शाबाशी की बजाए डीएसपी को थमाए ट्रांसफर ऑर्डर
हिमाचल प्रदेश में खनन माफिया के खिलाफ सख्ती करने व एक विधायक के बंद पड़ें क्रशर को अवैध ढंग से चलाने पर कार्रवाई करने पर डीएसपी गौरव सिंह का बद् ...और पढ़ें

शिमला [ जेएनएन ]: एक ओर प्रदेश सरकार खनन माफिया के खिलाफ सख्ती से पेश आने के दावे करती नही थकती लेकिन दूसरी ओर जब कोई अधिकारी अवैध खनन करने वालो को पकड़कर उन पर कार्रवाई करता है तो ऐसे अधिकारी को शाबाशी के बजाय उसके हाथ मे ट्रांसफर ऑर्डर थमा दिए जाते है। दून विधानसभा क्षेत्र मे विधायक के बंद पड़े क्रशर को अवैध ढंग से चलाने पर कार्रवाई करने वाले डीएसपी गौरव सिंह का तबादला कर दिया गया है। अब उन्हे कांगड़ा मे एएसपी के पद पर तैनात किया गया है। क्रशर पर कार्रवाई के बाद से विधायक राम कुमार और पुलिस अधिकारी मे ठन गई थी।
ट्रांसफर के लिए डीओ भी भेजे
दून के विधायक रामकुमार ने डीएसपी गौरव सिंह का बद्दी से तबादला करने के लिए मुख्यमंत्री को करीब तीन डीओ भी भेजे, लेकिन पुलिस अधिकारी की ट्रांसफर नही हुई। इसके बाद रामकुमार बुधवार को मुख्यमंत्री से मिलने के लिए शिमला पहुंच गए। यहां पर विधायक ने मुख्यमंत्री से डीएसपी गौरव सिंह को बद्दी से तत्काल बदले की मांग की थी।
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छह माह मे 170 मामले दर्ज
डीएसपी गौरव ने बद्दी मे ज्वाइन करने के बाद खनन माफिया पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। गौरव ने छह माह के दौरान अवैध खनन के 170 मामले दर्ज किए और 25 लाख रुपये का जुर्माना वसूला था। खनन माफिया को यह बात रास नही आ रही थी और इसे लेकर कई बार शिकायते भी की।
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विधायक की पत्नी का टिप्पर भी पकड़ा था
बीते दिनो विधायक की पत्नी की कंपनी का अवैध खनन सामग्री से भरा टिप्पर पकड़ने के बाद डीएसपी गौरव सिंह सबसे अधिक चर्चा मे आए। कार्रवाई करते हुए उन्होने करीब चालीस हजार रुपये का चालान किया था। इसके बाद से विधायक के साथ अनबन हो गई।
जहां सरकार भेजेगी, वहां काम करूंगा
बद्दी से कांगड़ा के लिए ट्रांसफर किए गए पुलिस अधिकारी गौरव सिंह का कहना है कि सरकार जहां भेजेगी वहां काम करूंगा। सरकार के आदेश मान्य होगे।

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