ़ लिया जाता था।