श्रीकृष्ण जन्माष्टमी हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस साल यह त्यौहार 16 अगस्त को मनाया जायेगा। यह दिन उपवास, भक्ति, कीर्तन और रात्रि जागरण से भरा होता है। भक्त इस दिन उपवास रखते हैं एवं सात्त्विक एवं फलों का सेवन करते हैं। व्रत के दौरान अनाज, नमक और तामसिक पदार्थों से परहेज किया जाता है। ऐसे में शरीर में ऊर्जा बनाये रखने के लिए आप व्रत के दौरान खाये जाने वाले फूड आइटम तलाश रहे हैं। इसके लिए यहां बताए गए खाद्य पदार्थ घर ला सकते हैं। इसमें साबूदाना, समा के चावल, मेवे और सेंधा नमक से बने व्यंजन शामिल हैं। ये भोजन न केवल पचाने में हल्के हैं, बल्कि दिनभर ऊर्जा भी बनी रहती है। साथ ही इनको बनाना भी आसान है, वहीं कुछ सामान तो रेडी टू ईट है यानी कि उनको पकाने की आवश्यकता नहीं है। बस पैकेट खोलो, निकालो और खा लो। आइये विस्तार से जानें।
जन्माष्टमी व्रत के दौरान क्या नहीं खाना चाहिए?
जन्माष्टमी व्रत भगवान श्रीकृष्ण के प्रति श्रद्धा दिखाने का एक जरिया है। इस दिन व्रत के दौरान भक्त सात्त्विक और फलाहारी भोजन करते हैं, जिससे कि शरीर और मन दोनों शुद्ध रहें। व्रत के दौरान कुछ भोजन से परहेज किया जाता है, जो इस प्रकार है -
अनाज और चावल - व्रत में चावल और अनाज का सेवन नहीं करना होता है। इसकी बजाय साबूदाना, समा के चावल या मखाना का उपयोग किया जाता है।
प्याज और लहसुन - ये दोनों तामसिक माने जाते हैं, इसलिए इन्हें व्रत में नहीं खाया जाता है।
मांसाहारी खाद्य पदार्थ - मांस, अंडे, और समुद्री भोजन जैसे तामसिक चीजों से व्रत के दौरान पूरी तरह से बचना चाहिए।
रिफाइंड शुगर - व्रत में रिफाइंड शुगर का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके बजाय गुड़ या शहद का सेवन किया जाता है।
साधारण नमक - व्रत के दौरान केवल सेंधा नमक का ही उपयोग करना चाहिए, सामान्य नमक से परहेज करें।
इन नियमों का पालन करने से व्रत सफल होता है, और भक्त भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा व्यक्त कर सकते हैं।