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Coronavirus: कोरोना पीड़ित प्रशिक्षु आइएफएस का स्वास्थ्य स्थिर, वार्ड की सुरक्षा कड़ी

उत्तराखंड में कोरोना की दस्तक के बाद सरकार से लेकर शासन-प्रशासन अब और भी ज्यादा सतर्कता बरत रहे हैं। वहीं दून अस्पताल में भर्ती कोरोना पीड़ित आइएफएस प्रशिक्षु की तबीयत स्थिर है।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Published: Tue, 17 Mar 2020 11:51 AM (IST)Updated: Tue, 17 Mar 2020 11:51 AM (IST)
Coronavirus: कोरोना पीड़ित प्रशिक्षु आइएफएस का स्वास्थ्य स्थिर, वार्ड की सुरक्षा कड़ी

देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में कोरोना की दस्तक के बाद सरकार से लेकर शासन-प्रशासन तक अब और भी ज्यादा सतर्कता बरत रहे हैं। दो  दिन पहले इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी (आइजीएनएफए) के एक प्रशिक्षु आइएफएस की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी। यह प्रशिक्षु उस टीम का हिस्सा रहा था, जो शैक्षिक भ्रमण के लिए स्पेन गई थी। वह अब दून मेडिकल कॉलेज के टीचिंग अस्पताल यानी दून अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं। जहां पर चिकित्सकों की टीम उनका उपचार कर रही है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना से संक्रमित मरीज का स्वास्थ्य फिलहाल स्थिर है। 

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अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना वायरस की चार स्टेज होती हैं। अस्पताल में भर्ती मरीज अभी पहली स्टेज पर है। संक्रमित मरीज को उपचार की समुचित सुविधा दी जा रही है। कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के गुब्बारा वार्ड व सर्जिकल वार्ड की सुरक्षा भी कड़ी कर दी है। वहीं कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज और मरीज की देखभाल कर रहे चिकित्सकों व नर्सों को ही आइसोलेशन वार्ड में आने-जाने की अनुमति है। 

स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रशासन को किसी भी अन्य मरीजों, स्टाफ, कर्मचारियों आदि को आइसोलेशन वार्ड में ना जाने की सख्त हिदायत दी है। अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में दो अन्य संदिग्ध मरीज भी भर्ती हैं। ऐसे में स्वास्थ्य महकमे की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। बताया जा रहा है कि अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती दोनों संदिग्ध मरीजों के ब्लड सैंपल जांच के लिए हल्द्वानी स्थित मेडिकल लैब भेजे गए हैं। जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। 

चार प्रशिक्षु आइएफएस की रिपोर्ट निगेटिव

उत्तराखंड में कोरोना को लेकर बढ़ती चिंता के बीच एक राहतभरी खबर है। दून के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के चार प्रशिक्षुओं की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। बता दें, संस्थान से छह प्रशिक्षु आइएफएस के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। जिनमें एक केस पॉजीटिव, जबकि पांच की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 

स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने बताया कि उत्तराखंड में अभी तक 32 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल कोरोना की जांच के लिए भेजे गए थे, जिसमें से 22 सैंपल निगेटिव पाए गए हैं। इनमें से पांच इंदिरा गांधी राष्ट्रीय अकादमी के प्रशिक्षु अधिकारी भी शामिल हैं। 

बताया कि कोरोना के लक्षणों से ग्रसित पाया गया प्रशिक्षु अधिकारी पूर्ण रूप से स्वस्थ्य है। एहतियात के लिए आइजीएनएफ के समीपवर्ती क्षेत्र का सर्वे कराया जा रहा है, ताकि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति में वायरस के प्रभाव को देखा जा सके। 

बताया कि आइजीएनएफए में विदेश प्रशिक्षण से वापस आए हुए सभी प्रशिक्षु अधिकारियों के सैंपल जांच के लिए लेने का निर्णय लिया गया है। इसके अतिरिक्त आइजीएनएफ परिसर में विभाग द्वारा तैनात मेडिकल टीम पूर्ण सतर्कता के साथ अन्य व्यक्तियों का स्वास्थ्य जांच भी कर रही है, जिसमें संस्थान के भी चिकित्सक लगे हुए हैं।

प्रशिक्षु आइएफएस के संपर्क में आए लोगों पर विभाग की नजर

कोरोना पीड़ित प्रशिक्षु आइएफएस के संपर्क में तमाम और लोगों की भी जांच होगी। इनके सैंपल भी जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं। सोमवार रात तक स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अकादमी से 25 और लोगों के सैंपल लिए थे। 

जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कोरोना पॉजीटिव प्रशिक्षु आइएफएस के संपर्क में आए लोगों की सूची तैयार कर रहा है। इसमें अब तक ऐसे 51 लोगों की सूची बनाई गई है। इनमें अकादमी के हॉस्टल के खाना बनाने या बांटने से लेकर अन्य कर्मचारी यह कोई और भी शामिल हो सकते हैं। सीएमओ डॉ. मीनाक्षी जोशी ने बताया कि शासन-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार हर संभव एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। दहशत या घबराने जैसी कोई स्थिति नहीं है। 

बस ड्राइवर को भी किया जा रहा ट्रेस

जिस बस से प्रशिक्षु आइएफएस नई दिल्ली से देहरादून आए थे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग उस बस के चालक को भी ट्रेस कर रहा है। सीएमओ ने बताया कि ड्राइवर का मोबाइल नंबर मिल गया है। उसे ट्रेस कर संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों को सूचित कर किया जाएगा। 

इसके अलावा जिस हवाई जहाज से यह दल भारत पहुंचा था, उनसे संबंधित अथॉरिटी को भी अवगत करायाजा रहा है। ताकि इनके साध सफर करने वाले लोगों को चिह्नित कर जरूरी कदम उठाए जाएं।

तीन और संदिग्ध मरीज भर्ती 

दून अस्पताल में दो और कोरोना के संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। अब यहां चार संदिग्ध भर्ती हो गए हैं। उधर, 26 वर्षीय एक युवक को पटेलनगर के श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। उसका सैंपल भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के लिए भेज दिया है। 

दुबई और नेपाल से लौटे युवकों का आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। सीएमओ डा. मीनाक्षी जोशी ने बताया कि दोनों युवकों के सैंपल लेकर जांच के लिए हल्द्वानी लैब भेज दिया गया है। उन्हें चिकित्सकों की निगरानी में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। 

उधर, देर शाम तक जिले के नोडल अधिकारी डॉ. दिनेश चौहान की अगुवाई में टीम इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में प्रशिक्षु आइएफएस के सैंपल ले रही थी। शासन की ओर से सभी प्रशिक्षु आइएफएस की सैंपलिंग के निर्देश दिए गए हैं। देर शाम तक 25 सैंपल टीम ने ले लिए थे।

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31 तक बंद रहेगा स्पोर्ट्स कॉलेज

कोरोना के प्रति सतर्क रहने और चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की ओर से मिले आदेश के बाद महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज 31 मार्च तक बंद रहेगा। कॉलेज के प्रधानाचार्य अजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि निर्देशों के अनुपालन के तहत कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने और इससे बचाव को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षण के लिए कॉलेज बंद किया गया है। 31 के बाद स्थिति को देखते हुए प्रवेश शुरू किए जा सकते हैं। 

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