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    यूपी विधानसभा चुनावः एक नजर में जाने छठे चरण की सीटों का हाल

    By Ashish MishraEdited By:
    Updated: Thu, 02 Mar 2017 01:05 PM (IST)

    छठवें चरण की 49 सीटों के लिए चार मार्च को मतदान होना है। यहां के लड़ाकों में से 20 फीसद दागी हैं। जबकि 25 फीसद उम्मीदवार करोड़पति हैं।

    यूपी विधानसभा चुनावः एक नजर में जाने छठे चरण की सीटों का हाल

    लखनऊ (जेएऩएऩ)। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्ता हासिल करने की चाहत में राजनैतिक दल 'दागियों को गले लगाने में एक दूसरे को पीछे छोड़ते नजर आ रहे हैं। छठवें चरण की 49 सीटों के लिए चार मार्च को मतदान होना है। यहां के लड़ाकों में से 20 फीसद दागी हैं। इनमें से 17 फीसद पर हत्या, हत्या के प्रयास महिला उत्पीडऩ के गंभीर मामले दर्ज हैं, जबकि 25 फीसद उम्मीदवार करोड़पति हैं। पहले चरण में जहां 20 फीसद प्रत्याशियों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज थे, दूसरे व तीसरे चरण में यह औसत 14 फीसद था। चौथे चरण में 17, पांचवें चरण में 19 और छठवें चरण में दागी प्रत्याशियों की संख्या 20 फीसद है।
    बुधवार को जारी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफाम्र्स (एडीआर) व उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच के प्रवक्ता प्रो.अजय प्रकाश व अनिल शर्मा ने छठवें चरण में भाग्य आजमा रहे 635 के शपथपत्र की विश्लेषण रिपोर्ट जारी है, जिसके मुताबिक कुल 126 उम्मीदवारों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। भारतीय जनता पार्टी के 45 प्रत्याशियों में से 18 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, इनका औसत 40 फीसद है। भाजपा के 20 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन पर दर्ज अपराध में पांच साल या उससे ऊपर सजा हो सकती है। सपा के 40 प्रत्याशियों में से 15 खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, इनके दागी प्रत्याशियों का औसत 38 फीसद के करीब है। बहुजन समाज पार्टी के 49 में 24 प्रत्याशियों के खिलाफ मुकदमे हैं। बसपा के दागी प्रत्याशियों का औसत 36 के करीब है। राष्ट्रीय लोकदल के 36 में से पांच प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।

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    छठवें चरण में 24 विधानसभा क्षेत्रों (49 फीसद) को अति संवेदनशील क्षेत्र माना गया है। इनमें पांच विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां के छह-छह प्रत्याशी दागी हैं, जबकि 17 क्षेत्र ऐसे हैं जहां पांच से तीन-तीन आपराधिक पृष्ठभूमि के प्रत्याशी हैं। इन्हें 'दागी बहुल क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया है। एडीआर के प्रवक्ता ने बताया कि छठवें चरण 27 फीसद करोड़पति मैदान में हैं। वह कहते हैं कि राजनीतिक दल अपराधियों से दूरी का चाहे जितने दावे करते हों मगर शपथ पत्रों के विश्लेषण से साफ है कि अपराधियों से किसी भी दल ने दूरी नहीं बनाई है।

    160 करोड़पति प्रत्याशी
    एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक छठवें चरण के 635 प्रत्याशियों में से 160 करोड़पति हैैं। यह औसत 25 फीसद है। बसपा के 49 में 35, भाजपा के 45 में 33, सपा के 40 में 28 प्रत्याशी करोड़पति है। कांग्रेस के 10 में 6, रालोद के 36 में से आठ प्रत्याशी करोड़पति है।

