कड़क चाय बनाने की आदत थी, इसीलिये निर्णय भी कड़क लेता हूंः मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं छोटा था तो लोग कहते थे कि मोदी, चाय जरा कड़क बनाना। मुझे कड़क चाय बनाने की आदत थी, इसी लिये निर्णय भी कड़क लेता हूं । कड़क चाय गरीबों को भी पसंद है।

गाजीपुर (जेएनएन)। आज यूपी के गाजीपुर पहुंचे प्रधानमंत्री ने भारत माता की जय के साथ अपना भाषण शुरु किया। बोले, गाजीपुर जिला ऋषि मुनियों की नगरी है।1965 की जंग में वीर अब्दुल हमीद भी इसी धरती के सपूत थे इस धरती को नमन करता हूं। इसी धरती से पांच हजार से अधिक जवान सेना की सेवा कर रहे हैं इस धरती को बार बार प्रणाम। उन्होंने कहा कि 2014 के चुनाव में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में आपने मदद किया। न किया होता तो भ्रष्टाचारियों को चिंता होती और न कालेधन वालों को चिंता होती यह सब आपके वोट की ताकत है कि गरीब चैन से सो रहा है और अमीर नीद की गोलियां खरीदने को बाजार में चक्कर काट रहा है। यह सब आपके समर्थन से हुआ है।
लोग गोबर से गेहूं निकाल कर पेट भरते थे
गाजीपुर के लोगों की गर्जना देश को सुनने दीजिए, आपका प्यार मेरे सिर आंखों पर, मैने वादा किया था आप जो धूप में तप रहे हैं मै ब्याज सहित विकास कर लौटाउंगा। कोइ सोच नहीं सकता था कि किसानों का भाग्य बदलेगा मगर हो रहा है। पूर्वांचल का कोई बीमार हो तो साेचता था कि कहां इलाज कराउं। गरीबों के इलाज की भी चिंता किया। 1962 में पं नेहरू पहले प्रधानमंत्री थे आज उनकी जयंती है। उप्र ने अनेक प्रधानमंत्री दिए जिनमें पं नेहरू पहले थे। यहीं से लोकसभा सदस्य रहे विश्वनाथ जी उन्होंने संसद में खडे होकर भाषण दिया था। उनकी आंखों में आंसू की धारा थी कहा था, नेहरु जी यूपी से आप पीएम हैं मगर उसी उप्र में एक पूर्वांचल है पूर्वी उत्तर प्रदेश है वहां गरीबी भयावह है वहां लोग गोबर में से गेहूं के बीज निकाल कर पेट भरते हैं। गाजीपुर के सांसद ने यह हालात बयान किया था तो पूरी संसद के आंख में आंसू थे हर कोई हिल गया था तब पं नेहरु ने पटेल कमेटी बनाई थी। उस समिति ने रिपोर्ट बनाई थी पूर्वांचल की भलाई के लिए। पं नेहरु चले गए अब तक यह सब डिब्बे में बंद रहा।
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मैं तो विकास करने आया हूं
आज मैं पं जी के जन्म दिन पर कहता हूं कि 1962 में बात हुई थी अब 2016 में नेहरु जी आपकी आत्मा जहां कहीं हो, आपके दल के नेता गाली देते हों आरोप लगाते हों मगर मैं विकास करने आया हूं। इसी दिन मैं उप्र में विकास की रुकी गति को आगे ले जाने की शुरुआत करता हूं। रेल पर पुल बनाना चाहता हूं ताकि विकास को गति मिले। नेता आए गए, नोट बटोरे मगर काम नहीं किया। मैं मनोज सिन्हा और सुरेश प्रभु को आभार प्रकट करता हूं कि पुल के शिलान्यास का मौका मुझे दिया। पुल का काम शुरु हो गया है, समय सीमा में काम पूरा करके रहूंगा। किसान भाई बहनों आप कन्नौज से बेहतर इत्र बनाते थे मुझे दोबारा वह रौनक लानी है। उत्तम सब्जी यहां पैदा होती है मां गंगा की कृपा से। उत्पाद को बचाने की व्यवस्था हो जाए तो यहां के किसानों के उत्पाद बाहर भी जाएं। सही दाम मिलने पर बाजार में बेच सकते हैं ताकि शोषण न हो। फसल बीमा योजना पहली बार किसानों को दी है जिससे किसान बहुत मामूली रकम से अपनी फसल बीमा ले सकता है, बाकी रकम सरकार भरेगी।
