उत्तराखंड इलेक्शनः 5.75 लाख की रैली से किशोर टॉप पर
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 में छह प्रत्याशी खर्च सीमा के आधे हिस्से को ही पार पर पाए। जिले में सहसपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी किशोर उपाध्याय टॉप पर हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में मतदान के बाद एक तरह से प्रत्याशियों के खर्च पर ब्रेक लग गया है। अब सिर्फ मतगणना के दिन का ही मामूली खर्चा प्रत्याशियों के चुनाव खर्च में जुड़ेगा।
विधानसभा चुनाव की अधिकतम खर्च सीमा 28 लाख रुपये है। जबकि, जिले की दस सीटों से मैदान में उतरे 122 प्रत्याशियों का आकलन करें तो 20 प्रत्याशियों का खर्च ही 10 लाख रुपये से ऊपर गया। मात्र दो प्रत्याशी खर्च सीमा के कुछ करीब रहे, जबकि छह प्रत्याशी खर्च सीमा के आधे हिस्से को ही पार पर पाए। जिले में सहसपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी किशोर उपाध्याय टॉप पर हैं।
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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 में निर्वाचन व्यय टीम ने 13 फरवरी को किशोर उपाध्याय की रैली का कुल खर्च 5.75 लाख रुपये आंका है। इस खर्च के साथ किशोर का कुल खर्च 24.42 लाख का आंकड़ा पार कर गया।
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दूसरे नंबर पर मसूरी सीट से भाजपा प्रत्याशी गणेश जोशी 24.14 लाख रुपये के खर्च के साथ किशोर से कुछ ही पीछे हैं। तीसरे नंबर पर भी सहसपुर सीट के ही प्रत्याशी मोर्चे पर हैं। निर्दलीय प्रत्याशी आर्येंद्र शर्मा का अब तक का खर्च मीटर 22.32 लाख रुपये खर्च का आंकड़ा बता रहा है।
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चुनाव खर्च में अव्वल प्रत्याशी
प्रत्याशी---------------सीट--------दल----------खर्च
किशोर उपाध्याय--सहसपुर----कांग्रेस----2442313
गणेश जोशी--------मसूरी------भाजपा----2414123
आर्येंद्र शर्मा-------सहसपुर-----निर्दल-----2232825
महेंद्र नेगी---------रायपुर-------निर्दल----1806940
लक्ष्मी अग्रवाल---सहसपुर-----निर्दल-----1763172
गोदावरी थापली---मसूरी-------कांग्रेस-----1490731
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बस्तों में खेल कर गए प्रत्याशी
मतदान के दिन प्रमुख प्रत्याशियों के बस्ते लगभग हर बूथ पर नजर आते हैं। कई बार तो एक बूथ पर दो-दो बस्ते लगाए जाते हैं। इस बार भी ऐसी ही तस्वीर सामने आई। हालांकि, बस्तों की संख्या उनके खर्च में नजर नहीं आई। यह भी पढ़ें: विधानसभा इलेक्शनः विदा होने से पहले दुल्हन, कहीं बरात से पहले दूल्हे ने किया मतदान
प्रमुख प्रत्याशियों में भी अधिकतर का मतदान के दिन का खर्च 50 हजार रुपये से कम था। जबकि, बस्तों की तुलना उनके बस्तों से की जाए तो प्रमुख प्रत्याशियों का खर्च आसानी से दो लाख रुपये पार कर जाता।
बस्तों की संख्या और मतदान के दिन के खर्च में भारी अंतर इस बात की आशंका भी व्यक्त करता है कि कहीं बस्तों पर होने वाले खर्च के लिए धनराशि का इंतजाम निर्वाचन व्यय के खाते से इतर तो नहीं किया गया।
निर्वाचन व्यय की टीमों ने भी मतदान के दिन बस्तों की वीडियोग्राफी की, मगर उनकी पहुंच सीमित बस्तों तक थी। इसकी बड़ी वजह यह कि दून की 10 सीटों पर 1725 बूथ थे और निगरानी टीम में शामिल थे महज 22 लोग।
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मतदान के दिन अधिकतम खर्च
प्रत्याशी--------------सीट-------दल--------खर्च
संदीप गुप्ता-------ऋषिकेश---निर्दल----173330
सूर्यकांत धस्माना---कैंट-------कांग्रेस---128275
त्रिवेंद्र रावत--------डोईवाला---भाजपा---114115
गोदावरी थापली----मसूरी-----कांग्रेस----109505
प्रेमचंद अग्रवाल---ऋषिकेश---भाजपा---82902
राजपाल खरोला----ऋषिकेश---कांग्रेस---68409
हीरा सिंह बिष्ट----डोईवाला----कांग्रेस---91255
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