इतनी बड़ी शख्सियत होने के बाद भी जमीन से जुड़े हैं एप्पल के सीईओ टिम कुक
एप्पल के सीईओ जितनी बड़ी शख्सियत हैं उतनेे ही वह जमीन से जुड़े व्यक्ति हैं। लोगों से मिलना और उनके साथ सेल्फी लेना उन्हें पसंद है। साथ वह कम बोलना और ज्यादा सुनना पसंद करते हैं।
नई दिल्ली। पिछले दिनों भारत दौरे पर आए अमेरिकी जाएंट एप्पल के सीईओ टिम कुक इस यात्रा के दौरान भारत के प्रधानमंत्री से लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राजनेताओं, बड़े उद्योगपतियों समेत कई बॉलीवुड हस्तियोंं से भी मिले। उनसे जो कोई मिलता वह उनकी सोच का कायल हो जाता। उनके भारत दौरे में कुछ ऐसे भी लोग थे जाेे लगभग हर वक्त उनके साथ रहे। उनके लिए भी कुक के साथ बिताए हर पल यादगार बन गए। ऐसा ही एक नाम राजीव मखनी का भी था।
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उन्होंने टिम कुक के साथ करीब तीन दिन बिताए। यह तीन दिन उनके लिए उनकी लाइफ के बेहतरीन पलों में से एक हैं। हिंदुस्तान टाइम्स में उन्होंने अपने इन पलों के बारे में लिखा है कि जब उन्हें पता लगा कि एप्पल की पीआर टीम उनसे मिलना चाहती है तो वह इस मीटिंग के लिए काफी एक्साइटेड थे। उन्होंने लिखा है कि वह तीन टीम कुक के साथ रहे। इस दौरान वह कई नेताओं से मिले और आईपीएल का मैच देखने भी गए। इसी दौरान उन्होंने कुक के साथ बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान के घर पर डिनर किया।
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मखनी ने लिखा है कि जितने दिन कुक यहां पर रहे वह उनके साथ कई जगहों पर घूमे। इस दौरान कई विषयों के बारे में उन्होंने कुक से सवाल भी किए। यह सवाल प्रोफेशनल से भी जुड़े थे और कुछ दूसरे विषयों पर भी आधारित थे। कुछ ऐसे थे जो उनके एक्सपीरियंस के आधार पर कुक से पूछे गए थे। एप्पल के सीईओ से पूछे जाने वाले सवालों के भी बड़े मायने थे। उन्होंने इस दौरान भारत में सस्ते आईफोन को लेकर भी सवाल किए। इन सभी के बीच वह कुक के साथ सिद्धिविनायक मंदिर और हैदराबाद का प्रसिद्ध गोलकुंडा का किला भी देखने गए।
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कुक के भारत दौरे का मकसद बेहद साफ था। मकसद था दुनिया के हर शहर की तरह भारत में भी एप्पल को बड़ा ब्रांड बनाना था। इसके साथ ही एप्पल के प्रोडक्ट के लिए लोगों में जागरुकता पैदा करना भी एक मकसद था। वह यहां आकर लोगों को बताना चाहते थे कि एप्पल का स्मार्टफोन दुनिया के बेहतर ब्रांड में से एक है। वह यह भी जानते थे कि भारत में स्मार्टफोन की बड़ी मार्किट है, जिसे वह कैप्चर कर सकते हैं। इस दौरान एक बड़ा सवाल था कि जिस देश में करीब 150 कंपनियों के स्मार्टफोन बाजार में मौजूद हों वहां पर यूजर के तौर पर वह किसको और क्यों पसंद करे?
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कुक के साथ बिताए अपने पलों को याद करते हुए मखनी ने लिखा है कि वह दुनिया की एक बड़ी कंपनी के सीईओ होने के साथ-साथ बेहद खुुले विचारों वाले व्यक्ति हैं। इतना ऊंचा कद होने के बाद भी वह जमीन से जुड़े हुए हैं। बातचीत के दौरान उन्हें इस बात का भी अहसास हुआ कि वह कुक को अपने माता-पिता से कितना लगाव है। उन्होंने कुक के हवाले से लिखा है कि उन्हें जो कुछ भी मिला अपने माता-पिता से मिला और वह उसे अब समाज को दे रहे हैं।
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उन्होंने अपने माता-पिता से सब कुछ सीखा है और वही उनके आदर्श भी हैं। मखनी उनकी कई खूबियों से सीधे तौर पर रूबरू हुए। उनका कहना है कि कुक कम बोलना और ज्यादा सुनना पसंद करते हैं। अपने काम में व्यस्त रहने के चलते वह कम समय के लिए ही सो पाते हैं। उन्होंनेे विभिन्न लोगों से मिलना और उनके साथ सेल्फी लेने का भी बहुत शौक है। शायद यही वजह है कि लोग अपने को उनके करीब जुड़ा महसूस कर पाते हैं।
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अपने दौरे से पहले एप्पल ने चीन की एक कैैब कंपनी में करोड़ों का निवेश किया है। वह यहां पर अपने बाजार और अपने ब्रांड दोनों को ही बढ़ाना चाहते हैं। इसके अलावा भारत पर उनकी सबसे ज्यादा नजर है। हालांकि मखनी यह भी मानते हैं कि अब भी कई सवालों के जवाब उनके पास नहीं है या फिर कुक से वह समय अभाव के चलते पूछे नहीं जा सके।
(राजीव मखनी एनडीटीवी के गजेट गुरू कार्यक्रम के एंकर होने के साथ-साथ एनडीटीवी टेक्नॉलॉजी के मैनेजिंग एडीटर हैं। )
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