आज ही बंद कर दें पब्लिक पोर्ट पर स्मार्टफोन चार्ज करना, कहीं हैक न हो जाए आपकी निजी जानकारी
जैसे ही आप अपना स्मार्टफोन किसी भी चार्जिंग सॉकेट से कनेक्ट करते हैं जो कि हैक्ड है तो आपका स्मार्टफोन भी इन्फेक्टेड हो सकता है और आपके स्मार्टफोन का सारा डाटा लीक हो सकता है
नई दिल्ली। जैसे ही आपका स्मार्टफोन 10 प्रतिशत बैटरी बताता है, आपके दिल की धड़कनें बढ़ने लग जाती है, लेकिन जब आपको कहीं फोन चार्ज करने पब्लिक पोर्ट मिल जाता है, तो खुशी का ठिकाना नहीं रहता। आप तुरंत जाकर अपने स्मार्टफोन को चार्जिंग में लगा देते हैं। लेकिन आपको बता दें कि हो सकता है कि स्मार्टफोन का सारा डाटा हैक हो जाए। फोन को हैक्ड चार्जिंग सॉकेट में लगाते ही डाटा लीक हो सकता है।
सिक्योरिटी फर्म Authentic8 के मुताबिक, जैसे ही आप अपना स्मार्टफोन किसी भी चार्जिंग सॉकेट से कनेक्ट करते हैं जो कि हैक्ड है तो आपका स्मार्टफोन भी इन्फेक्टेड हो सकता है और आपके स्मार्टफोन का सारा डाटा लीक हो सकता है। एयरपोर्ट, प्लेन, कॉन्फ्रेंस सेंटर और पार्क जैसी जगहों पर पब्लिक चार्जिंग स्टेशन और पब्लिक वाइ-फाइ एक्सेस प्वाइंट्स आसानी से मौजूद होती है। ताकि लोगों को उनके स्मार्टफोन का एक्सेस और डाटा मिलता रहे।
सिक्योरिटी फर्म ने दावा किया है कि जिस कॉर्ड को आप अपने स्मार्टफोन को चार्ज करने के लिए इस्तेमाल करते हैं वही कॉर्ड फोन से डाटा दूसरे डिवाइसेस में भेजने के भी काम आता है। हैकर्स आपके स्मार्टफोन के चार्जिंग में लगते ही आपकी सारी जानकारी आप से चुरा लेते हैं। इसमें आपके ई-मेल्स, टेक्स्ट मैसेजेस, फोटोज और कॉन्टैक्ट्स हो सकते हैं। ये 'ज्यूस जैकिंग' कहलाता है। इस टर्म को 2011 में खोजा गया था। पिछले साल टर्म वीडियो जैकिंग भी खोजा था जिसमें हैकर्स हैक्ड पोर्ट का उपयोग कर फोन के वीडियो डिस्प्ले को हैक कर लेते हैं।
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