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    बीएनडी में भर्ती प्रक्रिया पर विवाद, एक ही परिवार के सगे संबंधियों की नियुक्ति सवालों के घेरे में

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 09:21 PM (IST)

    बीएनडी (BND) की हालिया भर्ती प्रक्रिया को लेकर विवाद सामने आया है। सूत्रों के अनुसार, भर्ती में एक ही परिवार के सगे संबंधियों की नियुक्ति हुई है, जिससे पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं। इस मामले को लेकर कर्मचारियों और स्थानीय लोगों में नाराजगी है।

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। ब्रह्मानंद महाविद्यालय (BND) में कर्मचारियों और शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर भी सवाल उठ रहे हैं। शिक्षा निदेशक से की गई शिकायत में एक ही परिवार के निकटतम संबंधियों को नौकरी दिए जाने का तथ्य शामिल है। शिकायतकर्ता का दावा है कि महाविद्यालय की चयन समिति ने प्राचार्य प्रो. विवेक द्विवेदी के चचेरे भाई मनीष द्विवेदी की नियुक्ति की है लेकिन क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ने इसे नकार दिया है।

    बीएनडी कालेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से लेकर प्रोफेसर तक पदों पर एक ही परिवार के करीबी लोग काबिज हैं। प्राचार्य प्रो. विवेक द्विवेदी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले शशांक शुक्ला ने इसकी भी शिकायत आइजीआरएस पर की है। उनका दावा है कि एक दर्जन से अधिक पदों पर द्विवेदी परिवार के निकटतम संबंधियों को नियुक्ति दी गई है। इसमें प्रो. द्विवेदी के चचेरे भाई मनीष द्विवेदी की नियुक्ति भी शामिल है।

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    इसके अलावा कई अन्य पदों पर उनकी बहन, बहनोई और अन्य निकटस्थ लोग तैनात हैं। सगे - संबंधियों की नियुक्ति का सिलसिला कई साल से चला आ रहा है। कई पारिवारिक संबंधी तो नौकरी करने के बाद सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं। इस शिकायत पर प्राचार्य प्रो. विवेक द्विवेदी ने क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी को लिखित जवाब में बताया है कि नियुक्तियों में किसी भी संबंधी को शामिल नहीं किया गया है।

    मनीष द्विवेदी को नियमों के अनुसार उनका संबंधी नहीं माना जा सकता है। इसी तरह अर्जिता मिश्रा की नियुक्ति भी मृतक आश्रित कोटे में की गई है। जिसकी निदेशालय से अनुमति भी प्राप्त है। इस पत्र में उन्होंने शिकायतकर्ता शशांक शुक्ला पर आरोप लगाया है कि उन्होंने समय - समय पर उनसे उधार रुपये लिए और वापस नहीं किया। बगैर अनुमति कालेज से गायब हो जाना और फर्जी नियुक्ति के लिए दबाव बनाना उनकी प्रवृत्ति है।

    प्रो. द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेश पर होने वाली जांच से सब स्पष्ट हो जाएगा। जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं लेकिन इस तरह के आधारहीन आरोपों से डरेंगे नहीं।

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