बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्टों ने किया सचिवालय कूच, पुलिस ने रोका
बेरोजगार डिप्लोमा आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर सचिवालय कूच किया। इस दौरान पुलिस ने उन्हें कनक चौक पर बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया।
देहरादून, [जेएनएन]: बेरोजगार डिप्लोमा आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर सचिवालय कूच किया। इस दौरान पुलिस ने उन्हें कनक चौक पर बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। इस पर प्रदर्शनकारी वहीं धरने पर बैठ गए। अपनी मांग पूरी न होने पर अब उन्होंने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।
बेरोजगार डिप्लोमा आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष विजयपाल सिंह पयाल ने कहा कि पिछले काफी समय से 180 आयुर्वेद डॉक्टरों के साथ फार्मासिस्टों की नियुक्ति की मांग की जा रही है।
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इसके साथ ही एनएचएम के खाली 100 पदों पर भर्ती, आयुर्वेद बेरोजगार फार्मासिस्टों को लाइसेंस की व्यवस्था की भी मांग कई स्तर पर रखी गई। सचिव गुरु प्रसाद ने बताया कि अन्य मांगों के साथ ही उत्तराखंड में संचालित 180 हर्बल कंपनियों में आयुर्वेद फार्मासिस्टों की तैनाती अनिवार्य करने की भी मांग बार-बार की जा रही है। लेकिन उक्त मांगों पर कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
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उपाध्यक्ष सुभाष उनियाल ने कहा कि आयुष प्रदेश में आयुर्वेदिक प्रशिक्षकों को पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार का अवसर दिया जाना चाहिए। आयुष विभाग में पदों को नये ढांचे में स्वीकृत किया जाए। इसके अलावा जब तक समस्त बेरोजगार आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों को रोजगार की व्यवस्था न हो तब तक प्रशिक्षण संस्थानों में डिप्लोमा का प्रशिक्षण रोका जाए।
उन्होंने कहा कि हाल में इन मांगों पर शासन स्तर पर वार्ता हुई थी। तब कहा गया कि लाइसेंस से जुड़ी मांग केंद्र से संबंधित हैं। लिहाजा, केंद्र सरकार को पत्र भेजा जाएगा। वहीं, अन्य मांगों का भी परीक्षण कराया जा रहा है। लेकिन, अब तक इस ओर कार्रवाई नहीं की गयी। जिस कारण बेरोजगार आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों में रोष पनप रहा है।
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