महाठग के देहरादून घर पहुंची Kanpur SIT, मिला ऐसा सुबूत जिससे साझेदारों का खुलेगा राज
कानपुर एसआईटी ने महाठग रवींद्रनाथ सोनी के देहरादून स्थित घर पर छापा मारा। वहां से 10 मोबाइल, दस्तावेज और लैपटॉप बरामद हुए हैं, जिनसे उसकी कंपनियों और ...और पढ़ें

हेलीकाप्टर में बैठे महाठग रवींद्रनाथ सोनी और उसके साथ अन्य साथी। पुलिस
जागरण संवाददाता, कानपुर। दिल्ली के महाठग रवींद्रनाथ सोनी के देहरादून वाले घर से एसआइटी ने शुक्रवार को एक कमरे में अलमारी और बेड(दीवान) के अंदर से लगभग 10 मोबाइल फोन, कई कंपनियों के दस्तावेज, लैपटाप समेत साक्ष्य बरामद किए, जिसमें ब्लूचिप नाम से उसकी 15 से ज्यादा कंपनियां, उसके साझेदारों के बारे में काफी जानकारी है, जिसे बरामद कर टीम देहरादून से ठग को लेकर शनिवार तक शहर लौट सकती है।
वहीं, एसआइटी को रवींद्रनाथ की कंपनी ब्लूचिप नाम के 20 हजार करोड़ ब्लूचिप टोकन(यूनिट) के बारे में भी जानकारी मिली, जिसे उसने बनाए थे, लेकिन अब वह नहीं दिख रहे। टीम उसका सत्यापन कर प्रति टोकन की कीमत का आकलन कर रही है।उधर, एसआइटी की दूसरी टीम की जांच में महाठग और उसके परिवार के लोगों की लगभग 25 करोड़ की संपत्ति सामने आई है।
970 करोड़ की ठगी का मामला
दिल्ली के मालवीय नगर निवासी रवींद्रनाथ सोनी ने दुबई में बैठकर भारत, नेपाल, फ्रांस, जापान, अमेरिका समेत लगभग 10 देशों के लोगों से 970 करेाड़ से ज्यादा की ठगी की थी। कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को उसका रिमांड लिया था। एसआइटी ने उसे पीड़ितों के सामने पांच घंटे तक 100 से ज्यादा सवाल पूछे। बयानों में उसने अपनी पांच कंपनियों और चार साझेदार, हितेश, विभाष, धरवेश औ गुरमीत कौर के नाम बताए थे। इन कंपनियों में लोगों से मुनाफे का लालच देकर निवेश कराया जाता था।
मंगलवार को गई थी टीम
एसआइटी रवींद्रनाथ को लेकर मंगलवार देर रात ही कार से देहरादून के लिए निकल गई थी। बुधवार देर शाम टीम उसके दूसरे घर पहुंची तो सारा सामान बिखरा था, जिसे देख टीम को लगा कि रवींद्रनाथ की पत्नी समेत परिवार के लोगों ने सभी साक्ष्यों को पहले ही ठिकाने लगा दिया हो, लेकिन एसआइटी ठग से पूछताछ करते हुए वहीं डटी रही। पूछताछ के बाद टीम ने फिर घर की तलाशी ली। अधिकारी के अनुसार, घर की अलमारी और बेड से 10 माेबाइल फोन, विभिन्न कंपनियों के दस्तावेत आदि सामान बरामद हुआ। एसआइटी ने इसकी जानकारी पुलिस आयुक्त रघुबीर लाल को फोन पर दी और शुक्रवार शाम ठग को लेकर देहरादून से वापसी के लिए निकल पड़ी।
20 हजार करोड़ ब्लाक चेन टोकन
एसआइटी के एक अधिकारी का दावा है कि ठग ने जिस समय ब्लूचिप कंपनी बनाई थी तो उसी समय उसने ब्लाकचेन टोकन बनाया था। जांच में उसके कुछ अवशेष मिले हैं। ठग ने लगभग 20 हजार करोड़ टोकन बनाए थे, लेकिन अब वह दिख नहीं रहे। उसकी कीमत और उसके बारे में टीम जानकारी जुटा रही है। रवींद्रनाथ ने एसआइटी को यह भी बताया था कि उसने मई 2024 में कंपनी छोड़ दी थी, जिससे दूसरे ने खरीद ली थी, लेकिन जांच में यह सामने आया कि उस कंपनी में निवेश बाद में भी होते रहे और रवींद्र की भी उसमें संलिप्तता भी है। यही नहीं रवींद्र ने बताया कि वह दुबई की निवेश कंपनी में उसका साझेदारों की वजह से नुकसान हुआ था। इसलिए भारत आकर देहरादून में कचौड़ी की दुकान चला परिवार का भरण पोषण कर रहा था, लेकिन अब तक की जांच में ठग और उसके परिवार के नाम की 25 करोड़ की संपत्ति सामने आई है। ब्लूचिप नाम की कई कंपनियां अभी भी चल रही हैं और उनमें निवेश भी हो रहा है।
