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    अखिलेश दुबे पर तीन हजार करोड़ की संपत्ति बनाने का आरोप, पीड़ितों ने की ईडी और सीबीआइ जांच की मांग <br/>

    Updated: Wed, 29 Oct 2025 08:27 PM (IST)

    अखिलेश दुबे पर तीन हजार करोड़ की संपत्ति बनाने का आरोप है जिसके बाद पीड़ितों ने ईडी और सीबीआई से जांच की मांग की है। पीड़ितों का कहना है कि दुबे ने अवैध रूप से संपत्ति अर्जित की है और इस मामले में गहन जांच होनी चाहिए। उन्होंने अदालत जाने की भी बात कही है।

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    माल रोड स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता करते अखिलेश दुबे मुक्ति मोर्चा की सदस्य प्रज्ञा त्रिवेदी। साथ में ( बाएं से ) मनोज सिंह, रवी सतीजा, सौरभ भदौरिया, पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्र। जागरण

    जागरण संवाददाता,कानपुर। चर्चित अधिवक्ता अखिलेश दुबे द्वारा किशोरी वाटिका पार्क समेत कब्जाए गए कई सरकारी पार्कों और अवैध निर्माणों के खिलाफ केडीए कार्रवाई नहीं कर रहा है। अखिलेश ने तीन हजार करोड़ रुपये की संपत्ति बनाई है, इसलिए मामले की जांच सीबीआइ और ईडी से होनी चाहिए। यह बात भाजपा के प्रदेश संयोजक व अखिलेश दुबे मुक्ति मोर्चा के सदस्य रवी सतीजा व उनके साथियों ने माल रोड स्थित एक होटल में प्रेसवार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि अखिलेश दुबे के खिलाफ जानबूझकर मुकदमे दर्ज नहीं किए जा रहे हैं, जिससे विवेचना की गति भी धीमी हो गई है।

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    अखिलेश दुबे के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली साकेत नगर निवासी प्रज्ञा त्रिवेदी ने कहा कि उन्हें न्याय मिलता नहीं दिख रहा है, इसलिए उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री व महिला आयोग से इच्छा मृत्यु की मांग की है। उन्होंने अखिलेश की बेटी पर अभद्र मैसेज प्रचलित करने का आरोप लगाया। अधिवक्ता सौरभ भदौरिया ने कहा कि अखिलेश ने अपना आपराधिक इतिहास छिपा कर व खुद को पंजाब का रहने वाला बताकर 26 शस्त्र लाइसेंस लुधियाना, पंजाब से बनवाए हैं। एसीपी बाबूपुरवा की जांच में उसे दोषी भी पाया गया है, लेकिन अब तक डीएम ने लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई नहीं की है।

    उन्होंने कहा कि सभी 52 मामलों की जांच सीबीआइ से कराई जाए। एक अन्य पीड़ित मनोज सिंह ने कहा कि वर्ष 1998 में अखिलेश दुबे को बृजकिशोरी दुबे पार्क की जगह शर्तों के साथ दी गई थी। जिसमें कोई निर्माण न किया जाए इसके साथ ही उसका हर 10 साल में नवीनीकरण कराया जाए। इसके बावजूद पार्क पर निर्माण होकर कब्जा हो गया। किसी सामान्य व्यक्ति पर दो-तीन मुकदमे दर्ज होते हैं तो उस पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई कर उसकी संपत्ति सीज कर दी जाती है लेकिन छह मुकदमे दर्ज होने के बाद भी अखिलेश के खिलाफ पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। इस मौके पर पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्र, किदवई नगर निवासी सचिन सिंह राठौर आदि मौजूद रहे।

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