गुडलक को एकत्र किए नोट, बै़डलक होते देख बैंक में किए जमा
गुडलक के लिए एकत्र किए गए 786 नंबर की सीरिज के नोट जब रद्दी होने लगे तो एक व्यक्ति ने इसे बैंक में जमा करा दिए। ऐसे एक लाख रुपये लेकर वह बैंक पहुंचा।
देहरादून, [जेएनएन]: नोट बंदी के बाद एक शख्स ने चलन से बाहर हो चुके करीब एक लाख रुपये के पुराने नोट बैंक में जमा कराए। इन नोटों की खासियत यह रही कि सभी नोटों पर 786 नंबर अंकित है।
इन नोटों को जमा कराया है क्लेमेटाउन निवासी हिमांशु शर्मा ने, जो कई सालों से ऐसे नोट जमा कर रहे थे जिनमें सीरियल नंबर के अंत में 786 अंकित हो। अब पांच सौ व हजार के नोट चलन से बाहर हो गए, तो ऐसे नंबर वाले नोट उन्होंने बैंक में जमा करा दिए।
पढ़ें-शराब कारोबार में गिरावट, फिर भी दुकानों पर कैशलैस से तौबा
हिमांशु शर्मा ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स सुभाष नगर शाखा में पहुंचे और ये नोट जमा कराए। हिमांशु ने बताया कि उन्होंने 786 नंबर वाले नोट कई सालों से अलग-अलग स्थानों से एकत्रित किए। उन्हें ऐसे नोट संग्रह करने शौक है।
पढ़ें-वेतन मिला न पेंशन, बटुआ खाली; अभी दो दिन और इंतजार
उन्होंने यह नोट गुड लक के तौर पर संभाल कर रखे थे। एक विशेष समुदाय में इस अंक का बहुत महत्व है। लेकिन, उन्होंने 786 नंबर के नोट एकत्रित कर धर्मनिरपेक्ष होने का भी संदेश दिया।
पढ़ें- बैंक कर्मियों ने पेश की मिसाल, सैलरी से निकाले सिर्फ पांच हजार
हिमांशु ने कहा कि केंद्र सरकार के पुराने नोट बंद करने का वह स्वागत करते हैं। इससे काले धन पर लगाम लगेगी। साथ ही भ्रष्टाचार पर काबू पाया जा सकेगा।
पढ़ें-नोटबंदी के बाद कैशलैस हुई मंडी में उधारी पर टिका व्यापार
उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे पुराने नोट बंद होने से घबराए नहीं। नोट बंदी से फिलहाल दिक्कत आ रही है, लेकिन जल्द ही सब सामान्य हो जाएगा।
पढ़ें-नोटबंदी: इस तरह एडजस्टमेंट कर चला रहे हैं घर खर्च, जानिए...