एक माह बाद पता लगा एटीएम कार्ड से ठगी, उड़ा लिए 62 हजार
एक कर्मचारी का एटीएम कार्ड बदलकर उसके एटीएम कार्ड से अलग-अलग जगहों से 62 हजार की खरीददारी की गई। चौंकाने वाली बात यह कि सिंचाई कर्मी को अपने साथ ठगी की जानकारी उस समय नहीं हो पाई।
रुड़की, [जेएनएन]: उत्तरप्रदेश सिंचाई विभाग के एक कर्मचारी का एटीएम कार्ड बदलकर उसके एटीएम कार्ड से अलग-अलग जगहों से 62 हजार की खरीददारी की गई। चौंकाने वाली बात यह कि सिंचाई कर्मी को अपने साथ ठगी की जानकारी उस समय नहीं हो पाई। पीड़ित को करीब एक माह बाद ठगी का पता लगा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।
उत्तरप्रदेश सिंचाई विभाग में राजकुमार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। वह आठ दिसंबर 2016 को प्रेममंदिर रोड स्थित एक बैंक के एटीएम में रुपये निकालने गया था। इसी बीच किसी ने उसका एटीएम कार्ड धोखा देकर बदल दिया।
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जब उसके रुपये नही निकले तो राजकुमार वहां से वापस आ गया। लेकिन उसे यह पता नही लग पाया कि उसका एटीएम कार्ड बदला जा चुका है। राजकुमार बैंक में रुपये निकालने के लिए गया। इसी दौरान पता चला कि उनके खाते से 62 हजार की निकासी पिछले माह हुई है। उन्होंने बैंक से अपने खाते की डिटेल निकलवाई।
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जिसके बाद उन्हें पता चला कि उनके कार्ड से गोयल पेट्रोल पंप, गीताजंलि इलेक्ट्रानिक्टस शोरूम और अलग-अलग जगहों से कार्ड स्वैप कर 62 हजार रुपये की खरीददारी की गई। बैंक से जानकारी मिलने के बाद राजकुमार ने सिविललाइंस कोतवाली पहुंचकर पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराया। राजकुमार ने पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाई है।
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पूर्व में ठगी करने वाले आरोपी पर शक
पिछले माह कार्ड बदलकर ठगी के आरोप में पकड़े गए आरोपी पर पुलिस का शक है। गंगनहर पुलिस ने पिछले माह अरुण निवासी सहारनपुर को 21 एटीएम कार्ड के साथ गिरफ्तार किया था।
आरोपी अपनी बहन, जीजा और दोस्त के साथ मिलकर कार्ड बदलने के बाद स्वैप कर खरीददारी करते थे। इस गिरोह के अन्य तीन आरोपी फरार हैं जबकि अरुण जेल में है। राजकुमार ने शक जताया कि अरुण ने ही उसका एटीएम कार्ड बदला था।
गंगनहर कोतवाली में उसका फोटो देखकर राजकुमार ने उसकी पहचान की है। वहीं सिविललाइंस पुलिस अब इस मामले को गंगनहर पुलिस के मुकदमे में शामिल करने के लिए प्रयास कर रही है।
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