भारत में धन की कमी नहीं
आपदा आई तो किसानों को जो पैसा मिलेगा वह योजना भरपाई करेगी। फसल तैयार है मगर अचानक बारिश हुई तो हमने योजना में शामिल किया कि कटाई के बाद 15 दिन तक खेत में ढेर पडा है और नुकसान हुआ तो भी किसान को बीमा का पैसा मिले। कभी कभार मई जून में बुआई करेंगे बारिश के सहारे तो भी बारिश नहीं अाई तो किसान बुआई कैसे करेगा। किसान का खेत सूखा पडा है तो इस बीमा में किसान को बोआई न कर पाने पर फसल बीमा का पैसा दिया जाएगा ताकि किसान को नुकसान न हो। सरकार गांव और गरीब संग किसान के लिए है। भारत में धन की कमी नहीं है मगर धन कहां पडा है वह समस्या है जहां होना चाहिए वहां नहीं और जहां नहीं होना चाहिए वहां ढेर लगा है। पिछली बार नौ मई 2014 को आया था। मैने वादा किया था कि भ्रष्टाचार से लडूंगा, आपने मुझे इस बात पर प्रधानमंत्री बनाया।
देश में बेइमानों के लिए कोई चारा नहीं
500 या हजार की नोट बंद कराया तो वही कर रहा हूं जो वादा किया था। ताली बजाकर देश को बताइये कि देश को भ्रष्टाचार से मुक्त होना चाहिए। मुसीबत झेलेंगे, तकलीफ सहेंगे, भाइयों, गांव का गरीब देश के लिए कष्ट सहने को तैयार है तो देश में बेइमानों के लिए कोई चारा नहीं है। मैं जानता हूं कि आप को तकलीफ हो रही है। घर में शादी हो बारात आने वाली हो धूमधाम से शादी हो बच्चा बाहर कमाने लगा हो तो घर को भी अच्छा करना हो तो रंग रोगन कराने में गंध तो आती है। हम गंध आने के बावजूद रंग रोगन कराते हैं। मगर इरादा नेक होना चाहिए। मेरे गाजीपुर के भाइयों जो मै कर रहा हूं देश के भलाई के लिए कर रहा हूं। गरीबों की भलाई, गांव की भलाई, किसान की भलाई के लिए कर रहा हूं। जो राजनीतिक दल परेशान हैं, वो नोटों की मालाएं ऐसी पहनते थे कि मुंडी भी नहीं दिखती थी।
बिस्तर के नीचे से करोडों रुपये मिलते
आप सुनते थे कि बिस्तर के नीचे से करोडों रुपये मिलते थे, यह गरीबों का है कि नहीं। कागज की गडडी हो गए कालाधन अब। गरीब अमीर सब एक समान हो गए। मुझे भी पीडा है, मैं रात को जगकर आपकी तकलीफ को दूर कर रहा हूं आगे भी करता रहूंगा, लेकिन कुछ लोगों को दिक्कत है। ईमानदारी के नाम पर देश के नेताओं को कहना चाहता हूं गुमराह करने की बात मत करो, कांग्रेस वालों से पूछना चाहता हूं जनता को तकलीफ हो रही है। मैं जनता के लिए एडी चोटी का जोर लगा रहा हूं मगर कांग्रेस बताए आपने 19 महीने आपातकाल लगाकर इस देश को जेल बना दिया। देश के लिए मरने जीने वालों को 19 महीने तक आपने जेल में बंद किया। आपने हिंदुस्तान के अखबारों पर ताले लगवाए। क्या यह आपने गरीबों के लिए किया था क्या कालाधन के लिए किया था। आपने सिर्फ गददी बचाने के लिए देश को जेलखाना बना दिया था। क्या मेरा निर्णय गलत है, गरीब कहते हैं कि चाय जरा कड़क बनाना, गरीब को कडक चाय अधिक पसंद है तौ मैेने भी निर्णय कडक लिया। यह गरीब को पंसद आया और अमीर को नहीं।
सीमा पार से नकली नोट छापकर भेजते हैं
