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    यूपी में गलत बकाया बिल पर काटी बिजली, मंत्री तक पहुंच मामला तो जेई व एसडीओ निलंबित, एक्सईएन का तबादला

    Updated: Sat, 25 Oct 2025 07:39 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश में गलत बिजली बिल भेजने पर ऊर्जा विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। कानपुर में एक उपभोक्ता को गलत बिल भेजने और बिजली काटने के आरोप में जेई और एसडीओ को निलंबित कर दिया गया है, साथ ही एक्सईएन का तबादला भी किया जाएगा। यह कार्रवाई ऊर्जा मंत्री तक शिकायत पहुंचने के बाद की गई।

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    जागरण संवाददाता, उन्नाव। गलत बिजली का बिल एक बार फिर बिजली विभागीय अधिकारियों और कर्मचारी के लिए आफत बन गया। 30 माह के 1.31 लाख रुपये के बकाया बिजली के बिल का निस्तारण करने की जगह भाजपा नेता का बकाया जमा न करने पर कनेक्शन काट दिया गया। मामले की शिकायत ऊर्जा मंत्री तक पहुंची। जिसके बाद शनिवार को पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डा. आशीष गोयल ने समीक्षा के दौरान प्रकरण पर नाराजगी जताई और शहर के काशीराम क्षेत्र के अवर अभियंता, एसडीओ प्रथम को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने, अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड प्रथम का स्थानांतरण करने के आदेश दिया है। जिसके बाद अधीक्षण अभियंता ने जेई को निलंबित कर दिया है। जबकि एसडीओ के खिलाफ एमडी को रिपोर्ट भेजी है।

    शहर के कल्याणी मुहल्ला निवासी अनुपमा शुक्ला के आवास पर पूर्व में करीब तीन से चार हजार रुपये का बिजली का बिल आता था।उनके बेटे भाजयुमो के नगर अध्यक्ष क्षितिज शुक्ला ने बताया कि उन्होंने करीब ढाई साल पूर्व मई 2023 में पांच किलोवाट का सोलर पैनल लगवा लिया। इसके बाद विभाग की तरफ से लगने वाले एक्सपोर्ट यूनिट पहले बिजली विभाग के कर्मियों की लापरवाही के चलते गलत चढ़ा दिया गया। जिससे उनका बिल कम नहीं हुआ। बल्कि और बढ़ गया।

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    इसपर उन्होंने कई बार इसकी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन समस्या का निस्तारण नहीं हुआ। बीते सितंबर माह में उनके घर विभाग ने 1.31 लाख रुपये का बिजली बिल भेजा। जिसे देखने के बाद उन्होंने फिर एसडीओ प्रथम सुशील कुमार से संपर्क किया, लेकिन वहां से कोई संतोष जनक उत्तर नहीं मिला।


    इसके बाद भाजपा नेता क्षितिज शुक्ला ने इसकी शिकायत 14 अक्टूबर को ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा से की। जहां से उन्हें समस्या का निस्तारण करने का आश्वासन दिया गया, लेकिन शुक्रवार दोपहर समस्या का निस्तारण करने से पहले ही बिजली कर्मियों ने उनका कनेक्शन काट दिया। जिसपर उन्होंने एक बार फिर ऊर्जा मंत्री कार्यालय संपर्क करते हुए घटना क्रम की जानकारी दी। जिसके बाद शुक्रवार शाम करीब छह बजे बिजली कर्मी स्वयं से उपभोक्ता का कनेक्शन जोड़ गए।


    शनिवार को पावर कारपोरेशन चेयरमैन डा. आशीष गोयल वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से मध्यांचल की समीक्षा कर रहे थे। तभी उक्त प्रकरण को उन्होंने संज्ञान लेते हुए नाराजगी जताई, और जेई काशीराम मुकेश भारती, एसडीओ प्रथम सिविल लाइंस सुशील कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने और अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड प्रथम सौरभ निगम का स्थानांतरण करने के आदेश दिए। इसी आदेश के साथ विभाग में खलबली मच गई। अधीक्षण अभियंता योगेंंद्र कुमार सिंह ने शाम जेई मुकेश भारती के निलंबन का आदेश जारी करते हुए उन्हें विद्युत वितरण मंडल कार्यालय से संबद्ध करने का आदेश जारी कर दिया। जबकि एसडीओ और एक्सईए न पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट मुख्य अभियंता के माध्यम से प्रबंध निदेशक को भेज दी है।

    साहब को बढ़बोला पन पड़ गया भारी

    जानकार सूत्र बताते हैं कि उपभोक्ता पुत्र भाजपा नेता क्षितिज शुक्ला 13 अक्टूबर को अपनी समस्या लेकर एसडीओ से मिले थे।जहां उन्होंने निस्तारण की मांग की, साथ ही निस्तारण न होने पर ऊर्जा मंत्री के यहां प्रार्थना पत्र देकर निस्तारण कराने के लिए कहा।जिसपर एसडीओ ने भी कह दिया कि मंत्री जी तो हैं शिकायत सुनने के लिए आप भी चले जाइए। इसी के बाद भाजपा नेता ने 14 अक्टूबर को अपना शिकायती पत्र ऊर्जा मंत्री को पहुंचा दिया। जहां से समस्या निस्तारण अभी हुआ भी नहीं था कि बिजली कनेक्शन काट दिया गया। जिससे बाद ही मामले ने तूल पकड़ लिया।

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