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    विपिन रावत और अनिल धस्‍माना की ताजपोशी से उत्‍तराखंड गदगद

    By Gaurav KalaEdited By:
    Updated: Mon, 19 Dec 2016 07:00 AM (IST)

    भारत के नए थलसेनाध्‍यक्ष विपिन रावत और खुफिया एजेंसी रॉ के प्रमुख अनिल धस्‍माना उत्‍तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जनपद के रहने वाले हैं।

    देहरादून, [जेएनएन]: सैन्य बहुल उत्तराखंड के लिए 17 दिसंबर का दिन गौरवान्वित करने वाला रहा। यहां के दो सपूतों को देश की सुरक्षा से जुड़ी अहम जिम्मेदारियों से नवाजा गया है। इनमें नवनियुक्त थल सेना अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत और खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के प्रमुख अनिल कुमार धस्माना दोनों ही पौड़ी जिले के रहने वाले हैं। इससे राज्यवासी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन्स (डीजीएमओ) भी उत्तराखंड से ही हैं।
    थल सेनाध्यक्ष के लिए उपसेना प्रमुख बिपिन रावत और रॉ के प्रमुख पद के लिए वरिष्ठ आइपीएस अनिल कुमार धस्माना के नाम सबसे आगे चल रहे थे। शनिवार देर शाम दोनों के नाम की घोषणा होते ही समूचे उत्तराखंड में खुशी की लहर दौड़ गई। गौरव की यह सूचना मिलते ही प्रदेशवासियों का सीना फख्र से चौड़ा हो गया है।

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    बता दें कि अनिल कुमार धस्माना पौड़ी जिले के तोली गांव के मूल निवासी हैं, जबकि बिपिन रावत सैणागांव (द्वारीखाल ब्लॉक) के। खुशी इसलिए भी दोगुनी हो गई कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी उत्तराखंड के पौड़ी जिले से हैं, जबकि डीजीएमओ टिहरी जनपद से ताल्लुक रखते हैं।

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    प्रदेश के सिर यह ताज ऐसे समय पर सजे हैं, जब पूरा देश आतंक के खिलाफ डटकर खड़ा है। ऐसे समय में राज्य के सपूतों को राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रमुख पदों की कमान मिलना निश्चित तौर पर अभूतपूर्व उपलब्धि है।

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