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    बड़े आसामी
    इस चरण में सबसे बड़े पूंजीपति मुबारकपुर के बसपा प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली है, उन्होंने 118 करोड़ की संपत्ति घोषित की है। चिल्लूपार से बसपा के विनय शंकर तिवारी दूसरे नंबर पर हैैं, उन्होंने 67 करोड़ की संपत्ति घोषित की है। नौतनवां से बसपा प्रत्याशी अयाज अहमद तीसरे नंबर हैं, उन्होंने 52 करोड़ की संपत्ति घोषित की है।

    टॉप टेन करोड़पति
    टॉपटेन करोड़पतियों में शाह आलम (118 करोड़), विनय शंकर तिवारी (67 करोड़), अयाज अहमद (52 करोड़), उमाशंकर सिंह (40 करोड़), ब्रह्मशंकर त्रिपाठी (26 करोड़), अनीता जायसवाल (24 करोड़), मुख्तार अंसारी (21 करोड़), कमलेश शुक्ला (20 करोड़), दुर्गा प्रसाद यादव (17 करोड़), ईश्वर चंद (16 करोड़)

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    रिटर्न न भरने वाले टॉप टेन
    देव प्रकाश (रालोद), राजेन्द्र (पीस पार्टी), योगेन्द्र (निर्दल), अरविंद कुमार राय (निर्दल), जिया उद्दीन (सपा), सनातन (सपा), दरोगा सरोज (भाजपा) वीरेन्द्र चौधरी (कांग्रेस), चिंता यादव (कांग्रेस) वंशराज (एनआइएसएचए दल)

    टॉप टेन कर्जदार
    मुख्तार अंसारी (6 करोड़), अनीता जायसवाल (दो करोड़), शाह आलम गुड्डी जमाली (दो करोड़), सत्य प्रकाश (एक करोड़), राम इकबाल (एक करोड़), अंबिका (एक करोड़) बिजय (एक करोड़), उमेश पांडेय (एक करोड़), अरशद खुर्शीद (एक करोड़), आफताब आलम ( एक करोड़)।

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    78 दलों के प्रत्याशी
    एडीआर व इलेक्शन वॉच के प्रवक्ता ने बताया कि इस चरण के प्रत्याशी 78 राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व करते हैैं। छह राष्ट्रीय दल, पांच क्षेत्रीय दल और 67 गैर मान्यता प्राप्त दलों ने अपने प्रत्याशी उतारे हैैं। 175 निर्दल प्रत्याशी मैदान में हैैं।

    कैसे-कैसे अपराधों के आरोप
    -छठवें चरण में 126 प्रत्याशी ऐसे हैैं जिन पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैैं
    -109 प्रत्याशी ऐसे हैैं जिन्होंने अपने ऊपर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, महिला उत्पीडऩ के इल्जाम दर्ज हैैं
    -23 उम्मीदवारों पर हत्या के प्रयास का इल्जाम है, जिसका उल्लेख शपथ पत्र में हैैं
    -दो प्रत्याशियों ने दुष्कर्म, छेड़छाड़ का इल्जाम होने की बात शपथ पत्र में स्वीकार की है
    -एक उम्मीदवार ऐसे हैैं जिन पर अपहरण का इल्जाम है

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    ढेरों उच्च शिक्षित
    छठवें चरण के प्रत्याशियों की शैक्षिक योग्यता के विश्लेषण से साफ है कि भाजपा, बसपा और सपा के अधिकतर प्रत्याशी पढ़े लिखे हैैं। तीनों दलों में प्रोफेशनल डिग्रीधारी प्रत्याशी हैैं। इस चरण में चार प्रत्याशी पीएचडी धारक है। 612 प्रत्याशियों का विश्लेषण बताता है कि इस दौर के छह लोग साक्षर हैैं। 6 आठवीं पास हैैं। जबकि 27 प्रत्याशियों के पास प्रोफेशनल डिग्री है। 50 प्रत्याशी परास्नातक हैैं।

