Hindi की 10 प्रसिध्द रचनाऐं, ये Authors आपके शुरुआती सफर में आएगें काफी काम

हिंदी साहित्य या कहानियों को पढ़ने में अगर रुचि रखते है और अपने खाली समय में कुछ बेहतर तरीके से व्यतीत करना चाहते हो, तो देखिए हिदीं के लेखकों की समकालीन रचनाऐं।
Hindi 10 सुप्रसिध्द रचनाऐं

हिदीं कहानियां और उपन्यास हमेशा से समाज का आइना रही हैं, चाहें सामाजिक स्थिती हो या अन्य प्रस्थितियों का इन्होनें सजीव चित्रण किया हैं। ये Books  समकालीन बनी रहती हैं। ऐसे में अगर आप बेहतरीन Hindi बुक्स की तलाश कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है। यहाँ हमने 10 बेहतरीन हिंदी किताबों के बारे में बताया है। यह किताबें उन के लिए है, जिन्होनें अभी पढ़ना शुरु किया है या फिर करना चाहते हैं। इन किताबों की भाषा सरल है और कहानियाँ दिलचस्प हैं, जिससे आपको हिंदी साहित्य से प्यार हो जाएगा।

भारत के अब तक प्रसिध्द लेखक कौन-से रहे हैं?

वैसे, तो भारत में कई प्रसिद्ध लेखक हुए हैं,  जिन्होनें अपने विचारों और रचनाओं से देश-विदेश में काफी नाम कमाया है और देश का नाम रोशन किया है।

  • मुंशी प्रेमचंद - प्रेमचंद हिंदी साहित्य के सबसे जाने-माने और उर्दू के महान कथाकार रहें हैं, जिन्होने अपनी रचनाओं से समाज का मार्गदर्शन किया है। उनकी रचनाओं में गोदान, कफन जैसी कहानियों से समाज की सच्चाई दिखाई।

  • रवीन्द्रनाथ ठाकुर - भारत के बंगाल प्रांत से आने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव ठाकुर हैं। इन्होनें गीतांजलि जैसी रचना से विश्व साहित्य में अपनी पहचान बनाई।

  • हरिवंश राय बच्चन - हरिवंश राय बच्चन की रचनाऐं आज भी समकालीन बनी हुई है, जिसमें मधुशाला जैसी कविताओं से हिंदी कविता को एक नया रूप और पहचान दी।

  • अरुंधति रॉय - विशव बुकर पुरस्कार प्राप्त करने वाली भारत की लेखिका श्रीमती रॉय ने अपनी रचनाओं से देश-दुनियाभर मे ख्याति प्राप्त की है।

  • खुशवंत सिंह - सिंह ने ट्रेन टू पाकिस्तान जैसी ऐतिहासिक रचना के लिए प्रसिद्ध, जिनकी लेखनी में व्यंग्य और सच्चाई झलकती है।
  • Premashram By Premchand

    प्रेमाश्रम प्रेमचंद का बेहतरीन और अध्दभुत उपन्यास है, जिसमें आपको भारत में ब्रिटिश राज के समय में ज़मींदार सिस्टम कैसा था, उसके बारे में जानकारी मिलती है। ब्रिटिश भारत के समय देश के जमींदार गरीबों के अत्यचार की कहानी है। प्रेमचंद ने सभी कहानी की तरह इसे को भी काल्पनिक तरीके से व्यक्त किया है। हालाँकि ये उपन्यास काफी लम्बा है, लेकिन इसमें मुख्य विषय के अलावा भ्रष्टाचार, धार्मिक मूर्खता, जीवन दर्शन आदि विषयों की जानकारी मिलती है। यह वास्तव में एक उल्लेखनीय साहित्यिक कृति है। इस उपन्यास की मुख्य विष्य वस्तु है कि कैसे मानव मनोविज्ञान को पूरी तरह से पकड़ लेता है जब कोई पैसा को अपना एकमात्र जीवन लक्ष्य बनता है। साथ ही यह एक ऐसे व्यक्ति की यात्रा को चित्रित करता है, जो सिर्फ मानवता के लाभ के लिए जीवन जीता है। 

