यूपी का नया 'सुपर हाईवे': अब 6-लेन पर दौड़ेंगी गाड़ियां, NH-24 का होने जा रहा कायाकल्प!
बरेली-सीतापुर राष्ट्रीय राजमार्ग को छह लेन में बदलने की तैयारी चल रही है। वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनए ...और पढ़ें

बरेली-सीतापुर हाईवे
अशोक आर्य, जागरण, बरेली। जिले से लखनऊ के सफर को आसान बनाने के लिए बरेली-सीतापुर राष्ट्रीय राजमार्ग को छह लेन बनाने की संभावना जताई जा रही है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की ओर से विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने के लिए जल्द कंसल्टेंट एजेंसी चुनने के लिए निविदा निकाली जा सकती है।
मंगलवार को मंडलीय बैठक में मंडलायुक्त ने इस बाबत एनएचएआइ के अधिकारियों से जानकारी ली। मामले में प्राधिकरण के दिल्ली स्थित मुख्यालय को पत्र भेजेंगे। बरेली से सीतापुर तक करीब 156 किलोमीटर मार्ग को फोरलेन बने करीब तीन साल हो चुका है। कुछ जगह पर अब भी छिटपुट काम चल रहा है।
जिले में यह मार्ग इनवर्टिस यूनिवर्सिटी के पास रजऊ परसपुर से शुरू होकर सीतापुर तक जाता है। यह मार्ग बरेली के साथ ही शाहजहांपुर, हरदोई और सीतापुर की सीमा से गुजरता है। बीते वर्षों में इस रूट पर वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ी है। एक दिन में 35 से 40 हजार वाहनों का आवागमन इस मार्ग से हो रहा है।
सड़क सुरक्षा के चलते और यात्रियों की सहूलियत बढ़ाने के लिए इस मार्ग को अब छह लेन बनाने की जरूरत महसूस हो रही है। इसी के चलते अब बरेली-सीतापुर मार्ग को छह लेन बनाने के प्रयास शुरू हो गए हैं। मंडलायुक्त कार्यालय पर मंगलवार को हुई बैठक में कमिश्नर भूपेंद्र एस. चौधरी ने एनएचएआइ के अधिकारियों से इस संबंध में वार्ता की।
उन्होंने सड़क के लोड के बारे में पूछा और चौड़ीकरण की जरूरत बताई। एनएचएआइ के अफसरों ने उन्हें बताया कि सड़क चौड़ीकरण का निर्णय मुख्यालय स्तर पर होगा। सबसे पहले पूरे मार्ग का सर्वे कर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी। यह काम पंजीकृत कंसल्टेंट कंपनी ही करेगी। इस पर मंडलायुक्त ने इस संबंध में जल्द एनएचएआइ मुख्यालय पर पत्राचार करने की बात कही।
इसलिए बढ़ी छह लेन की संभावना
एनएचएआइ की मुरादाबाद यूनिट का क्षेत्र बरेली में बड़ा बाइपास पर रजऊ परसपुर तक है। उस यूनिट ने फोरलेन का काम भी काफी तेजी से किया। बीते दिनों मुरादाबाद से बरेली के बीच राजमार्ग को छह लेन बनाने के लिए कंसल्टेंट एजेंसी के लिए टेंडर आमंत्रित कर दिए गए हैं।
वहीं, सीतापुर से आगे लखनऊ तक का मार्ग भी छह लेन बनाने के लिए एनएचएआइ के दिल्ली मुख्यालय ने डीपीआर बनाने को कंसल्टेंट एजेंसी चुनने के लिए निविदा आमंत्रित कर दी हैं।
दोनों जगह कंसल्टेंट एजेंसी तय होने के बाद डीपीआर बनाई जाएगी, जिसके आधार पर मुख्यालय से बजट को मंजूरी मिलेगी। बरेली-सीतापुर मार्ग के दोनों ओर मार्ग छह लेन करने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद यहां के लिए भी कार्यवाही आगे बढ़ने की संभावना बन गई है।
बरेली से सीतापुर फोरलेन पर एक नजर
बरेली-सीतापुर मार्ग को फोरलेन करने की शुरुआत लागत 2601 करोड़ थी। एक मार्च 2011 को कार्य शुरू हुआ। करीब 425 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया। बरेली हाईवे प्रोजेक्ट लिमिटेड ने शुरुआत में काम किया। कंपनी काम अधूरा छोड़कर फरार हो गई।
वर्ष 2019 में आगरा की राज कारपोरेशन लिमिटेड कंपनी को काम सौंपा गया। वर्ष 2022 तक सड़क वाहनों के चलने लायक हो गई। बीच में कुछ जगह अभी भी काम बाकी है।
बरेली-सीतापुर मार्ग पर लगाता वाहनों की संख्या बढ़ रही है। इस कारण राजमार्ग को छह लेन किए जाने की जरूरत है। इस संबंध में एनएचएआइ के अधिकारियों से वार्ता की गई है। एनएचएआइ मुख्यालय को सड़क चौड़ीकरण कराने के संबंध में पत्र भेजा जाएगा।
- भूपेंद्र एस. चौधरी, मंडलायुक्त बरेली
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