अब आधार कार्ड के बगैर नहीं दे सकेंगे मेडिकल की परीक्षा
मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए नीट के फार्म को अब छात्र आधार कार्ड के बगैर नहीं भर सकेंगे। इससे पहले ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम के रजिस्ट्रेशन पर भी आधार अनिवार्य किया गया था।
देहरादून, [जेएनएन]: मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए होने वाली नीट के फार्म भी छात्र बिना आधार के नहीं भर सकेंगे। ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) मेन के रजिस्ट्रेशन के लिए अभ्यर्थी का आधार कार्ड पहले ही अनिवार्य किया जा चुका है। इससे परीक्षा के दौरान होने वाली अनियमितताओं पर रोक लग सकेगी।
देशभर के सरकारी एवं निजी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस व बीडीएस के प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर पर नीट का आयोजन किया जाता है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) परीक्षा कराती है। खास बात यह कि आवेदन की अर्हता में इस बार आधार को भी शामिल किया जा रहा है।
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आधार को लेकर उत्तराखंड की स्थिति पर गौर करें तो देहरादून जनपद में ही करीब 30 फीसद लोगों के आधार कार्ड नहीं बन पाए हैं। ऐसे में राज्य के दुर्गम स्थानों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। अब वे छात्र चिंता में हैं, जिन्होंने आधार के लिए आवेदन तक नहीं किया है।
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बहरहाल परीक्षा में धांधली रोकने और छात्रों के सत्यापन के लिहाज से यह कदम महत्वपूर्ण बताया जा रहा है। वीआर क्लासेस के प्रबंध निदेशक वैभव राय का कहना है कि आने वाले समय में तकरीबन सभी परीक्षाओं में आधार की अनिवार्यता कर दी जाएगी।
नीट के अलावा जेईई, यूजीसी-नेट, कैट आदि में भी बिना आधार आवेदन अब नहीं होगा। ऐसे में बेहतर है कि छात्र समय पर आधार के लिए पंजीकरण करा लें और आधार नंबर ले लें। ताकि आवेदन का मौका हाथ से न जाए।
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यह होगा फायदा
-फर्जी विद्यार्थी नहीं भर पाएंगे परीक्षा फार्म।
-सूचनाओं के मिलान करने में आसानी।
-आधार कार्ड के आधार पर रहेगा बोर्ड के पास डाटा बेस
-मेडिकल संस्थानों को जानकारी देना आसान।
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