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  • Nirmala

    मुंशी प्रेमचंद द्वारा रचित निर्मला एक सामाजिक उपन्यास है, जो दहेज प्रथा और कम उम्र और बड़ी उम्र वाले विवाह जैसी कुप्रथाओं पर प्रकाश डालता है। कहानी की नायिका 15 साल की निर्मला का विवाह 35 वर्ष के वकील तोताराम से होता है, जिससे वह मानसिक और सामाजिक संघर्षों का सामना करती है। तोताराम की पहली पत्नी से तीन पुत्र हैं, जिनमें से मंसाराम निर्मला के सह उम्र का है। तोताराम को निर्मला और मंसाराम के बीच अवैध संबंधों का संदेह होता है, जिससे वह मंसाराम को घर से निकाल देता है। मंसाराम की मृत्यु, जियाराम का आत्महत्या और सियाराम का घर छोड़ना, इन घटनाओं से निर्मला का जीवन त्रासदीपूर्ण बन जाता है। उपन्यास में प्रेमचंद ने महिलाओं की स्थिति और सामाजिक कुप्रथाओं की आलोचना की है।  

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  • Gunahon Ka Devta

    गुनाहों का देवता हिंदी साहित्य का एक संवेदनशील उपन्यास है, जिसमें प्यार, बिछड़न और सामाजिक रिशतोंके बीच के दंव्द को संवेदनशीलता से प्रस्तुत करता है। यह कहानी इलाहाबाद में स्थापित है और इसके मुख्य पात्र चंदर और सुधा हैं। चंदर, एक होनहार छात्र, अपने गुरु प्रोफेसर शुक्ला की बेटी सुधा से प्रेम करता है। सुधा भी चंदर को देवता की तरह पूजती है। हालांकि, सामाजिक मान्यताओं और कर्तव्यों के कारण चंदर अपने प्रेम को व्यक्त नहीं कर पाता, जिससे सुधा की शादी किसी और से हो जाती है। इस उपन्यास में प्रेम के न कहे जानें वाले रूप, सामाजिक दबावों और आत्मसंघर्ष को गहराई से लिखा गया है। धर्मवीर भारती की भाषा सरल है, जो पाठकों को दिलों के रूप से जोड़ती है। 

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  • Maturity

    ओशो की यह पुस्तक परिपक्वता को केवल उम्र बढ़ने से अलग बताते हैं। पुस्तक में ओशो जीवन के दस प्रमुख विकास चक्रों का वर्णन करते हैं, जो बचपन की आत्म-केंद्रितता से लेकर वृद्धावस्था की करुणा और ज्ञान की प्राप्ति तक फैले हैं । वह बताते हैं कि परिपक्वता का अर्थ है बचपन की मासूमियत को अनुभव और समझ के साथ पुनः प्राप्त करना, जिससे व्यक्ति एक बार फिर से जीवन को उत्साह और प्रेम से देख सके। ओशो के अनुसार, परिपक्वता का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि व्यक्ति जीवन को जैसा है, वैसे ही स्वीकार करे, बिना किसी संघर्ष या विरोध के । वह यह भी बताते हैं कि परिपक्वता में व्यक्ति अपने भीतर की शांति और संतुलन को प्राप्त करता है, जिससे वह जीवन की सभी परिस्थितियों में स्थिर और संतुलित रह सकता है।

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  • October Junction

    दिव्य प्रकाश दुबे द्वारा लिखित अक्टूबर जंक्शन एक बेहतरीन हिंदी उपन्यास है, जो चित्रा पाठक और सुदीप यादव की अनोखी कहानी को प्रस्तुत करता है। यह दोनों लोग पहली बार 10 अक्टूबर 2010 को बनारस के एक कैफ़े में मिलते हैं और वादा करते हैं कि वे हर साल इसी तारीख को मिलेंगे, बिना कभी एक-दूसरे को संपर्क किये। यह सिलसिला दस वर्षों तक चलता है, जहाँ हर मुलाकात में उनके जीवन की नई परतें खुलती रहती हैं। समय के साथ चित्रा एक प्रसिद्ध लेखिका बन जाती हैं और सुदीप एक सफल बिजनेसमन बन जाता है। उनकी मुलाकातें न तो केवल एक प्रेम कहानी हैं और न ही मित्रता। बल्कि यह एक ऐसी भावना है जिसकी कोई परिभाषा ही नही है। उपन्यास में बनारस के वातावरण का शानदार चित्रण किया गया है, जो कहानी को और भी प्रभावशाली बनाता है।

