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    प्रयागराज लीजेंड स्टार प्रीमियर लीग में दिग्गजों की वापसी, लगी बोली, देखें कौन खिलाड़ी खेल रहे, कौन बना कप्तान

    Updated: Mon, 08 Sep 2025 04:02 PM (IST)

    प्रयागराज लीजेंड स्टार प्रीमियर लीग नामक अनूठी क्रिकेट लीग शुरू हो रही है। इस लीग का लक्ष्य प्रयागराज के उन पूर्व क्रिकेटरों को फिर से मैदान पर लाना है जिन्होंने कभी स्थानीय क्रिकेट में धूम मचाई थी। नवंबर 2025 में शुरू होने वाली इस लीग में राजन शुक्ला शीलू शुक्ला सुनील पटेल और इरफान जैसे खिलाड़ी शामिल होंगे जो अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

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    प्रयागराज लीजेंड स्टार प्रीमियर लीग क्रिकेट दिग्गजों को पुनर्जीवित कर रही है

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। संगम की पवित्र भूमि, न केवल अपनी आध्यात्मिक पहचान के लिए जाना जाता है, बल्कि उन क्रिकेटरों की कहानियों के लिए भी, जिन्होंने अपने बल्ले, गेंद और जोश से स्थानीय मैदानों पर तहलका मचाया है। मलाका, आनापुर, किरांव और लोकापुर जैसे कस्बों के धूल भरे मैदानों ने उन सितारों को देखा है, जिन्होंने क्रिकेट को एक खेल से कहीं बढ़कर, एक जुनून और संस्कृति बनाया। अब, वर्षों बाद, इन दिग्गजों को फिर से मैदान पर उतारने की एक अनूठी पहल शुरू हो रही है 'प्रयागराज लीजेंड स्टार प्रीमियर लीग' के माध्यम से।

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    नवंबर 2025 के अंतिम सप्ताह में मऊआइमा के किरांव मैदान पर शुरू होने वाली इस लीग में मलाका के राजन शुक्ला, आनापुर के शीलू शुक्ला, लोकापुर के सुनील पटेल और किरांव के इरफान जैसे खिलाड़ी अपने पुराने जलवे बिखेरने को तैयार हैं। यह कहानी उन सितारों की है, जो एक बार फिर अपने सुनहरे दिनों को जीवंत करने के लिए तैयार हैं।

    लीजेंड स्टार प्रीमियर लीग यानी क्रिकेट का पुनर्जन्म 

    नवंबर 2025 प्रयागराज के क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक ऐतिहासिक महीना होगा। लीजेंड स्टार प्रीमियर लीग का पहला सीजन मऊआइमा के किरांव मैदान पर आयोजित किया जाएगा। इस टूर्नामेंट का उद्देश्य उन पुराने क्रिकेटरों को फिर से मैदान पर लाना है, जिन्होंने एक से दो दशक पहले स्थानीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। आयोजन सचिव अंकुर विश्वकर्मा ने बताया कि यह लीग पहला सीजन ट्रायल बेस पर आयोजित किया जा रहा है, जिसमें चार टीमें मलाका डेयरडेविल्स, आनापुर रायल्स, सनराइजर्स हरिसेनगंज और किरांव नाइटराइडर्स हिस्सा लेंगी।

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    आक्शन में 40 पूर्व क्रिकेटरों ने लिया हिस्सा

    7 सितंबर 2025 को हुए आक्शन में 40 पूर्व क्रिकेटरों ने हिस्सा लिया, जिनमें से प्रत्येक की न्यूनतम इमेजनरी बेस प्राइज 50 हजार रुपये रखी गई। इसके अलावा, आठ खिलाड़ी वाइल्ड कार्ड इंट्री के जरिए टीमें जॉइन करेंगे। इस लीग में केवल 35 से 60 वर्ष की आयु के उन खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जिन्होंने क्रिकेट को पहले ही अलविदा कह दिया है। कुल 16 सदस्यीय चार टीमें इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी।

