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नौजवानों के बीच से मोदी की रणभेरी, देश पर बोझ बनी कांग्रेस

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। भाजपा का चेहरा बने नरेंद्र मोदी गुजरात की धरती से निकलकर धीरे-धीरे पूरे देश में अपनी जमीन तैयार करने लगे हैं। इसी क्रम में रविवार को मोदी ने हैदराबाद में 'नवभारत युवाभेरी' के जरिये नौजवानों को संबोधित किया और कांग्रेसनीत केंद्र सरकार की नाकामियों को गिनाते हुए भविष्य का एक सपना भी दिखाया। देश में शासन, प्रशासन और विकास का मंत्र दिया, तो राजनीतिक लिहाज से पूरी भाजपा और नेतृत्व को एकजुटता में बांधते हुए राजग विस्तार का खाका बनाने की भी कोशिश की। और, अंत में 'यस वी कैन, वी विल डू', 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' के नारे में रैली में जुटे करीब एक लाख नौजवानों का सुर जोड़कर मिशन-2014 के लिए रणभेरी बजा दी।

By Edited By: Published: Sun, 11 Aug 2013 10:05 AM (IST)Updated: Sun, 11 Aug 2013 10:28 PM (IST)

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। भाजपा का चेहरा बने नरेंद्र मोदी गुजरात की धरती से निकलकर धीरे-धीरे पूरे देश में अपनी जमीन तैयार करने लगे हैं। इसी क्रम में रविवार को मोदी ने हैदराबाद में 'नवभारत युवाभेरी' के जरिये नौजवानों को संबोधित किया और कांग्रेसनीत केंद्र सरकार की नाकामियों को गिनाते हुए भविष्य का एक सपना भी दिखाया।

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देश में शासन, प्रशासन और विकास का मंत्र दिया, तो राजनीतिक लिहाज से पूरी भाजपा और नेतृत्व को एकजुटता में बांधते हुए राजग विस्तार का खाका बनाने की भी कोशिश की।

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और, अंत में 'यस वी कैन, वी विल डू', 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' के नारे में रैली में जुटे करीब एक लाख नौजवानों का सुर जोड़कर मिशन-2014 के लिए रणभेरी बजा दी।

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तेलुगु से अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए मोदी ने भाषण में हर पहलू को छुआ और 'कांग्रेस मुक्त' भारत का नारा दिया। सीमांध्र और प्रस्तावित तेलंगाना की संयुक्त राजधानी हैदराबाद से खुद को जोड़ते हुए उन्होंने देश के नेतृत्व पर सवाल खड़ा किया। केंद्र की विदेश व रक्षा नीति से लेकर आर्थिक नीति को कठघरे में खड़ा किया और सरकार की अपनी कल्पना सामने रख दी। पाकिस्तान और चीन के सामने लगातार लाचार दिखती रही सरकार का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, सरकार का एक ही मजहब होता है वह है 'इंडिया फ‌र्स्ट' और एक ही धर्मग्रंथ होता है और वह है 'भारत का संविधान'। लेकिन, वर्तमान भारत सरकार के लिए वोट बैंक की राजनीति सबसे ऊपर है।

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एलबी शास्त्री स्टेडियम के अंदर और बाहर खड़े करीब एक लाख लोगों की भीड़ की भावना को छूते हुए उन्होंने कहा, दिल्ली की सल्तनत ने एक के बाद एक लगातार ऐसे काम किए जिससे राजनेताओं पर जनता का भरोसा उठ गया। यह भरोसा दोबारा कायम करना है तो जनशक्ति के विकास का मंत्र लेकर आगे चलना होगा और सबको विकास की धारा में जोड़ना होगा। शायद वर्तमान सरकार के पास विकास की सोच नहीं है।

तेलंगाना गठन भाजपा का संकल्प रहा था, लेकिन मोदी सीमांध्र को अलग छोड़ना नहीं चाहते। लिहाजा उन्होंने दोनों की भावना को सहलाया, साथ ही तेलुगु देसम पार्टी (टीडीपी) और अन्नाद्रमुक को चारा भी दिया। वर्तमान कटुता का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा दोनों राज्यों का समानांतर विकास चाहती है। इसके लिए सोच और इच्छाशक्ति होनी चाहिए। भीड़ से उन्होंने 'जय तेलंगाना', 'जय सीमांध्र' का नारा लगवाकर एकजुटता का संदेश दिया।

मोदी ने भाजपा में सबको साथ लेकर चलने से लेकर राजग के विस्तार तक कोशिश की। पूर्व मुख्यमंत्री एनटीआर का जयघोष करते हुए टीडीपी के सामने कांग्रेस के विरोध में राजग को मजबूत करने का विकल्प दिया तो तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की प्रशंसा करते हुए पासा फेंका। ध्यान रहे कि आंध्र प्रदेश से कुछ सीटें जीतने की कोशिश में जुटी भाजपा एक अदद साथी चाहती है। जयललिता पहले ही मोदी की प्रशंसक रही हैं। मोदी का यह पासा उन लोगों के लिए जवाब माना जा सकता है जो यह मानते रहे हैं कि उनके नाम पर राजग का विस्तार नहीं हो सकता। बड़ा दिल दिखाते हुए मोदी भाजपा को मजबूत करने की कोशिश में है। यही कारण है कि हैदराबाद से मोदी ने गुजरात के बजाय भाजपा शासित मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का गुणगान किया तो काले धन के खिलाफ लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा का हवाला देने से भी नहीं चूके। भीड़ के उत्साह ने मोदी का विश्वास भी बढ़ाया और यही कारण था कि भाषण का अंत उन्होंने 'यस वी कैन' नारे से किया। उल्लेखनीय है कि इसी नारे के साथ बराक ओबामा दोबारा अमेरिकी राष्ट्रपति बनने में कामयाब रहे।

अल्पसंख्यकों के लिए भी मोदी के पास मुद्दा था। सभा की शुरुआत में उन्होंने मेरी बेंस को माता के रूप में सम्मानित कर उनके चरण छुए थे। ईसाई समुदाय में जन्मीं मेरी ने सिख समुदाय में शादी की थी। चुनाव अभियान समिति की कमान संभालने के बाद से मोदी पंजाब, महाराष्ट्र, उड़ीसा जैसे कुछ राज्यों का दौरा कर चुके हैं। दक्षिण भारत में हैदराबाद से उन्होंने अभियान शुरू कर दिया है। रणनीति के अनुसार हमला जहां केंद्र पर है, वहीं स्थानीय स्तर पर विकास का मंत्र साथ है।

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