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  • Musafir Caf

    दिव्य प्रकाश दुबे की यह पुस्तक मुसाफ़िर कैफ़े द्वारा रचित एक हाल के सालों का हिंदी उपन्यास है, जो सुधा और चंदर की कहानी को प्रस्तुत करता है। सुधा, एक स्वतंत्र विचारों वाली वकील लड़की और चंदर एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। ये दोनों पारंपरिक विवाह व्यवस्था में विश्वास नहीं रखते। वे साथ रहते हैं, लेकिन सामाजिक दबावों और व्यक्तिगत मतभेदों के कारण उनके रास्ते अलग हो जाते हैं। कहानी में मुसाफ़िर कैफ़े पहाड़ो पर एक स्थान है, जहां लोग अपने जीवन की उलझनों से राहत पाने के लिए जाते हैं। यह हिंदी उपन्यास प्रेम, स्वतंत्रता और खुद की खोज की यात्रा को संवेदनशीलता से चित्रित करता है।

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  • Kasap

    कसप मनोहर श्याम जोशी का एक अद्भत हिंदी उपन्यास है, जो प्रेम, आत्म-संघर्ष और सामाजिक जटिलताओं को गहराई से प्रस्तुत करता है। कहानी में दुर्गादत्त तिवारी उर्फ डीडी और मैत्रेयी उर्फ बेबी के बीच का प्रेम संबंध है। डीडी एक अनाथ और सिनेमा प्रेमी है, जबकि बेबी एक स्वतंत्र सोच वाली, शिक्षित पहाड़ी लड़की है। उपन्यास में दोनों पात्रों के बीच का संबंध विभिन्न सामाजिक और व्यक्तिगत बाधाओं से गुजरता है, जिसमें पारिवारिक विरोध, करियर की महत्वाकांक्षाएं शामिल हैं। कहानी में कुमाऊंनी भाषा और संस्कृति की झलक मिलती है, जो इसे पढ़ने में और भी रोचक बनाती है। यह Hindi Novel न केवल एक प्रेम कहानी है, बल्कि स्वंय की आत्म-खोज, सामाजिक मान्यताओं और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की खोज की भी कहानी है।

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  • The Essentials Of Hinduism: An Introduct: An Introduction to All the Sacred Texts

    त्रिलोचन शास्त्री की यह एक संक्षिप्त पुस्तक है, जो हिंदू धर्म के प्रमुख ग्रंथों और दर्शन के बारे में मूलभूत जानकारी प्रदान करती है। यह पुस्तक विशेष रूप से उन पाठकों के लिए उपयोगी है जो हिंदू धर्म में रुचि रखते हैं, लेकिन बड़े-बड़े ग्रंथों के अध्ययन के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं। इस पुस्तक में 13 अध्याय हैं, जिसके माध्यम से वेद, उपनिषद, भगवद गीता, पुराण, रामायण, महाभारत, छह दर्शनों जैसे ग्रंथो को सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है। यह पुस्तक न केवल हिंदू पाठकों के लिए, बल्कि अन्य धर्मों, देशों और यहां तक कि नास्तिक या अज्ञेयवादियों के लिए भी उपयोगी है, जो हिंदू धर्म की मूलभूत अवधारणाओं को समझना चाहते हैं।

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  • Rashmirathi (Jnanpith Award Winner, 1972) - Hindi

    रश्मिरथी दिनकर का प्रसिद्ध हिंदी महाकाव्य है, जो महाभारत के महानायक कर्ण के जीवन और संघर्षों को मुख्यधारा में रख कर महाभारत को बताता है। यह काव्य कर्ण के जन्म से लेकर कुरुक्षेत्र युद्ध में उनकी वीरगति तक की यात्रा को वर्णित करता है, जिसमें उनके आत्मसम्मान, दानशीलता और मित्रता के प्रति अटूट निष्ठा को दर्शाया गया है। दिनकर की भाषा और अभिव्यक्ति इस काव्य को विशेष बनाती है। कर्ण के माध्यम से लेखक ने सामाजिक असमानताओं, जातिगत भेदभाव और नियति के अन्यायपूर्ण फैसलों पर प्रश्न उठाए हैं।

