पटियाला में आवारा कुत्तों का आतंक, घर लौट रही महिला पर हमला किया, गर्दन दबोची
पटियाला में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। मजीठिया एनक्लेव में घर लौट रही एक महिला पर कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल ह ...और पढ़ें

कुत्तों के काटे जाने के बाद जख्मी महिला।
जागरण संवाददाता.पटियाला। पटियाला में आवारा कुत्तों का आतंकी बढ़ता जा रहा है। पाश इलाके मजीठिया एनक्लेव में घर लौट रही एक महिला पर आवारा कुत्तों के झुंड ने अचानक हमला कर दिया। इस दर्दनाक घटना ने न केवल पीड़िता को गंभीर रूप से घायल किया। इस घटना ने इलाके में भय और असुरक्षा का माहौल भी पैदा कर दिया है।
इलाका निवासियों का कहना है कि यह हमला किसी एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि पहले भी कुत्ते कई लोगों को शिकार बना चुके हैं। हालांकि नगर निगम की तरफ से अवारा कुत्तों के बर्थ कंट्रोल को लेकर कई प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं, लेकिन लगातार कुत्तों के काटने की आ रही घटनाएं नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रही हैं।
जानकारी देते हुए पीड़िता हिमानी सिंगला ने बताया कि वह रोज की तरह मजीठिया एनक्लेव की 11-आर गली से गुजर रही थीं। तभी अचानक आवारा कुत्तों का झुंड उनकी ओर बढ़ा। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाती, तीन कुत्तों ने उन पर हमला कर दिया। पहले उन्हें जमीन पर गिराया और फिर गले, बाजू और हाथों पर बुरी तरह काटना शुरू कर दिया।
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शोर मचाया तो लोग मदद के लिए आए
हिमानी के ने बताया कि अगर वह शोर न मचाती और पड़ोसी तुरंत बाहर न आते, तो शायद मेरी जान को भी खतरा हो सकता था। फिलहाल वह इलाजरत हैं। शारीरिक तौर पर चोटों के अलावा उन्हें मानसिक रूप से काफी अघात पहुंचा है। इस घटना से काफी सहमी हुई हैं।
पीड़िता और कालोनीवासियों ने नगर निगम पटियाला से मांग की है कि आवारा कुत्तों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए तुरंत ठोस कदम उठाए जाएं।
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एबीसी कार्यक्रम के तहत बर्थ कंट्रोल जारी
नगर निगम पटियाला के अधिकारियों ने बताया कि शहर में घूम रहे आवारा कुत्तों की संख्या नियंत्रित करने और जन स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) कार्यक्रम लगातार चलाया जा रहा है। इसके तहत मोदी कालेज के पास बने एबीसी सेंटर बनाया गया है। यह अभियान जुलाई माह से चल रहा है।
कार्यक्रम का उद्देश्य कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण और रेबीज जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव है। इसके लिए 15 केनल बनाए गए हैं। जहां रोजाना कुत्तों की नसबंदी की जाती है। इसके अलावा सर्जरी के बाद उचित देखभाल के साथ कुत्तों को उसी स्थान पर छोड़ा जाता है।
पुराने एबीसी सेंटर के पास 24 नए केनल बनाए जा रहे हैं और एक नई साइट पर 50 केनल बनाने की योजना है। नए केनल बनने के बाद रोजाना 50 कुत्तों की नसबंदी का लक्ष्य रखा गया है। अनुमान है कि अगले दो वर्षों में पूरे पटियाला शहर को कवर कर लिया जाएगा। पारदर्शिता के लिए रोजाना की रिपोर्ट निगम के आधिकारिक पोर्टल पर अपलोड की जा रही है।
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मिशन रेबीज फ्री के तहत डोर टू डोर टीकाकरण
शहर को रेबीज मुक्त बनाने के लिए नगर निगम पटियाला ने तीन समाजसेवी संस्थाओं के साथ एमओयू साइन किया है। इनमें गार्डियंस आफ आल आइस एनिमल, कावा और मिशन रेबीज शामिल हैं। मिशन रेबीज वैक्सीनेशन ड्राइव के तहत डोर-टू-डोर टीकाकरण किया जा रहा है। यह पंजाब में अपनी तरह की पहली पहल है। लक्ष्य है कि पटियाला को रेबीज मुक्त बनाया जाए।
मेयर कुंदन गोगिया ने बताया कि संस्थाएं अपने खर्च पर वेटरनरी डाक्टर, दवाइयां और डाग-कैचर टीम उपलब्ध कराएंगी। इस अभियान पर 15 से 17 लाख रुपये का खर्च अनुमानित नगर निगम की ओर से कमरे, गाड़ियां और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। मेयर ने कहा कि रेबीज टीकाकरण से इंसानों और कुत्तों दोनों की जान सुरक्षित होती है और कुत्तों के काटने से होने वाली मौतों का खतरा कम होता है।

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