IIT BHU में आनलाइन कार्ड गेम्स में रैंडम नंबर जनरेटर्स पर हुआ अध्ययन, बदल जाएगी गेमिंग की दुनिया
आइआइटी- बीएचयू के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर और हेड आफ डिपार्टमेंट डा. भास्कर बिस्वास और उनकी टीम के नेतृत्व में गेमिंग और इसके सटीकता को लेकर शोध किया गया था। शोध के आश्चर्यजनक परिणाम आने के बाद अब गेमिंग की दुनिया में काफी बदलाव की उम्मीद की जा रही है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बनारस हिंदू विश्वविद्यालय), वाराणसी द्वारा किए गए हालिया अध्ययन ने आनलाइन कार्ड गेम्स में प्रयुक्त रैंडम नंबर जनरेटर्स की विश्वसनीयता और सांख्यिकीय निष्पक्षता को वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित किया गया है।
यह शोध आइआइटी- बीएचयू के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर और हेड आफ डिपार्टमेंट डा. भास्कर बिस्वास और उनकी टीम के नेतृत्व में किया गया था। उन्होंने वास्तविक गेमप्ले डेटा का उपयोग करके कार्ड शफलिंग एल्गोरिदम का आकलन करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत की गई पद्धतियों को लागू किया।
यह भी पढ़ें : वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर राजवाड़ी पुल को नुकसान की आशंका, ट्रैफिक डायवर्ट किया गया
प्रो. विश्वास ने कहा ये परिणाम उच्च स्तर की सांख्यिकीय सुसंगतता को दर्शाते हैं और डिजिटल कार्ड गेम्स में आरएनजी के मजबूत क्रियान्वयन को लेकर आश्वस्त करते हैं। आनलाइन रम्मी जैसे गेम्स में रैंडमनैस पूरी तरह सटीक होनी चाहिए। हमारा विश्लेषण दर्शाता है कि यदि सही तरीके से लागू किया जाए, तो आरएनजी निष्पक्षता और अनिश्चितता के मूल सिद्धांतों को बरकरार रख सकते हैं।
इस अध्ययन में ‘डाईहार्डर’ सांख्यिकीय टेस्ट सुइट का उपयोग किया गया, जो आरएनजी गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है। इसमें रम्मीकल्चर जो भारत का अग्रणी स्किल-बेस्ड आनलाइन गेमिंग प्लेटफार्म है और गेम्सक्राफ्ट की फ्लैगशिप प्लेटफार्म है उससे तीन महीने के नान-पर्सनली आइडेंटिफायबल गेमप्ले डेटा को शामिल किया गया। विश्लेषण 53-कार्ड और 106-कार्ड दोनों प्रारूपों को कवर करता है और इसमें रैंडमनेस के विभिन्न आयामों जैसे यूनिफार्मिटी, इंडिपेंडेंस और अनप्रिडिक्टेबिलिटी का मूल्यांकन किया गया।
यह भी पढ़ें : वाराणसी में रोपवे स्टेशनों पर बेबी फीडिंग रूम, दिव्यांगों-नेत्रहीनों को मिलेगी विशेष सुविधाएं, जानें और खास क्या...
अध्ययन के प्रमुख निष्कर्ष : 53-कार्ड गेम्स के लिए आरएनजी ने डाईहार्डर टेस्ट्स में 97.34 प्रतिशत सफलता दर पाई, जबकि 106-कार्ड गेम्स के लिए यह 98.25 प्रतिशत रही। पी-वैल्यू डिस्ट्रीब्यूशंस, जो रैंडमनैस की गुणवत्ता का संकेत देते हैं, दोनों प्रारूपों में मुख्य रूप से समान पाई गईं, केवल किनारी रेंज (0.0–0.1 और 0.9–1.0) में हल्की क्लस्टरिंग देखी गई, जो पूरी तरह से सैद्धांतिक रूप से अपेक्षित है। यह रम्मीकल्चर के लिए एक अग्रणी उपलब्धि है, क्योंकि यह पहली बार है जब किसी स्किल-बेस्ड रियल मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म के वास्तविक गेम डेटा की स्वतंत्र अकादमिक संस्थान द्वारा समीक्षा की गई है।
आईआईटी-बीएचयू की टीम ने डाईहार्डर के व्यापक सुइट के जरिए आरएनजी को सत्यापित किया, जिसमें निम्नलिखित टेस्ट्स शामिल हैं : बर्थडे स्पेसिंग टेस्ट (डुप्लिकेट वैल्यूज की पहचान के लिए), बिटस्ट्रीम और रैंक टेस्ट (बिट-स्तर की रैंडमनैस के लिए), पार्किंग लाट और मिनिमम डिस्टेंस टेस्ट (स्पेशियल डिस्ट्रीब्यूशन की सिम्युलेशन के लिए), डीएनए और ओपीएसओ/ओक्यूएसओ टेस्ट्स (ओवरलैपिंग सीक्वेंस विसंगतियों की पहचान के लिए)
यह भी पढ़ें : पिता के 'झोले' में घुटती रही बिटिया की जान, असल वजह जानकार आप भी चौंक जाएंगे
इन सभी परीक्षणों को बड़े डेटा सेट्स पर बार-बार लागू किया गया और परिणामों ने यह बार-बार पुष्टि की कि जनरेट की गई नंबर सीक्वेंस में कोई पूर्वाग्रह या पूर्वानुमान लगाने की संभावना नहीं थी।
महत्वपूर्ण रूप से, रिपोर्ट इन निष्कर्षों की नियामकीय प्रासंगिकता पर भी प्रकाश डालती है। डिजिटल गेम्स में आरएनजी अक्सर एनआईएसटी मानकों और ब्रिटिश रिमोट टेक्निकल स्टैंडर्ड्स जैसे फ्रेमवर्क के अंतर्गत आडिट और सर्टिफिकेशन के अधीन होते हैं। आईआईटी-बीएचयू का विश्लेषण पुष्टि करता है कि अध्ययन किए गए आरएनजी सिस्टम्स इन अंतरराष्ट्रीय मानकों की सांख्यिकीय अपेक्षाओं को पूरा करते हैं।
यह भी पढ़ें : वाराणसी में देह व्यापार मामले में दो स्पा सेंटरों के मालिकों समेत 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज
यह स्वतंत्र अध्ययन रम्मीकल्चर की निष्पक्ष गेमप्ले के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को दोहराता है। इसके पहले भी आरएनजी को आईटेक लैब्स (आईएसओ 17025 प्रमाणित) जैसी वैश्विक रूप से मान्यता प्राप्त संस्थाओं से प्रमाणित किया गया है, जिनके परीक्षणों ने भी आरएनजी की अनिश्चितता, पुनरावृत्ति की अनुपस्थिति और समान वितरण की पुष्टि की है – जो मार्साग्लिया के ‘डाईहार्ड’ टेस्ट्स से मेल खाते हैं। इस प्रकार की रिपोर्टें नैतिक मानकों को बनाए रखने, उपयोगकर्ता के विश्वास को सुदृढ़ करने और आनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने में अत्यंत आवश्यक हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।