    135 प्रत्याशी नौजवान
    छठवें चरण के प्रत्याशियों में 135 ऐेसे हैैं जिनकी उम्र 25 से 35 वर्ष के बीच है। 204 प्रत्याशियों की उम्र 36 से 45 साल के बीच है। जबकि चार प्रत्याशियों ने अपनी उम्र नहीं बतायी है। यूं तो नौजवानों के हितों की अलंबरदारी का दावा सभी राजनीतिक दल करते हैं, मगर इस चरण में भाजपा ने उसमें 25 से 35 साल आयु वर्ग के तीन लोगों को टिकट दिया है। इस आयु वर्ग में बसपा ने छह, सपा ने पांच और रालोद ने तीन लोगों को टिकट दिया है। 46 से 55 वर्ग में बसपा के 12, भाजपा के 14, सपा के 12 और कांग्रेस के एक प्रत्याशी हैैं। 66 से 75 आयु वर्ग के 23 प्रत्याशी मैदान में हैैं। भाजपा ने चार और सपा ने तीन प्रत्याशी मैदान में उतारे हैैं। बसपा ने भी इस आयु वर्ग के तीन प्रत्याशियों को टिकट दिया है।

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    उम्रदराज प्रत्याशी
    गंगा (80 वर्ष), आलमबदी (78 वर्ष), चंदेश्वर (78 वर्ष), विश्वनाथ (78वर्ष),विदेशी (77 वर्ष), शंकर लाल (77 वर्ष), बिरजुन (77 वर्ष), सुरेश तिवारी (76 वर्ष), हिसामउद्दीन (76 वर्ष), सुखदेव राजभर (74), वेद प्रसाद गुप्ता (69 वर्ष)

    संवेदनशील क्षेत्र
    छठवें चरण में चार विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैैं जहां के छह-छह प्रत्याशी दागी हैैं। एक क्षेत्र में पांच दागी प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैैं। तीन ऐसे क्षेत्र हैैं जहां चार-चार प्रत्याशी मैदान में हैैं। इसका खुलासा खुद प्रत्याशियों ने अपने शपथ पत्र में किया है। 14 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैैं जहां के तीन-तीन प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैैं।

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    मुफलिस मैदान में
    छठें चरण में मुफलिस प्रत्याशियों की भी कमी नहीं है। चौरीचौरा के प्रत्याशी राकेश, गोपालपुर के प्रत्याशी मुन्ना और मुबारकपुर के प्रत्याशी तेज बहादुर सिंह के पास एक रुपये की संपत्ति भी नहीं हैैं। इन्होंने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की है। इससे इतर एडीआर का विश्लेषण कहता है कि छठवें चरण में 168 प्रत्याशियों के पास पैन कार्ड नहीं है।

    इस चुनाव में अब तक
    - कुल उम्मीदवारों की संख्या-4318
    - शपथ पत्र विश्लेषित हुआ-4295
    - आपराधिक मामले वाले-744 (17 फीसद)
    - गंभीर अपराधों में आरोपित: 609 (14 फीसद)
    - करोड़पति उम्मीदवार-1325 (31 फीसद)
    - महिला प्रत्याशियों की संख्या-398 (नौ फीसद)
    - संवेदनशील विधानसभा क्षेत्र-363 में 129 (36 फीसद) इन क्षेत्रों में कम से कम तीन-तीन प्रत्याशी ऐसे हैैं जिनके खिलाफ गंभीर वारदातों के मुकदमे दर्ज हैैं।

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    छठवें चरण में महिलाएं
    छठवें चरण की 635 प्रत्याशियों में से 575 पुरुष और 60 महिलाएं भी हैैं। इनमें बसपा से दो, भाजपा से दो, सपा से चार, राष्ट्रीय लोकदल ने दो महिलाओं को टिकट दिया है।

    इन जिलों में चुनाव
    आजमगढ़ (दस सीट), बलिया (सात सीट), देवरिया (सात सीट), गोरखपुर (नौ सीट), कुशीनगर (सात सीट), महराजगंज (पांच सीट) और मऊ (चार सीट) 

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