सोशल मीडिया पर 'खजाने' की जंग: कोई बता रहा फर्जी तो किसी को है भरोसा
सोना निकलेगा तो यूपी की बल्ले-बल्ले हो जाएगी, सोना मिला तो डॉलर के बराबर रुपये की कीमत होगी, देश की गरीबी दूर होगी। सोना निकलेगा तो उन्नाव के विकास में उसका इस्तेमाल होना चाहिए.। जितने मुंह उतनी बातें। आजकल सोशल नेटवर्किग के अड्डों पर उन्नाव के डौंडिया खेड़ा का छिपा खजाना आजकल बातूनियों की जंग का
कानपुर, [अनुराग मिश्र]। सोना निकलेगा तो यूपी की बल्ले-बल्ले हो जाएगी, सोना मिला तो डॉलर के बराबर रुपये की कीमत होगी, देश की गरीबी दूर होगी। सोना निकलेगा तो उन्नाव के विकास में उसका इस्तेमाल होना चाहिए.। जितने मुंह उतनी बातें। आजकल सोशल नेटवर्किग के अड्डों पर उन्नाव के डौंडिया खेड़ा का छिपा खजाना आजकल बातूनियों की जंग का विषयवस्तु हो गया है।
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फेसबुक, ट्विटर या गूगल प्लस सभी जगह इस समय सोना ही सोना छाया है। दरअसल शोभन सरकार ने डौंडिया खेड़ा के राजा राव रामबक्स के किले में एक हजार टन सोना दबा होने का दावा कर केंद्र सरकार को पत्र भेजा। उसके बाद केंद्र सरकार ने सक्त्रियता दिखाई और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को जांच के लिए लगाया गया। इसके बाद फतेहपुर के आदमपुर गांव में भी सोना जमींदोज होने की बात उठी।
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बस फिर क्या, पहले प्रिंट मीडिया शुरू हुआ, फिर इलेक्ट्रानिक मीडिया ने इसे विस्तार दिया और अब तो सोशल नेटवर्किग साइट्स, हर चौराहे, हर दुकान पर बस सोने की ही चर्चा है। सब अपने-अपने कयास लगाए जा रहे हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग भले ही शुक्रवार से खुदाई शुरू कराएगा लेकिन सभी जगह प्लानिंग शुरू हो गई है। कोई भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहा है तो कोई रुपये को डॉलर के मुकाबले मजबूत कर रहा है।
कोई इसे फर्जी बता रहा है तो कोई हास्य व्यंग्य कर कालेधन को निकलवाने को कह रहा है। कोई सूत न कपास कोरियों में लट्ठम-लट्ठा का उदाहरण देकर बोल रहा है कि कुछ दिखा नहीं है लेकिन लोग ख्वाब संजोए बैठे हैं। अब तो खजाने को लेकर दावेदार भी आ गये हैं। उन्नाव वाले तो एक विज्ञापन तैयार कर विकास के लिए हक मांगने लग गए हैं।
बहरहाल तस्वीर तो शुक्रवार को ही साफ होगी कि आखिर किलों की जमीन तले दबा क्या है लेकिन यह खजाना सोशल नेटवर्किग से जुड़े लोगों के लिए बातचीत और टाइम पास का अच्छा साधन बन गया है। इसमें डॉ. कुमार विश्वास जैसे बड़े कवि भी अपने अंदाज में व्यंग्य कर रहे हैं। सपने के चक्कर में देश खुद रहा है, बाबा का हो या इटली वाली माता का पता नहीं कब खजाना निकलेगा।
1- डॉ. कुमार विश्वास (कवि):- जिस-जिस को खजाना चाहिए, वह 17 अक्टूबर तक ग्राम प्रधान के पास अपना नाम पता नोट करा दें।
1- संतोष श्रीवास्तव:- एक बाबा ने गड़े धन का पता बताया तो सरकार धन के पीछे पड़ गई। एक बाबा ने काले धन का पता बताया सरकार बाबा के पीछे पड़ गई।
कुछ यूं चल रहे हैं कमेंट
1- दिनेश कुमार गेरा मां चंद्रिका देवी की छत्रछाया में 1000 टन सोना जमींदोज है। अगर वह निकला तो भारतीय रिजर्व बैंक के 550 टन सोने से ज्यादा होगा। क्या है तीन लाख करोड़ रुपये के सोने का राज।
1- वेब दुनिया:- बड़ी चौकीदारी करानी पड़ेगी, कहीं बड़े गिद्ध न पहुंच जाएं खजाना लूटने।
1- अवर्तिका चतुर्वेदी:- उन्नाव के विकास में ही सारा सोना खर्च किया जाना चाहिए।
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