मुरथल में महिलाओं से हुआ दुराचार, 84 के दंगों से भी खौफनाक था मंजर: चश्मदीद
जाट आंदोलन के दौरान सोनीपत जिले के मुरथल में एनएच वन के पास महिलाओं के बिखड़े कपड़े 22 फरवरी को हुई दरिंदगी और उत्पात की अोर साफ इशारा कर रहे हैं। उपद्रवियों की करतूत को उगाजर करने के लिए कई लोग सामने आ रहे हैं। यहां 10 महिलाओं से गैंगरेप
सोनीपत। जाट आंदोलन के दौरान सोनीपत जिले के मुरथल में एनएच वन के पास महिलाओं के बिखड़े कपड़े 22 फरवरी को हुई दरिंदगी और उत्पात की अोर साफ इशारा कर रहे हैं। उपद्रवियों की करतूत को उगाजर करने के लिए कई लोग सामने आ रहे हैं। यहां 10 महिलाओं से गैंगरेप की कथित वारदात की जांच शुरू हो गई है। तीन ट्रक चालक से चार चश्मदीद सामने आए हैं और खौफनाक मंजर को बयां किया है। उन्होंने साफ कहा है, 'उनके सामने महिलाओं से गलत हरकतें हुईं। उनके कपड़े फाड़े गए और उपद्रवी उन्हें खींचकर खेतों में ले गए। वहां से उनकी चीख-पुकार सुनाई दे रही थी। पूरा मंजर 1984 के दंगों से भी भयावह था।'
बताए गए घटनास्थल पर बिखड़े मिले महिलाओं के कपड़े। ट्रक चालक बोले, महिलाओं को उठा खेतों की ओर ले गए थे उपद्रवी निरंजन नेे कहा कि वह पुलिस को बयान देने को भी तैयार हैं। आंदोलन के दौरान 22 फरवरी को वह भी जाम में फंस गया था और उसके ट्रक को आग लगा दी गई थी। इस दौरान उसने कई खतरनाक मंजर देखे। बकौल निरंजन, मैं 1984 के दंगे देख चुका हूं, लेकिन इतना शर्मनाक मंजर नहीं देखा। ये भी पढ़ेंः दंगाइयों और दोषी अफसरों की कुर्क होगी संपत्ति निरंजन के अनुसार, महिलाएं चिल्लाती हुईं भाग रही थीं और उपद्रवी उन्हें पकड़ कर बदसुलूकी कर रहे थे। उनके साथ पुरुष भी थे लेकिन उपद्रवी इतनी संख्या में थे कि कोई कुछ नहीं कर पाया।उपद्रव करने वाले महिलाओं को घसीटकर खेतों की तरफ ले जाते थे। उनके पास हथियार भी थे।
मुरथल में जांच करतीं महिला पुलिस अफसरों की कमेटी प्रधान डा. राजश्री।
दो अन्य चालक सुखविंद्र व युद्धविंद्र सिंह ने भी उस दिन आंखों देखे उस वहशीपन का खुलासा किया है। जालंधर के आदमपुर के रहने वाले एक शख्स ने भी घटनाक्रम का चश्मदीद होने का दावा कियार है। उसने टीवी चैनल पर दावा किया है कि उसकी आंखों के सामने उपद्रवी महिलाओं को उठाकर ले गए थे।
चश्मदीदों ने जो दावे किए हैं उनका सच शायद कुछ हद तक महिलाओं के सड़कों पर बिखरे पड़े कपड़े बयां कर रहे हैं। लेकिन अब तक ...इसका कोई अधिकारी जवाब देने को तैयार नहीं है। प्रशासन ऐसे किसी भी चश्मदीद के सामने आने की बात को अभी भी नकार रहा है।
बताए गए घटनास्थल के पास मिले महिलाआें के फटे कपड़े।
हर रोज सामने आ रहे हैं 'गैंगरेप' के नए 'चश्मदीद'
इसके पहले, घटना का चश्मदीद होने का दावा करने वाले फतेहगढ़ साहिब के रहने वाले मनदीप सिंह ने कहा था कि मुरथल में ढाबे के पास महिलाओं से बदसलूकी हुई थी, लेकिन उन्होंने गैंगरेप जैसी घटना नहीं देखी। दिल्ली के रहने वाले नरेंद्र कंसल का एक अखबार में बयान छपा है कि उन्होंने लोेगो से लूटपाट होते देखी, लेकिन महिलाओं से बदसुलूकी नहीं हुई थी। नरेंद्र को दिल्ली से लुधियाना जाना था लेकिन आंदोलन की वजह से वह नहीं जा पाए।
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इससे पहले एक अन्य समाचार पत्र में मुरथल के पास ढाबे के मालिक के हवाले से कहा गया है कि , ’22 फरवरी को तड़के तीन बजे मेरे कर्मचारियों ने मुझे फोन करके बताया था कि महिलाएं मदद के लिए चिल्ला रही हैं. मैंने उन्हें ढाबे के अंदर ही रहने को कहा. बताया गया कि बिना कपड़ों के एक महिला सड़क पर दौड़ते हुए वहीं छिप गई जहां गले तक पानी था।'
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गौरतलब है कि कथित गैंगरेप की खबर सामने आने के बाद पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने खुद संज्ञान लिया. इसके बाद पुलिस और हरियाणा सरकार को कड़ी फटकार लगाई। हाईकोर्ट ने पीड़ित महिलाओं को सीधे सीजेएम से शिकायत करने के लिए कहा है। हाईकोर्ट ने 29 फरवरी को कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी है।
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कोर्ट की फटकार के बाद हरियाणा पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इन पर पीड़ित महिलाएं जानकारी दे सकती हैं। पीड़ित महिलाएं मोबाइल नंबर 8053882004 और फोन नंबर 0130-2222903 पर शिकायत दर्ज करा सकती हैं। साथ ही ईमेल आईडी sonipatsahyog@gmail.com पर भी जानकारी दी जा सकती है। इसके अलावा डीआइजी डा. राजश्री के मोबाइल नंबर 9729995000 और डीएसपी सुरेंद्र कौर के मोबाइल नंबर 9729990760 पर भी शिकायत आैर सूचना दी जा सकती है।
पुलिस को दें जानकारी : सीएम मनाेहरलाल
दूसरी ओर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने अपील की है कि किसी को इस वारदात के बारे में कोई भी जानकारी है तो वह आगे आए और पुलिस को उसके बारे में बताए। जब पत्रकारों ने पंचकूला में उनसे कहा कि कुछ प्रत्यक्षदर्शी मीडिया के सामने आए हैं तो उन्होंने कहा कि हम समझ नहीं पा रहे कि लोग इसके बारे में जानकारी पुलिस को क्यों नहीं उपलब्ध करा रहे।
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