भारतीय इतिहास पर आधारित कुछ बेहतरीन किताबें

भारत के इतिहास पर आधारित 5 बेहतरीन किताबों की सूची, जो प्राचीन काल से आधुनिक भारत तक की जानकारी को रोचक ढंग और सरल भाषा में प्रस्तुत करती हैं।
भारतीय इतिहास पर बेहतरीन Books
भारतीय इतिहास पर बेहतरीन Books

भारत के इतिहास को अच्छे से समझने में अगर आप रुचि रखते हैं, तो उसके लिए किताबें पढ़ना बढ़िया तरीका हो सकता है। इतिहास सिर्फ किताबों में दर्ज तारीखों और युद्धों की कहानी नहीं होती, बल्कि यह एक लंबी यात्रा है, जिसमें हमारे समाज, सभ्यता, संस्कृति और राजनीति की झलक मिलती है। ये तो आप जानते ही हैं कि हमारे देश का इतिहास बहुत पुराना और विभिन्न विविधताओं से भरा हुआ है, जिसे समझने के लिए भरोसेमंद और जाने-माने लोगों के द्वारा लिखी गई किताबों को पढ़ना जरूरी हैं। हम आपको भारत के प्राचीन काल के इतिहास से लेकर सन् 47 में मिली आजादी और उसके बाद तक की घटनाओं को दर्ज करती 5 ऐसी शानदार किताबों के बारे में बताएंगे, जो न सिर्फ आपको महत्वपूर्ण जानकारी देती हैं, बल्कि आपको सोचने के लिए एक नजरिया भी देती हैं। चाहे आप स्कूल के छात्र हों या फिर किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हों या फिर इतिहात को जानने में रुचि रखते हों, ये किताबें आपके लिए उपयोगी हो सकती हैं।

Top Five Products

  • India After Gandhi

    यह किताब भारत की आज़ादी के बाद की कहानी को बहुत विस्तार से और रोचक ढंग से बताती है। सन् 1947 में आज़ादी मिलने के बाद देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कि सभी धर्मों और जातियों के लोगों के बीच एकता और भाईचारा बना रहे। गुहा साहब अपने रोचक कहानीकार के ढंग से इस किताब में बताते हैं कि कैसे इतने विविधता वाले देश में हमारे देश के निति-निर्मातोओं और अन्य लोगों के द्वारा लोकतंत्र को जिंदा रखा गया। इसमें पंड़ित नेहरू के समय से लेकर इंदिरा गांधी, आपातकाल, मंडल आयोग, उदारीकरण, राम मंदिर आंदोलन, और 21वीं सदी के बदलावों तक की बात की गई है। यह पुस्तक भारत का सिर्फ राजनीतिक इतिहास नहीं है, बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और भाषायी विविधताओं को भी गहराई से समझाता है। अगर आप यह जानना चाहते हैं कि भारत आज़ादी के बाद कैसे बना, कैसे टूटा और कैसे फिर खड़ा हुआ, तो यह किताब आपको जरुर से पढ़नी चाहिए।


    01
  • The Discovery of India

    यह पुस्तक भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने जेल में रहते हुए लिखी थी। इसमें भारत की प्राचीन सभ्यता, संस्कृति, धर्म, दर्शन और इतिहास की गहराई से चर्चा की गई है। नेहरू ने इस पुस्तक में भारत की खोज एक विचार यात्रा की तरह की है। वह भारत को केवल एक भौगोलिक देश नहीं, बल्कि एक जीति-जागती संस्कृति मानते हैं जो हज़ारों वर्षों से विकसित होती आई है। वे वैदिक काल, बौद्ध धर्म, मौर्य और गुप्त साम्राज्य से लेकर मुगलों और अंग्रेजों तक का इतिहास अपनी इस पुस्तक में विस्तार से बताते हैं। नेहरू की भाषा काफी भावनात्मक और विचारशील है, जिससे यह पुस्तक इतिहास से अधिक एक नजरिये की तरह लगती है। यह किताब न सिर्फ इतिहास को बताती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि भारत की आत्मा क्या है। अगर आपकी रुचि भारतीय संस्कृति को समझने और जानने में हैं तो यह पुस्तक आप जरुर पढ़ सकते हैं।


    02
  • Argumentative Indian : Writings on Indian History, Culture and Identity

    यह किताब भारत की सोचने-समझने की परंपरा पर आधारित है। लेखक अमर्त्य सेन का मानना है कि भारत हमेशा से ऐसा देश रहा है जहाँ अलग-अलग विचारों को सुना और समझा जाता रहा है। इस किताब में उन्होंने इतिहास, धर्म, संस्कृति, राजनीति और समाज से जुड़े कई मुद्दों पर अपने विचार रखे हैं। इसमें अकबर की धार्मिक सहनशीलता, सम्राट अशोक की नीति, महिलाओं के अधिकार, सांप्रदायिकता और भारत में धर्मनिरपेक्षता की जरूरत जैसे विषयों पर चर्चा की गई है। अमर्त्य सेन यह बताते हैं कि भारत की परंपरा तर्क, बहस और विचारों के आदान-प्रदान पर टिकी रही है। यह किताब दिखाती है कि भारत में लोकतंत्र और सहनशीलता की जड़ें बहुत पुरानी और मजबूत हैं। यह सिर्फ इतिहास नहीं बताती, बल्कि लोगों को सोचने और समझने के लिए प्रेरित करती है। यह किताब समाज को जागरूक करने वाली एक महत्वपूर्ण रचना है।


