Opinion Poll : सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भाजपा को उत्तर प्रदेश में बड़ा लाभ
समाजवादी परिवार में घमासान के बाद सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी तीसरे स्थान पर खिसक गई है। चुनावी सर्वेक्षण में बहुजन समाज पार्टी के उत्तर प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहने के संकेत हैं।
लखनऊ (वेब डेस्क)। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना की सफल सर्जिकल स्ट्राइक का असर उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर भी पड़ेगा यह तय है। उत्तर प्रदेश के ताजा चुनावी सर्वेक्षण में भारतीय जनता पार्टी ने अब बढ़त बना ली है जबकि समाजवादी परिवार में घमासान के बाद प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी तीसरे स्थान पर खिसक गई है। इस चुनावी सर्वेक्षण में बहुजन समाज पार्टी के उत्तर प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहने के संकेत हैं।
उत्तर प्रदेश के ताजा चुनावी सर्वेक्षण में भारतीय जनता पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी पर बड़ी बढ़त बना ली है। इससे पहले के एक सर्वेक्षण में इनके बीच नेक टू नेक फाइट थी।
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भारतीय जनता पार्टी अब बहुमत की ओर बढ़ रही है। एक प्राइवेट न्यूज चैनल के इस ओपिनियन पोल के मुताबिक अगर आज चुनाव हुए तो भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में 170-183 सीटें मिल सकती हैं जबकि मायावती की बहुजन समाज पार्टी को अब तो महज 115-124 सीटें ही हासिल होंगी। हालांकि 21 परसेंट मुस्लिम वोटर बीएसपी को वोट कर सकता है।प्रदेश के 70 परसेंट दलितों का कहना है कि वे हाथी के साथ हैं।
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अब प्रदेश में ओबीसी और फॉरवर्ड क्लास भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में हैं। सर्वे में कहा गया है कि यादवों को छोड़कर 44 परसेंट अन्य पिछड़ा वर्ग बीजेपी को वोट करने के पक्ष में है। इतना ही नहीं 61 परसेंट फॉरवर्ड क्लास भी मजबूती से भारतीय जनता पार्टी के साथ खड़ा दिख रहा है। प्रदेश के 70 परसेंट दलितों का कहना है कि वे हाथी के साथ हैं।
एक्सिस-माय-इंडिया के इंडिया टुडे ग्रुप के लिए सर्वेक्षण को पांच सितम्बर से पांच अक्टूबर के बीच कराया गया। इस सर्वे में 403 विधानसभा क्षेत्रों में 22,231 लोगों से फेस-टू-फेस बात की गई थïी। उनकी राय के मुताबिक ही अब का यह ताजा सीन है।
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सर्वे में कहा गया है कि हाल ही में पार्टी में मचे घमासान के बाद सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी को जबरदस्त झटका लगा है। ओपिनियन पोल के मुताबिक समाजवादी पार्टी को 94 से 103 सीट हासिल हो सकती है। यादव वर्ग अब भी समाजवादी पार्टी के साथ है। प्रदेश में मुस्लिम वोटर भी समाजवादी पार्टी को वोट करने की बात कर रहा है। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की नैया प्रशांत किशोर भी पार लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। कांग्रेस को तो अब आठ से 12 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।
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देश में दलितों के खिलाफ बढ़े अत्याचार की वजह से बीजेपी को जबरदस्त झटका लगा है। दलितों को अपने पाले में लाने की उसकी सभी कोशिशें नाकाम होती दिख रही हैं। प्रदेश के 70 परसेंट दलितों का कहना है कि वे हाथी के साथ हैं।
मुख्यमंत्री के रूप में मायावती पहली पसंद
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में लोगों को सर्वाधिक पसंद हैं। उनके प्रदेश में हर शासन को लोग अभी भी याद करते हैं। लोगों ने मायावती को अपनी पहली पसंद बताया। प्रदेश के 31 परसेंट लोग माया को अगले मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं जबकि 27 परसेंट लोगों ने अखिलेश को पसंद किया।
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गृहमंत्री राजनाथ सिंह 18 परसेंट लोगों की पसंद हैं तो हिंदूवादी छवि के योगी आदित्यनाथ को 14 परसेंट लोगों अगले मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। कांग्रेस की सीएम कैंडिडेट शीला दीक्षित को तो लगता है कांग्रेसी ही पसंद नहीं कर रहे हैं। वह एक प्रतिशत लोगों की पसंद हैं।
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