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स्वामी प्रसाद के जाने से कोई बसपा को नुकसान नहीं, मौर्य गद्दार व स्वार्थी : मायावती

लखनऊ मेें बसपा विधायकों की बैठक में मायावती ने साफ कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के जाने से पार्टी को जरा सा भी नुकसान नहीं होगा।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2016 12:29 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2016 02:34 PM (IST)
स्वामी प्रसाद के जाने से कोई बसपा को नुकसान नहीं, मौर्य गद्दार व स्वार्थी : मायावती

लखनऊ (बेव डेस्क)। उत्तर प्रदेश में राजनीति के पंहित भले ही स्वामी प्रसाद मौर्य के बसपा को छोडऩे को बड़ा झटका मानते हैं, लेकिन सुप्रीमो मायावती की राय इससे जुदा है। आज लखनऊ मेें बसपा विधायकों की बैठक में मायावती ने साफ कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के जाने से पार्टी को जरा सा भी नुकसान नहीं होगा।

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लखनऊ में आज पार्टी कार्यालय, माल एवेन्यु में मायावती ने विधायकों के साथ बैठक में उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव के साथ ही नेता प्रतिपक्ष के नाम पर चर्चा की।

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इस दौरान ही उनका जोर स्वामी प्रसाद मौर्य पर ही था। मायावती ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी से जाने पर पार्टी तथा हमारे मिशन को जरा सा भी नुकसान नहीं है। स्वामी प्रसाद को पहले भी अम्बेडकर और पार्टी मूवमेंट से का कोई मतलब नही था। मायावती ने कहा कि बहुजन समाज स्वामी प्रसाद को कभी माफ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य चिल्ला-चिल्ला कर सिर्फ हवाई बात करता है। स्वामी प्रसाद जैसों के जाने से पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। वह तो पुराना दलबदलु है। लोकदल से मुलायम के साथ गया और फिर बसपा में आ गया।

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मायावती ने कहा कि आज भी बैठक में नेता प्रतिपक्ष चुना जाएगा। विधायक अपने नेता का चुनाव करेंगे। बैठक नेता प्रतिपक्ष चुनने के लिए बैठक बुलाई गई है। नेता प्रतिपक्ष चुनने के बाद प्रेस नोट जारी करेंगे। मायावती ने कहा कि 22 जून को स्वामी प्रसाद ने पार्टी छोड़ी, इसके बाद से ही नेता प्रतिपक्ष का पद खाली है।

सिर्फ परिवार को बढ़ावा दिया

मायावती ने कहा कि स्वामी प्रसाद पार्टी तथा बहुजन समाज के प्रति कभी की ईमानदार नहीं रहा। वह तो उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पक्ष नहीं रखता था। लड़का व लड़की के बाद अब वह दामाद के टिकट के लिए परेशान था। इसके बाद भी पार्टी के कुछ लोगों के कहने पर दो साल पहले स्वामी को पार्टी से नहीं निकाला था। मायावती ने कहा कि उसको एक वर्ष पहले ही सुधर जाने की चेतावनी भी दी गई थी।

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बसपा मुखिया ने कहा कि स्वामी प्रसाद ने हमेशा सिर्फ व्यक्तिगत स्वार्थ ही देखा। इसी कारण से उसने पार्टी को भी छोड़ दिया। उसको तो पार्टी से बाहर करने की तैयारी भी थी। बसपा मुखिया ने कहा कि कभी भी एक व्यक्ति की गलती समाज को नहीं दी जाती है। पार्टी में हमेशा ही मौर्य, सैनी, शाक्य व कुशवाहा समाज को सम्मान मिलता था और आगे भी उतना ही मिलता रहेगा।

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मायावती ने कहा कि बहुत से लोग पार्टी छोडऩे के बाद माफी मांगते हैं। लोगों को इससे सीख लेनी चाहिए कि पार्टी छोडऩे वालों के साथ समाज के लोग नहीं गए। उन्होंने कहा कि यह देखा गया है कि बहुजन समाज पार्टी छोडऩे वालों को राजनीतिक पतन हो गया है। वह सभी लोग खत्म हो गये। स्वामी का भी यही हाल होगा। पहले पार्टी छोडऩे वालों का कहीं पर भी अता-पता नहीं है, स्वामी प्रसाद का भी यही होगा। स्वामी प्रसाद मौर्य गद्दार और स्वार्थी है।


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