गरीबों को मदद से ही सुधरेगी अर्थव्यवस्था: तहस-नहस अर्थव्यवस्था और बर्बादी के कगार पर खड़े लोग एक ही सिक्के के दो पहलू हैं

तहस-नहस होती अर्थव्यवस्था और बर्बादी के कगार पर खड़े लोग एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। अगर हमारी नीतियां लोगों की सिमटती आमदनी और जाते रोजगार को वापस पूर्वस्थिति पर बहाल करने में कामयाब रहती हैं तो निसंदेह अर्थव्यवस्था भी पटरी पर आती नजर आएगी।