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    यू-ट्यूब चैनल पर होगा सजीव प्रसारण 

    सभी मैचों का सजीव प्रसारण यूट्यूब चैनल *Ankur Sport Lover* (https://www.youtube.com/@ankursportlover) पर किया जाएगा। अंकुर ने बताया, यह लीग स्थानीय क्रिकेट के दिग्गजों को सम्मान देने और नई पीढ़ी को उनकी कहानियों से प्रेरित करने का एक प्रयास है। यह सिर्फ शुरुआत है, हम इसे भविष्य में और भव्य बनाएंगे।

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    राजन शुक्ला: मलाका का ‘दादा’, क्रिकेट का शहंशाह

    मलाका का नाम लेते ही क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में एक नाम गूंजता है राजन शुक्ला। दो दशकों तक स्थानीय क्रिकेट के मैदानों पर तूती बोलने वाले राजन को आक्रामक क्रिकेट का जनक माना जाता है। उनकी बल्लेबाजी में एक खास जादू था जब भी दर्शक छक्के की मांग करते, राजन का बल्ला आग उगलता। विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में उनकी फुर्ती और समझदारी की मिसाल दी जाती थी। लेकिन राजन सिर्फ बल्ले से ही नहीं, गेंद से भी कमाल दिखाते थे। उनकी स्पिन गेंदबाजी की समझ इतनी गहरी थी कि वह पलक झपकते ही विपक्षी टीम की कमर तोड़ देते।

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    क्रिकेट मेरे लिए सिर्फ खेल नहीं, जिंदगी का हिस्सा

    शिवपुर मैदान, जो कभी मलाका का क्रिकेट हब हुआ करता था, वहां राजन की कप्तानी में कई ऐतिहासिकमुकाबले खेले गए। उनकी अगुवाई में मलाका डेयरडेविल्स ने कई टूर्नामेंट्स में धमाल मचाया। राजन कहते हैं, क्रिकेट मेरे लिए सिर्फ खेल नहीं, जिंदगी का हिस्सा है। लीजेंड्स लीग जैसे आयोजन पुराने खिलाड़ियों को फिर से मैदान पर उतरने का मौका दे रहे हैं। लेकिन मेरा मानना है कि इस लीग में केवल उन खिलाड़ियों को शामिल करना चाहिए, जो अब सक्रिय क्रिकेट नहीं खेल रहे। नए खिलाड़ियों का प्रभाव इस टूर्नामेंट की मूल भावना को कमजोर कर सकता है।

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    शीलू शुक्ला : पुराने और नए क्रिकेट का सेतु

    आनापुर के शीलू शुक्ला को क्रिकेट का ऐसा योद्धा माना जाता है, जिन्होंने पुराने और आधुनिक क्रिकेट को एक सूत्र में पिरोया। 25 साल के लंबे करियर में शीलू ने बल्ले और गेंद दोनों से कमाल दिखाया। एक आक्रामक सलामी बल्लेबाज के रूप में वह गेंदबाजों के लिए खौफ का पर्याय थे। उनकी मध्यम गति की गेंदबाजी भी उतनी ही प्रभावशाली थी, जिसने कई बार विपक्षी बल्लेबाजों को घुटनों पर ला दिया। शीलू की कप्तानी का जादू भी कम नहीं था। 15 साल से अधिक समय तक उन्होंने प्रयागराज और आसपास के 15 जिलों में अपनी और अपनी टीम की धाक जमाई। वह न केवल अपनी टीम को टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करते, बल्कि दूर-दराज के इलाकों में भी क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए टीमें बनाकर ले जाते।

