दंगाइयों और दोषी अफसरों की कुर्क होगी संपत्ति
हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा व दंगे में शामिन लोगों की संपत्त्िा कुर्क की जाएगी। इसे रोकने में लापरवाही दिखाने वाले अफसरोें की संपत्ति भी कुर्क होगी। इससे पीडि़तों को नुकसान का मुआवजा दिया जाएगी।
चंडीगढ़। जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा करने वाले दंगाइयों और इसे रोकने में कोताही बरतने वाले अफसरों के खिलाफ अन्य कार्रवाइयों के साथ-साथ उनकी संपत्ति भी कुर्क की जाएगी। प्रदेश सरकार ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है अौर इस संबंध में जांच चल रही है। ऐसे लोगों की संपत्ति कुर्क कर पीडि़तों के नुकसान की भरपाई की जाएगी।
इसके लिए आडियो और वीडियो क्लीप की जांच की जा रही है। खाद्य आपूर्ति राज्य मंत्री कर्णदेव कंबोज एवं मुख्य संसदीय सचिव नायब सैनी पीडि़तों को भराेसा दिलाया है कि दंगाइयों और उनका साथ देने वाले अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा।
रोहतक के सुखपुरा चौक चल रहे 35 बिरादरी के धरने पर पहुंचे कंबोज व सैनी ने लोगों से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी साजिश का नतीजा है और इसमें अधिकारी और कर्मचारियों की भी शह रही है। ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है, जनता को भी उन्हें बेनकाब करने के लिए सबूत देने चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिस भी व्यक्ति का नुकसान हुआ है, सरकार उसकी पूरी भरपाई करेगी। सरकार द्वारा जांच कराई जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कंबोज ने कहा कि सरकार के खिलाफ बड़ी साजिश रची गई थी। आरक्षण तो एक बहाना था। देश की सर्वोच्च अदालत ने जिस पर आदेश जारी कर दिया, उस पर इतना तांडव क्यों किया गया।
सरकार को हिलाने के लिए था आंदोलन
बाद में झज्जर में कंबोज और सैनी ने कहा कि यह आंदोलन आरक्षण की मांग को लेकर नहीं था, बल्कि सरकार को हिलाने के लिए साजिश थी। पीडि़तों को सरकार की ओर से नुकसान की पाई-पाई की भरपाई की जाएगी। इस दौरान उन्हें जनता के विरोध का भी सामना करना पड़ा।
इसके बाद गोहाना पहुंचे कंबोज ने कहा कि वह पीडि़तों को मिलने वाले मुआवजे के राहत कोष में एक माह का अपना वेतन देंगे। उपद्रवियों की सच्चाई जनता के सामने जल्द ही आ जाएगी। वहीं, सैनी भरोसा दिलाया कि मुरथल में घटी घटना के सच से पर्दा उठाया जाएगा। इस मामले में कोई पीडि़त है तो वह सामने आए। सरकार इस घटना की निष्पक्ष जांच करवा रही है।
यहां से दोनों नेताओं ने हांसी की ओर रुख किया। जहां दोनों नेताओं को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा। यहां तक कि कंबोज को बोलने तक नहीं दिया गया। इस दौरान लाडवा के विधायक डॉ. पवन सैनी ने कहा कि हरियाणा में जो तांड़व हुआ है, उसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। रेस्ट हाउस में पहुंचे सरकार के मंत्रियों के सामने लोगों ने भड़ास निकालते हुए कहा कि दंगों में जाट धर्मशाला को तो किला बना दिया और गैर जाट समुदाय के लोगों की संपत्तियों को फूंकने के लिए पूरे शहर को उपद्रवियों के हवाले कर दिया गया।
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रेल संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वालों पर शिकंजा
जाट आंदोलन प्रभावित क्षेत्रों में रेल संपत्तियों को हुए नुकसान को देखते हुए राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) व आरपीएफ ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अलग-अलग जिलों में नुकसान को देखते हुए जीआरपी ने 25 मुकदमे दर्ज किए हैं, वहीं, 30 से ज्यादा मुकदमे आरपीएफ की ओर से दर्ज किए गए हैं। आरोपियों की धरपकड़ के लिए गठित की गई टीमों का नेतृत्व डीएसपी स्तर के अधिकारियों का सौंपा गया है।
सोनीपत में चार सहित गुडग़ांव, हिसार, रोहतक, भिवानी व जींद में संपत्तियों के नुकसान को देखते हुए मुकदमे दर्ज किए गए हैं। आंदोलन के दौरान बोगियों में आग लगाए जाने की घटनाएं भी सामने आई थी और रेल ट्रैक को भी उखाड़ फेंका गया, इसको देखते हुए एफएसएल टीमों का भी गठन किया गया है जो मौके पर जाकर नमूने एकत्र करेंगी। इन मामलों में आरपीएफ अपने स्तर पर कार्रवाई कर रही है। जिसको लेकर 30 से ज्यादा मामले रेलवे एक्ट के तहत दर्ज किए गए हैं।
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