कितने में कंपनी दूसरे को दी और संपत्ति के दस्तावेजों की जांच के निर्देश
पुलिस आयुक्त रघुबीर लाल ने शुक्रवार को एडीसीपी एलआइयू महेश कुमार को रवींद्रनाथ ने ब्लूचिप नाम की कंपनियों को किसी बेचा और कितने में बेचा, जिसने खरीदी उसके बारे में और ठग की सामने आई संपत्तियों के दस्तावेजों की जांच करने समेत साक्ष्य जुटाने के निर्देश दिए। महाठग रवींद्रनाथ सोनी के खिलाफ लखनऊ और अलीगढ़ में भी मुकदमे दर्ज हैं। अलीगढ़ पुलिस ने उसे पूर्व में जेल भी भेजा था।
महाठग का साझेदार अभिनेता सूरज जुमानी का वकील पुलिस आयुक्त से मिले
महाठग रवींद्रनाथ सोनी की कंपनी में साझेदार रहे अभिनेता सूरज जुमानी सबसे पहले दुबई से आकर पुलिस आयुक्त से मिला था। उसने बताया था कि रवींद्रनाथ सोनी ने निवेश के नाम पर उससे भी ठगी की है। उससे और रिश्तेदारों के मिलाकर लगभग चार करोड़ रुपये निवेश करा रुपये हड़प लिए थे। पुलिस आयुक्त ने उसके बयान दर्ज करने और तहरीर देने को कहा था, लेकिन सूरज ने पुलिस आयुक्त की बात नहीं मानी। उसे आभास हुआ कि पुलिस उसे भी आरोपित बना सकती है। इसके बाद पुलिस को बताए बिना दुबई चला गया।
साझेदारों के कई फोटो वीडियो मिले
शुक्रवार को सूरज की तरफ से उनके वकील और एक अन्य लोग पुलिस आयुक्त से मिले। उन्होंने सूरज को बेकसूर और पीड़ित बताया। कहा कि रवींद्रनाथ ने सूरज और उसके परिवार व परिचितों के साथ करोड़ों की ठगी की है। यही नहीं सूरज ने जामान के कई लोगों के साथ करोड़ों रुपये ठगे हैं। वकील ने पुलिस आयुक्त को तहरीर देने का प्रयास किया, पर उन्होंने साफ मना कर दिया। कहा कि सूरज खुद आकर अपना पूरा बयान दें। अगर वह दुबई से यहां नहीं आए तो फिर अब तक की जांच के आधार पर वह आरोपित हैं। उन्होंने रवींद्रनाथ व साझेदारों के साथ कई फोटो-वीडियो मिले हैं।
महाठग रवींद्रनाथ सोनी के साथ में अभिनेता सूरज जुमानी। पुलिस
महाठग के साथ सूरज जुमानी की कई फोटो, करोड़ों की लग्जरी कारों का शौक
एसआइटी की जांच के दौरान महाठग रवींद्रनाथ और सूरज जुमानी, रेसलर खली समेत कई साझेदारों की फोटो उन्हें मिली है। इसमें यह भी पता चला कि रवींद्रनाथ और सूरज जुमानी लगभग 12 साल पुराने दोस्त हैं। दोनों ही एक बैंक में थे। रवींद्रनाथ उनका सीनियर व बैंक में सेल्स मैनेजर था, जबकि सूरज उस समय जूनियर था। इसके बाद बैंक छोड़ दोनों ने निवेश कराने के लिए कंपनी खोली थी। सूरज रवींद्रनाथ के हर इवेंट में शामिल होता था। रेसलर खली समेत लोगों के साथ दोनों की कई फोटो-वीडियो एसआइटी के पास आ चुके हैं। इसमें एक फोटो में रवींद्रनाथ हेलीकाप्टर में बैठे हुए सेल्फी लेते हुए भी दिखे। रवींद्रनाथ और सूरज जुमानी के पास कई लग्जरी कारें हैं, जिनकी करोड़ों की कीमत है। उन्हें महंगी कारों का शौक है।
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