यहां कार्ड पर भी लिखा गया, शादी में नहीं होगी कॉकटेल पार्टी
जाखणीधार ब्लॉक के गांवों में तो शादी के कार्ड में भी बाकायदा इस बात का जिक्र किया जाने लगा कि कॉकटेल पार्टी नहीं होगी।
नई टिहरी, [जेएनएन]: सूर्य हुआ अस्त और पहाड़ मस्त। इस कहावत के विपरीत अब समय के साथ ही पर्वतयी क्षेत्रों में लोगों की सोच में बदलाव आने लगा है। महिलाएं जहां शराब के खिलाफ समय-समय पर आंदोलन करती रहीं, वहीं अब लोगों में भी इसके खिलाफ जागरूकता आने लगी है। जाखणीधार ब्लॉक के गांवों में तो शादी के कार्ड में भी बाकायदा इस बात का जिक्र किया जाने लगा कि कॉकटेल पार्टी नहीं होगी।
टिहरी जिले के जाखणीधार ब्लाक के छोलगांव की मोनिका व पिपोला गांव में काजल की शादी बिना काकटेल पार्टी के संपन्न हुई। क्षेत्र में शराब के खिलाफ महिला मंगल दल भी अभियान चलाए हुए है। नतीजन अभी तक कई जगहों पर बिना कॉकटेल के शादी संपन्न करवाई गई है।
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बीती गत दिवस यहां छोलगांव व पिपोला गांव में दो शादियों में मेहंदी की रस्म थी। यहां पर इस दौरान न तो किसी ने शराब की और न ही पिलाई गई। यही नहीं घरवालों ने भी शादी के कार्ड पर भी लिखा कि शादी में कॉकटेल पार्टी नहीं होगी।
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महिला मंगलदल छोलगांव की सचिव सुषमा ने कहा कि महिला मंगलदल की ओर से रातभर नजर रखी गई कि कहीं कोई शराब का प्रयोग तो नहीं कर रहा है। इसके लिए बाकायदा महिलाओं की टोलियां बनाई गई थी। पिपोला की महिला मंगल अध्यक्ष बृहस्पति ने कहा कि उनका उद्देश्य गांव में शराब को जड़ से खत्म करना है।
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पिपोला के प्रधान विनोद चमोली ने कहा कि इस तरह की पहल समाज के लिए लाभप्रद है। सभी को इसके लिए आगे आना चाहिए। अब तक कई जगहों पर बिना कॉकटेल के शादी संपन्न करवाई गई है।
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