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    5 दिन की रिमांड पर भेजे गए केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार

    By Amit MishraEdited By:
    Updated: Wed, 06 Jul 2016 07:40 AM (IST)

    पटियाला हाउस कोर्ट ने राजेंद्र कुमार व अन्य अधिकारियों को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। सोमवार को सीबीआई ने राजेंद्र कुमार व चार अन्य अधिकारियों को गिरफ्तार किया था।

    नई दिल्ली [जेएनएन]। भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार को आज पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने राजेंद्र कुमार व अन्य अधिकारियों को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। सोमवार को सीबीआई ने राजेंद्र कुमार व चार अन्य अधिकारियों को गिरफ्तार किया था।

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    राजेंद्र कुमार के अलावा तरुण शर्मा, संदीप कुमार, दिनेश गुप्ता अशोक कुमार इसमें शामिल हैं। सुनवाई के दौरान सीबीआई की ओर से पेश वकील ने आरोपियों की 10 दिनों की रिमांड की मांग की थी। मामला 50 करोड़ रुपये से अधिक के सरकारी ठेके दिए जाने में एक निजी कंपनी को अनुचित फायदा पहुंचाने का है।

    सीबीआई का तर्क था कि कई बार बुलाने के बाद भी राजेंद्र कुमार ने एजेंसी को जांच मे सहय़ोग नहीं किया और वो प्रभावशाली नौकरशाह हैं, लिहाजा बिना गिरफ्तारी और कस्टडी के मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती। 10 दिन की कस्टडी को लेकर कहा गया कि यह जरूरी है, क्योंकि उनके बैंक खाते के साथ-साथ मनी ट्रेल का भी पता लगाना है।

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    फर्जी कंपनियों को फायदा पहुंचाने का आरोप

    सीबीआई का आरोप है कि राजेंद्र कुमार ने अलग-अलग महकमों की जिम्मेदारी संभालते हुए अपनों के नाम बनाई कई फर्जी कंपनियों को फायदा पहुंचाया। सूत्रों के मुताबिक एजेंसी की एफआईआर में कहा गया है कि 2006 में एंडेवर्स सिस्टम्स नाम की कंपनी बनाई गई। ये राजेंद्र कुमार और अशोक कुमार की फ्रंट कंपनी है। दिनेश कुमार गुप्ता और संदीप कुमार इसके निदेशक थे। ये कंपनी सॉफ्टवेयर और सॉल्यूशन मुहैया कराती थी।

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    कठपुतली बन गई है सीबीआई

    राजेंद्र कुमार के वकीलों का कहना था कि इस मामले मे 6 महीने पहले FIR दर्ज की गई थी, लेकिन गिरफ्तारी अब की जा रही है। कुमार को इस मामले मे पूछताछ के लिए जब भी बुलाया गया वो हाजिर हुए हैं। सीबीआई को उनसे कुछ भी रिकवरी नहीं करनी है।

    सरकारी गवाह बनने के लिए बना रहे दबाव

    एक आरोपी ने कोर्ट को कहा की सीबीआई इस मामले मे उसे सरकारी गवाह बनाने के लिए लगातार दवाब बना रही है और गिरफ्तारी के बाद पीट-पीटकर कान का पर्दा फाड़ दिया है। उसे डर है कि उसके साथ सीबीआई कुछ भी कर सकती है।

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    पूछताछ के बाद किया गिरफ्तार

    गौरतलब है कि राजेंद्र कुमार केंद्र शासित प्रदेश के 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें सोमवार सुबह केजरीवाल के कार्यालय के उप सचिव तरूण शर्मा और तीन अन्य लोगों के साथ पूछताछ के लिए सीबीआई मुख्यालय बुलाया गया था। आधे दिन तक पूछताछ किए जाने के बाद सीबीआई ने कुमार के एक करीबी सहयोगी अशोक कुमार और निजी कंपनी एंडेवर के मालिकों संदीप कुमार और दिनेश गुप्ता के साथ दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार करने का फैसला किया।

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    केंद्र सरकार पर भड़के सिसोदिया

    दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसेदिया ने राजेंद्र कुमार की गिरफ्तारी को केंद्र की घटिया हरकत बताते हुए कहा कि कुमार के जरिए केजरीवाल पर निशाना साधा जा रहा है और यह दिल्ली सरकार को अस्थिर करने की कोशिश है। सिसोदिय ने कहा कि राजेंद्र कुमार को फंसाया गया है। उनके खिलाफ सीबीआई के पास कोई सबूत नहीं हैं। सिसोदिया ने सीधे तौर पर पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि मोदी जी के कहने पर सीबीआई ने कुमार को गिरफ्तार किया है।

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    आईआईटी के छात्र रह चुके हैं राजेंद्र कुमार

    पिछले साल 15 दिसंबर को सीबीआई ने मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय के करीब राजेंद्र कुमार के दफ्तर में छापा मारा था। राजेंद्र कुमार के दफ्तर पर सीबीआई के छापे के बाद 'आप' सरकार और केंद्र सरकार के बीच तीखा आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला था। राजेंद्र कुमार 1989 बैच के आईएएस अफसर हैं और अरविंद केजरीवाल के दोबारा सत्ता में आने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव बनाया गया। केजरीवाल की तरह राजेंद्र कुमार भी आईआईटी के छात्र रह चुके हैं।

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