आपदा पीड़ित महिलाएं बनाएंगी बदरी-केदार का प्रसाद!
ऐसी योजना है कि आपदा पीड़ित महिलाएं अगले साल होने वाली बदरीनाथ केदरानाथ के लिए प्रसाद तैयार करेंगी। इससे महिलाओं के लिए स्वरोजगार की मुहिम शुरू होगी।
गुप्तकाशी, रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: यदि योजना परवान चढ़ी तो अगली बार चार यात्रा सीजन शुरू होने पर बदरीनाथ और केदारनाथ का प्रसाद केदारघाटी की आपदा पीड़ित महिलाएं बनाएंगी। इन महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने यह पहल की है।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सरोजनी कैंत्यूरा ने कहा कि जल्द ही इस बारे में श्री बदरी-केदार मंदिर समिति से बात की जाएगी। दूसरी ओर मंदिर समिति के मुख्य कार्यधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि प्रस्ताव आया तो समिति इसके लिए तैयार है। साथ ही समिति से जुड़े दूसरे कार्यों में भी प्रभावित महिलाओं की मदद ली जा सकती है।
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रुद्रप्रयाग के आपदा प्रभावित गांव लमगौंडी में हुई जनसुनवाई के दौरान कैंत्यूरा ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रसाद में मिलने वाला अरसा (पहाड़ में प्रचलित मीठा पकवान) और चौलाई के लड्डू बनाने का जिम्मा यदि इन महिलाओं को सौंप दिया जाए तो उनकी आर्थिकी संवरने लगेगी।
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श्री आदर्श संस्कृत महाविद्यालय शोणितपुर में धाद संस्था की ओर से आयोजित जन सुनवाई शिविर में आपदा पीड़ित महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने पर चर्चा की गई। शिविर के संयोजक विजय जुयाल ने कहा कि महिलाओं को सिलाई, कताई और बुनाई के प्रशिक्षण के अलावा कृषि, सब्जी उत्पादन जैसे कार्यों के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
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इस मौके पर राज्य महिला आयोग की सचिव रमेन्द्री मन्द्रवाल, तन्यय बहुखण्डी, रवीन्द्र नेगी, पूर्व ब्लाक प्रमुख ममता नौटियाल और ज्येष्ठ प्रमुख विष्णुकांत शुक्ला मौजूद थे।
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