Move to Jagran APP

Kannauj News: अवैध शस्त्र फैक्ट्री में बन रही थी डबल बैरल रायफल, छापा मारकर अंदर पहुंची पुलिस तो नजारा देख रह गई दंग

पुलिस को अवैध असलहे बनाने की सूचना मिली थी। मंगलवार को छापा मारा गया तो मैनपुरी जिले के थाना बेबर के जैतपुर गांव निवासी कौशलेंद्र पकड़ में आया। उसका साथी कासगंज निवासी बृजेश शर्मा भाग निकला। पुलिस ने चार रायफल एक बंदूक 18 तमंचे और एक अर्धनिर्मित तमंचा बरामद किया। पुलिस के लिए हैरानी की बात यह रही कि बरामद असलहों में एक देसी डबल बैरल रायफल भी है।

By amit kuswaha Edited By: Vivek Shukla Published: Wed, 01 May 2024 12:07 PM (IST)Updated: Wed, 01 May 2024 12:07 PM (IST)
अवैध असलहा की फैक्‍ट्री का पर्दाफाश करती पुलिस। जागरण

जागरण संवाददाता, कन्नौज। अवैध असलहे बनाने वाले अब डबल बैरल रायफलें भी बना रहे हैं। 315 बोर की इस रायफल में मैगजीन नहीं लगती, डबल बैरल बंदूक की तरह ही गोलियां लगानी पड़ती हैं। मामला पकड़ा गया मंगलवार को छिबरामऊ के अकबरपुर गांव में। यहां खंडहर मकान में पूरा खेल चल रहा था।

loksabha election banner

पुलिस ने 24 असलहे बरामद किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि डबल बैरल रायफल बनाने का जिले में यह पहला मामला है। एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया है, जबकि उसका साथी भाग निकला।

छिबरामऊ कोतवाली प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि अवैध असलहे बनाने की सूचना मिली थी। मंगलवार को छापा मारा गया तो मैनपुरी जिले के थाना बेबर के जैतपुर गांव निवासी कौशलेंद्र उर्फ शेरू पकड़ में आया। उसका साथी कासगंज निवासी बृजेश शर्मा भाग निकला।

इसे भी पढ़ें- शादी के बाद पूजा के लिए जा रहा था परिवार, सरयू नदी में नाव पलटी, तीन डूबे, एक महिला की मौत

पुलिस ने चार रायफल, एक बंदूक, 18 तमंचे और एक अर्धनिर्मित तमंचा बरामद किया। पुलिस के लिए हैरानी की बात यह है कि बरामद असलहों में एक देसी डबल बैरल रायफल भी है। यह 12 बोर की दोनाली बंदूक की तरह काम करती है।

कोतवाली प्रभारी ने बताया कि दोनों आरोपितों के खिलाफ अवैध शस्त्र बनाने के दो मामले मैनपुरी में दर्ज हैं। ये लोग बेहद सफाई से डबल बैरल रायफल तक बनाकर बेच देते थे। पुलिस की पूछताछ में कौशलेंद्र ने बताया कि अवैध असलहा बनाकर कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, फर्रुखाबाद समेत हरदोई में सप्लाई करता था।

इसे भी पढ़ें- पेट्रोल पंप की एनओसी के लिए अब नहीं लगाना पड़ेगा चक्कर, अधिकारियों को दिया गया यह निर्देश

पुलिस के मुताबिक, आरोपित कौशलेंद्र उर्फ शेरू डबल बैरल रायफल 30 हजार रुपये में, 10 हजार रुपये में बंदूक और पांच हजार रुपये में तमंचा बेचता था। अपराधी इस तरह की देसी रायफल महंगे दामों में खरीदते हैं। चुनाव में असलहों की मांग बढ़ने पर साथी बृजेश के साथ असलहा बना रहा था।

एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि अवैध असलहों का प्रयोग चुनाव में इस्तेमाल होने की आशंका थी। जांच की जा रही है। वहीं, डबल बैरल रायफल के बनते देख पुलिस अफसर भी दंग रहे गए। इससे पहले ऐसी रायफल के बनाए जाने की बात सामने नहीं आई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.