पांच हजार से ज्यादा नकदी पर बैंक अफसरों की सवालों की बौछार
31 दिसंबर तक पुराने नोट जमा करने की मोहलत के बीच अगर कोई बैंक में पांच हजार से ज्यादा रकम जमा करने जा रहा है, तो बैंक अफसरों के सवालों की बौछार से कदम पीछे करने को मजबूर है।
देहरादून, [जेएनएन]: 'आपने अब तक यह पैसा बैंक में क्यों नहीं जमा कराया। क्या यह पैसा घर ही रखा था या फिर किसी ने आपको जमा कराने के लिए दिया है।' राजधानी देहरादून स्थित विभिन्न बैंक शाखाओं में पांच हजार से अधिक की राशि के 500 व 1000 के पुराने नोट जमा कराने पहुंचे लोगों को बैंक अधिकारियों के ऐसे ही सवालों का सामना करना पड़ा। कई लोग अपने जवाब से बैंक अधिकारियों को संतुष्ट न कर पाने की वजह से वापस भी लौटे।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने नई गाइडलाइन जारी की है कि अब 30 दिसंबर से पहले किसी भी बैंक खाते में 5000 रुपये से अधिक के पुराने नोट सिर्फ एक बार ही जमा किए जा सकेंगे। इससे अधिक राशि के पुराने नोट जमा कराने पर बैंक के दो अधिकारियों के सामने कारण बताना होगा कि यह पैसा जमा क्यों नहीं कराया गया। इस क्रम में दून में भी विभिन्न बैंक शाखाओं में इसके लिए दो-दो अधिकारी तैनात किए गए हैं, जो 5000 से अधिक के पुराने नोट जमा कराने वालों का बाकायदा 'साक्षात्कार' ले रहे हैं।
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पंजाब नेशनल बैंक की पटेलनगर शाखा में इस कार्य के लिए नियुक्त दो अफसरों ने जब 5000 से अधिक के पुराने नोट जमा कराने आए लोगों से सवाल किए तो कुछ चुपचाप दबे पांव वापस लौट गए। कुछ ने वाजिब कारण बताए तो इनकी रकम खातों में जमा करा दी गई।
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बैंक के मुख्य प्रबंधक एसके सिन्हा ने बताया कि जो भी खाताधारक पैसे जमा कराने आ रहे, उनसे रकम के बारे में पूरी जांच पड़ताल की जा रही है। बैंक अधिकारियों के संतुष्ट न होने पर पुराने नोट जमा नहीं कराए जा रहे।
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दूरस्थ क्षेत्रों में अब होगी पहल
शहरी क्षेत्रों में तो आरबीआइ के दिशा-निर्देश पहुंच गए और बैंक शाखाओं ने तुरत-फुरत व्यवस्था भी कर ली। लेकिन, उन क्षेत्रों में दिक्कत रही, जहां कनेक्टिविटी की समस्या है। बताया गया कि ऐसी शाखाओं में गाइडलाइन की हार्डकॉपी भेजी जा रही है और जल्द ही यह व्यवस्था अमल में आ जाएगी।
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