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    UP को मिलने वाली है नई रफ्तार: गोरखपुर-शामली ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए सर्वे पूरा, जानें पूरा रूट

    Updated: Sat, 20 Dec 2025 05:45 AM (IST)

    700 किमी लंबे गोरखपुर-शामली एक्सप्रेस-वे का काम तेज हो गया है। बरेली की फरीदपुर, नवाबगंज और बहेड़ी तहसील में जमीन अधिग्रहण के लिए 'काला' चयन प्रक्रिया ...और पढ़ें

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    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    कमलेश शर्मा, जागरण, बरेली। सड़क मार्ग से पूर्वांचल को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जोड़ने के लिए 700 किमी के गोरखपुर-शामली ग्रीन फील्ड लिंक एक्सप्रेस-वे को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। मंडल के तीन जिलों को जोड़ने वाला यह सिक्सलेन एक्सप्रेस-वे बरेली जिले की तीन तहसील क्षेत्रों से होकर निकाला जा रहा है।

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    जिले में पड़ने वाले गांवों की जमीन का अधिग्रहण कराने के लिए काला (कंपिटेंट एथारिटी फार लैंड एक्यूजिशन) चयन प्रक्रिया शुरू की गई है। जिले में सर्वे, मुआवजा वितरण कराने की जिम्मेदारी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) बरेली को दी गई है। जबकि शाहजहांपुर से मुरादाबाद के आगे तक निर्माण की जिम्मेदारी एनएचएआइ मुरादाबाद को सौंपी गई है।

    एनएचएआइ की इस परियोजना को दिल्ली स्थित मुख्यालय से दो महीना पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। गोरखपुर से बस्ती, अयोध्या, लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर से पीलीभीत में बीसलपुर, शाजहांपुर में पुवायां होते हुए बरेली के फरीदपुर, नवाबगंज, बहेड़ी तहसील क्षेत्र के गांवों से होते हुए रामपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, मेरठ होते हुए शामली तक पहुंचेगा। बरेली जिले में पड़ने वाले गांवों का सर्वे करा लिया गया है।

    एनएचएआइ ने विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी कार्यालय में संंबंधित गांवों की सूची भेज दी गई है। अब काला का चयन किया जाएगा। इसके बाद धारा 3-ए के तहत भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जारी की जाएगी। इसके बाद चयनित जमीन पर निर्माण और खरीद-फरोख्त पर रोक लग जाएगी। भूमि स्वामी को आपत्ति के लिए 15 दिन का समय मिलता है, इसके बाद 3-डी घोषित कर भूमि केंद्र सरकार के नाम कर सुरक्षित करा दी जाएगी।

    जिले में बरेली को उत्तराखंड से जोड़ने के लिए बरेली-पीलीभीत-सितारगंज हाईवे का निर्माण चल रहा है। बरेली-सीतापुर हाईवे का चौड़ीकरण कराया जा चुका है। बरेली से मथुरा-आगरा तक सीधा जुड़ाव के लिए बरेली-मथुरा हाईवे को सिक्सलेन में परिवर्तित कराया जा रहा है। इसके साथ गोरखपुर-शामली एक्सप्रेस-वे निर्माण की प्रक्रिया आरंभ हो जाने से एनएचएआइ के अधिकारियों का दावा है कि अगले वित्तीय वर्ष में निर्माण कार्य आरंभ कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, तीन साल में यह बनकर तैयार हो जाएगा।

    सड़क मार्ग से बरेली से पूरब में गोरखपुर और पश्चिम में शामली तक आवागमन सुगम हो जाएगा। इससे बरेली, शाहजहांपुर, रामपुर और लखीमपुर खीरी के लोगों को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से सीधा कनेक्शन मिलेगा। इससे यात्रा समय घटेगा, परिवहन गतिविधियां बढ़ेंगी और औद्योगिक निवेश को गति मिलेगी।

     

    गोरखपुर-शामली ग्रीन फील्ड लिंक एक्सप्रेस-वे में आ रहे जिले के गांवों की एनएचएआइ ने सूची भेजी है। अभी स्माल एस प्रक्रिया की शुरूआत हुई है। काला (कंपिटेंट एथारिटी फार लैंड एक्यूजिशन) का चयन किया जाना है। इसके बाद भूमि अधिग्रहण से जुड़ी अन्य प्रक्रिया आरंभ होगी।

    - देश दीपक वर्मा, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी, बरेली


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