मनमोहन के बराबर ही तो पीएम मोदी ने की हैं विदेश यात्राएंः शाह
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं का बचाव किया है। उन्होंने इस बारे में विपक्षी दल कांग्रेस की आपत्तियों को गैरजरूरी बताते हुए खारिज कर दिया। शाह ने कहा कि मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बराबर ही विदेश दौरे की हैं। इसको लेकर
कोल्हापुर। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं का बचाव किया है। उन्होंने इस बारे में विपक्षी दल कांग्रेस की आपत्तियों को गैरजरूरी बताते हुए खारिज कर दिया। शाह ने कहा कि मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बराबर ही विदेश दौरे की हैं। इसको लेकर कांग्रेस को ज्यादा शोर नहीं मचाना चाहिए।
अमित शाह शनिवार को यहां पर आयोजित महाराष्ट्र भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बकौल शाह, 'मैं जब लोगों से सुनता हूं कि मोदी केवल विदेश जाने के ही इच्छुक रहते हैं। यही कारण है कि पीएम ने एक साल में ढेरों विदेश यात्राएं कर ली हैं। लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि मोदी ने उतनी ही यात्राएं की हैं जितनी मनमोहन ने की थी। दोनों की यात्राओं में सिर्फ एक अंतर है कि लोग पूर्व पीएम के दौरे के बारे में कभी जान ही नहीं पाए।' उन्होंने आगे कहा, 'जब मोदी विदेश दौरे पर रहते हैं तो हजारों भारतीय वहां उनका स्वागत करने के लिए मौजूद रहते हैं और विभिन्न देशों की सरकारें भी भारत से कारोबार करने की इच्छुक प्रतीत हो रही हैं। यह सब मनमोहन के दौरे में गायब रहता था।'
'जन कल्याण पर्व' में मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाएगी भाजपा
मोदी सरकार की एक साल की उपलब्धियों का गुणगान करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस पर करारा हमला बोला। उनका कहना था, 'हमारा कट्टर प्रतिद्वंद्वी भी यह आरोप नहीं लगा सकता कि राजग सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार हुआ है। जबकि संप्रग सरकार के कार्यकाल में 12 लाख करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था।' शाह के अनुसार, 'पीएम मोदी ने अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक में ही काले धन की जांच के लिए एसआइटी के गठन का फैसला लिया। इतना ही नहीं सरकार ने विदेश में काला धन जमा करने के दोषियों के लिए दस वर्ष की कैद का प्रावधान भी किया। उन्होंने बताया कि मोदी का मेक इन इंडिया अभियान देश के करोड़ों लोगों के लिए रोजगार सुनिश्चित करेगा। भाजपा प्रमुख ने स्वच्छ भारत अभियान और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को भी अपनी सरकार के कुछ अन्य प्रमुख उपलब्धियों के रूप में गिनाया। अपने भाषण में शाह ने शिवसेना को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा, 'पिछले चुनावों में हम जिन सीटों पर हार गए थे, वहां भी अगली बार कमल खिलाना है।'