    03
  • From the Ruins of Empire: The Revolt Against the West and the Remaking of Asia

    यह किताब सिर्फ भारत की नहीं, बल्कि पूरे एशिया महाद्वीप के देशों की कहानी बताती है कि कैसे यूरोप से आए ताकतवर लोगों ने एशियाई देशों को गुलाम बनाया और उनकी संस्कृति और पहचान को नुकसान पहुँचाया। लेखक पंकज मिश्रा ने बताया है कि भारत, चीन, तुर्की और ईरान जैसे देशों के लोगों ने इस अन्याय के खिलाफ कैसे अपनी आवाज़ उठाई। भारत की तरफ से टैगोर और गांधी जैसे महान लोगों की सोच को इस किताब में दिखाया गया है, जिन्होंने पश्चिमी सभ्यता की नकल करने के बजाय अपनी संस्कृति को अपनाने पर ज़ोर दिया। यह किताब यह समझाती है कि आज का एशिया केवल व्यापार या पैसे की वजह से नहीं बदला है, बल्कि लोगों की सोच और संघर्ष की वजह से बदला है।


    04
  • The Penguin History Of Early: From The O: From the Origins to AD 1300

    रोमिला थापर की यह किताब भारत के पुराने इतिहास को समझने का एक गंभीर और जानकारी से भरा प्रयास है। इसमें सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर सातवीं-आठवीं सदी तक की घटनाओं का विस्तार से ज़िक्र किया गया है। किताब में केवल राजाओं और युद्धों की बातें नहीं हैं, बल्कि उस समय के समाज, धर्म, संस्कृति और आम लोगों की जिंदगी को भी समझाया गया है। रोमिला थापर ने इस किताब में सिक्कों, शिलालेखों, साहित्य और पुरातत्व से मिली जानकारियों का इस्तेमाल किया है और बताया है कि इतिहास को समझने के लिए केवल कहानियाँ नहीं, बल्कि ठोस प्रमाण भी ज़रूरी हैं। उन्होंने यह भी बताया है कि इतिहास को वैज्ञानिक और निष्पक्ष तरीके से देखना चाहिए। यह किताब उन लोगों के लिए खास है जो प्राचीन भारत को गहराई से समझना चाहते हैं। 


    05

इन्हें भी पढ़ें :-

Disclaimer: जागरण में, हम आपको लेटेस्ट ट्रेंड्स और प्रॉडक्ट्स के साथ अप-टू-डेट रहने में मदद करते हैं। यह लेख हमारे कैटेगरी के विशेषज्ञों द्वारा लिखे गए हैं। इन लेखों का उद्देश्य यूजर्स तक प्रोडक्ट के बारे में सही जानकारी पहुंचाने का है और सभी लेख गूगल के दिशानिर्देशों के अनुरूप होते हैं। इस लेख के जरिए जब ग्राहक खरीदारी करते हैं तो हमें रेवेन्यू का एक हिस्सा मिलता है। यहां किसी स्पैम नीति का उल्लंघन नहीं किया जाता है और कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट 2019 के तहत जागरण किसी भी दावे के लिए जिम्मेदार नहीं है, क्योंकि यहां जो भी जानकारी दी जाती है, वो ई कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध प्रोडक्ट के बारे में है और आगे चलकर उनकी कीमत में होने वाला बदलाव भी ई कॉमर्स प्लेटफॉर्म के संबंध में परिवर्तन के अधीन हैं। जागरण सेल्स, सर्विस या किसी भी प्रकार के विवादित अनुभव के लिए उत्तरदायी नहीं है।

Faq's

  • भारतीय इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटनांए क्या हैं?
    +
    भारतीय इतिहास एक नहीं कई सारी घटनाओं से मिलकर बना हैं, जिसमें सिधुं घाटी सभ्यता, मौर्या साम्राज्य, मध्यकाल, मुगल साम्राज्य और ब्रिटिश भारत सभी काफी महत्वपूर्ण हैं। आप इनके बारे में कई किताबों में पढ़ सकते हैं।
  • भारतीय इतिहास को कितने भागों में विभाजित कर सकते हैं?
    +
    भारतीय इतिहास को आमतौर पर तीन भागों में विभाजित किया जाता है, जिसमें प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारत शामिल हैं। इनसे जुड़ी जानकारी किताबों में पढ़ी जा सकती है।