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  • Apne Apne Ram

    अपने-अपने राम भगवान सिंह द्वारा लिखित एक गहन पुस्तक है, जो राम की पारम्परिक छवि से हटकर समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा गाढ़ी गए राम की अलग-अलग छवियों को सामने लाती है। लेखक ने दिखाया है, कि किस प्रकार हर समाज हर युग ने अपने अनुभवों अवश्यकताओं और दृष्टिकोणों के अनुसार राम को परिभासित किया है। राम की कथा के के विश्लेषण करते हुए भगवन सिंह ने बताया है कि राम ने केवल धार्मिक विश्वाशों के पात्र हैं, बल्कि सामाजिक संघर्ष सत्ता और सांस्कृतिक चेतना के भी प्रतिक बन गए है। इस पुस्तक में आदिवासी समुदाय द्वारा देखे गए राम और दलित समाज की अपनी व्याख्या को भी विस्तार से प्रस्तुत किया गया है। अपने-अपने राम भारतीय समाज की गहराई को समझने का एक महतवपूर्ण प्रयास है।

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बिग्नर्स के लिए भारतीय लेखकों द्वारा लिखी गई सर्वश्रेष्ठ पुस्तकें?

भारतीय लेखकों द्वारा लिखी गई कई पुस्तकें साहित्यिक काफी सराहनीय रही हैं। ये रचनाएं न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चित रही हैं।

  • रवीन्द्रनाथ ठाकुर - गीतांजलि इस कविता संग्रह के लिए उन्हें 1913 में नोबेल पुरस्कार मिला। इसमें आध्यात्मिकता और मानवता की गहराई दिखती है।

  • मुंशी प्रेमचंद - गोदान भारतीय ग्रामीण जीवन की सच्चाई को दर्शाती यह हिंदी उपन्यास अब भी सबसे पढ़ी जाने वाली रचनाओं में शामिल है।

  • अरुंधति रॉय - द गॉड ऑफ स्माल थिंग्स यह उपन्यास बुकर पुरस्कार से सम्मानित हुआ था । इसमें केरल की सामाजिक परतों को गहराई से उकेरा गया है।

  • खुशवंत सिंह - लेखक की ट्रेन टू पाकिस्तान भारत-पाकिस्तान विभाजन की पृष्ठभूमि पर आधारित यह उपन्यास सच्चाई और मानवीय संवेदना को दिखाता है।

  • हरिवंश राय बच्चन - हरिवंश राय बच्चन की मधुशाला जैसी कविताओं से हिंदी कविता को एक नया रूप और पहचान दी।

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Faq's

  • भारत के सबसे प्रसिद्ध लेखकों में कौन-कौन शामिल हैं?
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    भारतीय साहित्य में प्रेमचंद, अरुंधति रॉय, आर. के. नारायण, झुंपा लाहिड़ी, अमीश त्रिपाठी, और खुशवंत सिंह जैसे लेखक काफी प्रसिद्ध हैं।
  • भारतीय लेखकों की कुछ लोकप्रिय किताबें कौन-सी हैं?
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    भारतीय लेखकों की कुछ लोकप्रिय और प्रसिद्ध किताबें हैं, जिसमें अरुंधति रॉय की ‘दी गॉड ऑफ़ स्माल थिंग्स’, आर. के. नारायण की ‘मालगुडी डेज’, खुशवंत सिंह की ‘ट्रैन टू पाकिस्तान’, झुंपा लाहिड़ी की ‘इंटरप्रेटर ऑफ़ मालडीएस’ आदि।
  • क्या ये किताबें नए पाठकों के लिए भी उपयुक्त हैं?
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    हां, ये किताबें आसान भाषा में लिखी गई हैं और भारतीय सामाजिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को अच्छे से दर्शाती हैं, जिससे नए पाठकों को भी जुड़ाव महसूस होता है।
  • क्या ये किताबें ऑनलाइन उपलब्ध हैं?
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    हां, सभी प्रमुख ऑनलाइन बुकस्टोर्स जैसे Amazon और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर ये किताबें पेपरबैक, हार्डकवर और किंडल फॉर्मेट में उपलब्ध हैं।