कांग्रेस पूछती है किस कानून से आपने रुपया बंद किया। कांग्रेस ने चवन्नी बंद कर दी थी। कांग्रेस चवन्नी से आगे नहीं बढ सकी। आप बताइए ये आतंकवाद, नक्सलवाद से हमारे नवजवान शहीद हों कोई चाहेगा। आतंकवादियों नक्सलियों के पास पैसे कहां से आते हैं। सीमा पार से नकली नोट छापकर भेजते हैं। क्या दुश्मनों की चाल खत्म होनी चाहिए कि नहीं। आतंकवाद नक्सलवाद उग्रवाद से लडने के लिए जाली नोट समाप्त होनी चाहिए। मुझे बताइए, 500 और हजर की नोट पर हमला न करता तो ये परेशान न होते। पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं। बेटी की शादी के लिए जमा पैसे मोदी ले लेगा अफवाह फैला रहे हैं, जब तक मोदी जिंदा है आप विश्वास कीजिए आप कडी मेहनत करके बेटी की शादी के लिए बचाया है उसपर कोई आंख नहीं उठाएगा। मेरी सरकार बैंक में जा पर ब्याज भी देगी।
हिसाब तो देना ही पडेगा
मेरा इन्कम टैक्स विभाग ढाई लाख तक आपसे पूछेगा नहीं। मगर ढाई करोड को छोड दूं सह नहीं होगा। सीसीटीवी कैमरा नहीं है तो चोरी छिपे से लोग कूडे कचरे में नोट फेंक कर भाग रहे हैं। हिसाब तो देना ही पडेगा क्योंकि आप गरीबों से लूट कर लाए हैं। मैं आपका हक लूटने नही दूंगा। आप गंगा किनारे रहते हैं कोई गंगा में दूध कोई फूल चढाएगा, अमीर होगा तो दूध दही शहद और सिक्का भी डालेगा। मगर गंगा में पांच सौ आैर हजार बह रहे हैं। गंगा में ऐसा पाप नहीं धुलेगा। जानता हूं जिनके पास खजाने भरे हैं वो ताकतवर हैं सरकारों को खरीदते हैं। मुझे बताइए क्या मुझे इनसे डरना चाहिए, आपका आर्शिवाद है इसीलिए इतनी बडी लडाई मोल ली है। जो ट्रेन से यहां से जाएगी शब्द भेदी के नाम से हमें विरासत याद आएगी। देश के लिए मरने मिटने वालों को कोई याद नहीं करता था यह शब्दभेदी आपके लिए विकास का अवसर लेकर आया है। आपसे प्रार्थना है जनता के जरिए देश के लोगों से प्रार्थना है।
मैने सिर्फ 50 दिन गरीबों के लिए मांगे।
काम बडा नोट बदलने का, बेइमान को फायदा न हो। सही को लाभ मिले। तकलीफ होगी, समस्या होगी इसलिए आग्रह है आप स्वयं सक्रिय होकर गांव गांव लोगों को धैर्य विश्वास दें। मैने सिर्फ 50 दिन मांगें। 18-20 घंटे बैंक वाले काम कर रहे हैं। कांग्रेस वालों ने अपनी कुर्सी के लिए 19 महीने देश को जेल खाना बना दिया था। मैने सिर्फ 50 दिन गरीबों के लिए मांगे। जिस देश में गांव का गरीब भी कष्ट झेलता हो मेरे देश में अब बेइमानों के दिन खत्म होकर रहेंगे। आप सब खडे होकर मुझे पवित्र काम के लिए आशीर्वाद दीजिए। आपकी तालियां और आशीर्वाद कम नहीं होना चाहिए। आपका आशीर्वाद पूरा देश देख रहा है। पूर्वांचल और मेरे देशवासियों देखिए गरीबों की अमीरी देखिए गोबर से गेहूं निकालकर खाने वाले आशीर्वाद दे रहे हैं ताकि रुवाकटेें डालने वालों को पता चले। मां गंगा को याद कर आशीर्वाद दीजिए बहुत बहुत धन्यवाद आपका।
पीएम बोले वाराणसी में नोट बदलने में लोगों को न हो समस्या
वाराणसी अाज सुबह 10:47 बजे दिल्ली से वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नें हवाईअड्डे के एप्रन पर भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेताओं से मुलाकात के दौरान कहा कि बनारस में लाइन लगकर नोट बदलने और जमा करने वाले लोगों को किसी प्रकार की समस्याओं का सामना ना करना पड़े। यदि किसी को कोई समस्या होती है तो आप अपने स्तर से उस को तत्काल दूर करने का प्रयास करें। एप्रन पर पीएम से मुलाकात करने वालों में प्रदीप अग्रहरि, जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, नागेंद्र रघुवंशी जयनाथ मिश्रा, विद्याशंकर राय, धर्मेंद्र सिंह सहित बीजेपी के कुल नौ स्थानीय नेता शामिल रहे।
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