    शीलू को आनापुर रायल्स की कमान

    आनापुर रायल्स की कमान संभाल रहे शीलू कहते हैं, जब मैं मैदान पर उतरता था, तो सिर्फ जीत का लक्ष्य नहीं होता था, बल्कि अपने क्षेत्र का नाम रोशन करना भी मकसद होता था। ठंड के मौसम में जब टूर्नामेंट शुरू होते हैं, तो हमारी भुजाएं भी फड़कने लगती हैं। लेकिन नए खिलाड़ियों के साथ उतनी ऊर्जा से खेलना अब मुश्किल है। यह लीग हमें फिर से अपने सपनों को जीने का मौका दे रही है।

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    सुनील पटेल : लोकापुर से क्रिकेट में बनाई टीटी की नई पहचान

    लोकापुर के सुनील पटेल पिछले 25 सालों से क्रिकेट के मैदान पर अपनी छाप छोड़ते आए हैं। सनराइजर्स हरिसेनगंज की कप्तानी संभाल रहे सुनील एक अनुभवी हैं। मध्यम क्रम में उनकी बल्लेबाजी ने कई बार उनकी टीम को मुश्किल परिस्थितियों से निकाला। टीटी अब्दालपुर की कप्तानी करते हुए सुनील ने 15 सालों तक स्थानीय क्रिकेट में अपनी धमक बनाए रखी। शुरुआत में लोकपुर की कप्तानी करने वाले सुनील पटेल ने जब टीटी अब्दलपुर की कप्तानी संभाली तो अपनी टीम को एक नई पहचान दिलाई उन्होंने पुराने खिलाड़ियों के साथ नए खिलाड़ियों को भी टीम संयोजन में रखा और इलाके में सबसे बड़ी टीम बनाकर टीटी अब्दलपुर उभरी।

    पुराने जोश के साथ मैदान पर उतरने को तैयार

    सुनील कहते हैं, इस तरह का टूर्नामेंट शुरू होना बेहद खुशी की बात है। पुराने लीजेंड्स को फिर से मैदान पर देखना सुखद अनुभव होगा। मैं खुद लंबे समय बाद पूर्णकालिक रूप से खेलने के लिए उत्साहित हूं। मेरा सुझाव है कि खिलाड़ियों का चयन उनके पुराने प्रदर्शन और प्रतिष्ठा के आधार पर सावधानी से किया जाए।” सुनील का अनुभव और नेतृत्व उनकी टीम के लिए एक बड़ा सहारा होगा, और वह पुराने जोश के साथ मैदान पर उतरने को तैयार हैं।

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    इरफान : किरांव का जुनूनी योद्धा

    किरांव के इरफान का नाम स्थानीय क्रिकेट में जुनून और समर्पण का पर्याय है। लंबे समय तक स्थानीय टूर्नामेंट्स में अपनी छाप छोड़ने के बाद इरफान अब सरकारी क्षेत्र में सेवाएं दे रहे हैं। *किरांव नाइटराइडर्स* की कप्तानी संभाल रहे इरफान कहते हैं, यह टूर्नामेंट हमारे लिए अपने क्षेत्र की पहचान को फिर से स्थापित करने का मौका है। हम चाहते हैं कि यह जिले में अपनी एक अलग पहचान बनाए। स्थानीय होने के कारण इरफान पर अपनी टीम को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने का अतिरिक्त दबाव होगा। लेकिन उनका अनुभव और जुनून उन्हें इस चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार करता है।

    आक्शन में चमके दिग्गज

    7 सितंबर 2025 को हुए ऑक्शन में 40 खिलाड़ियों को चार टीमों के लिए चुना गया। इसके अलावा, आठ खिलाड़ी वाइल्ड कार्ड इंट्री के जरिए टीमें जाइन करेंगे। आक्शन में शामिल कुछ प्रमुख नाम हैं बजहा प्रतापगढ़ के हासिम खान, हथिगहां के पूजन मौर्या, लेहरा के रजनीश मिश्रा, रंगपूरा के कंचन भारतीया, बागी के दिनेश शुक्ला, खानपुर के जयसिंह यादव, तेलियरगंज के सतीश चौरसिया, क्रिकेट कोच दीपू पांडेय, और कई अन्य। ये सभी खिलाड़ी अपने समय के दिग्गज रहे हैं, जिन्होंने स्थानीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयां दीं।

    आक्शन में सूचीबद्ध हुए ये खिलाड़ी

    इस लीग में मलाका के पूर्व कप्तान राजन शुक्ला, आइकेएम आनापुर के कप्तान शीलू शुक्ला, टीटी अब्दालपुर के कप्तान सुनील पटेल, बजहा प्रतापगढ़ के कप्तान हासिम खान, हथिगहां के पूजन मौर्या, लेहरा के रजनीश मिश्रा, रंगपूरा के कंचन भारतीया, बागी के दिनेश शुक्ला, खानपुर के जयसिंह यादव, तेलियरगंज के सतीश चौरसिया, क्रिकेट कोच दीपू पांडेय, कलंदरपुर के अली फकर व वीके कुशवाहा, आनपुर के तेज गेंदबाज दीपू पांडेय व बल्लेबाज रोहित शुक्ला, कमांडो अरुण कुमार, तेलियरगंज के आशुतोष पांडेय व आनंद पांडेय, नई बाजार मऊआइमा के चैंपियन पांडेय, सकरामऊ के विजेंद्र कुमार वीरू, मुल्हापुर के वीरेंद्र कुमार, कटरा दयाराम के गिरीश कुमार, मानधाता के मो. यासिर, बागी के अंसार, सराय सुल्तान के आरिफ खान, किरांव के दीपक सिंह, मऊआइमा के नफीस, सोनवा का पूरा के महेंद्र सिंह मोनू, रामपुर डांडी के अमीन खान आदि शामिल हैं।

    अंकुर विश्वकर्मा : लीजेंड्स को सम्मान देने का सपना

    इस टूर्नामेंट के पीछे की प्रेरणा हैं अंकुर विश्वकर्मा, जो लंबे समय से दिव्यांग क्रिकेट में कोच के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अंकुर बताते हैं, मुझे हमेशा यह बात कचोटती थी कि हमारे क्षेत्र के दिग्गज क्रिकेटरों के बारे में नई पीढ़ी ज्यादा नहीं जानती। मैं चाहता था कि इन लीजेंड्स को फिर से मैदान पर लाया जाए, ताकि उनकी कहानियां नई पीढ़ी तक पहुंचें। अंकुर ने पहले यूट्यूब चैनल *Ankur Sport Lover* के जरिए स्थानीय खेलों को बढ़ावा देने की कोशिश की और अब लीजेंड्स लीग के रूप में एक नया मंच तैयार किया है। वह कहते हैं, “यह सिर्फ एक शुरुआत है। पहले सीजन में कुछ कमियां रह सकती हैं, लेकिन हम इसे हर साल और बेहतर करेंगे। हमारा सपना है कि यह लीग पूरे उत्तर प्रदेश में अपनी पहचान बनाए।”

    क्रिकेट की आत्मा को जिंदा रखने की कोशिश

    प्रयागराज लीजेंड स्टार प्रीमियर लीग सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि उन खिलाड़ियों के लिए एक श्रद्धांजलि है, जिन्होंने अपने खून-पसीने से स्थानीय क्रिकेट को जीवंत रखा। राजन शुक्ला, शीलू शुक्ला, सुनील पटेल और इरफान जैसे खिलाड़ी न केवल अपने क्षेत्र के गौरव हैं, बल्कि उन तमाम क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणा हैं, जो मानते हैं कि क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक जुनून है। यह टूर्नामेंट पुराने और नए के बीच एक सेतु बनने जा रहा है। जहां एक ओर पुराने खिलाड़ी अपने सुनहरे दिनों को फिर से जीवंत करेंगे, वहीं नई पीढ़ी को उनके संघर्ष और समर्पण की कहानियां सुनने का मौका मिलेगा। किरांव के मैदानों पर फिर से गूंजेंगी तालियां, फिर से लहराएंगे बल्ले और फिर से चमकेगा क्रिकेट का जादू।