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    सेना के जवानों को समझ लिया संदिग्‍ध आतंकी, तनीं राइफलें

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Wed, 13 Jan 2016 10:44 AM (IST)

    आतंकी हमले के बाद प्रदेश में भय का माहौल है आैर लोग काफी चौकस हैं। इस वजह से कई बाद बेवजह की सनसनी फैल जाती है। मंगलवार को फिरोजपुर सैन्‍य छावनी के पास सेना के दो जवानों काे संदिग्‍ध आतंकी समझ लेने से कई घंटे तक हड़कंप की हालत रही।

    जागरण संवाददाता, फिरोजपुर। पठानकोट में आतंकी हमले के बाद से लाेगों में किस कदर भय व्यापक है उसका नमूना यहां देखने को मिला। यहां सेना के सिग्लनमैन टेलीफोन लाइन चेक कर रहे थे और लोगों ने उन्हें संदिग्ध आतंकी समझ पुलिस व सेना के अधिकारियों को फोन कर दिया। इसके बाद सेना व पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेर कर सर्च अभियान शुरू कर दिया। बाद में, असलियत का पता चला।

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    एक व्यक्ति ने मंगलवार सुबह कैंटोनमेंट बोर्ड की एक इमारत में लगभग 10.30 बजे सैन्य वर्दी में दो संदिग्ध लोगों के देखे जाने की बात फोन कर पुलिस व सेना के अध्ािकारियों को बताई। इससे हड़कंप मच गया अौर सेना के जवानों ने 400 मीटर क्षेत्र को सील कर गहन सर्च अभियान चलाया।

    फिरोजपुर आर्मी कैंट के बाहर सर्च आपरेशन में जुटे सेना के जवान।

    हुआ यह कि लालकुर्ती चौराहे के पास स्थित डीसीएम जैन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के मालिक दीपक जैन के घर में संदिग्ध देखे जाने की बात घर के पिछले हिस्से की ओर रहने वाले अश्वनी कुमार नामक व्यक्ति ने सेना व पुलिस को बताई। इसके बाद सेना हरकत में आई और पूरे हिस्से को सैकड़ों जवानों ने हथियारों सहित कवर कर सील कर दिया। इसके बाद सर्च अभियान शुरू हुआ।

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    मामले की सूचना मिलने पर पुलिस विभाग के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और सेना के घेरे के बाहर सभी रास्तों पर पुलिस के हथियारबंद कर्मियों ने मोर्चा संभाल लिया। जिस घर में संदिग्ध देखे जाने की बात की जा रही थी, उसके मालिक दीपक जैन के भतीजे अमित ने बताया कि उनके घर के अंदर व बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। सेना के दो दर्जन से अधिक अधिकारियों ने उनके घर का जायजा लिया और घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी।

    सर्च अापरेशन के दौरान पोजिशन लिए सेना आैर पुलिस के जवान।

    जांच के बाद अधिकारियों ने बताया कि जिन्हें सेना की वर्दी में संदिग्ध आंतकवादी बताया जा रहा था, वे सेना के सिग्नल कोर के जवान हैं। इसके बाद सेना व पुलिस के अधिकारियों ने राहत की सांस ली और क्षेत्र की नाकेबंदी खत्म कर दी।

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    उधर, एसएसपी हरदयाल ङ्क्षसह मान ने बताया कि सुबह के समय सेना की वर्दी में संदिग्ध देखे जाने की अफवाह के बाद सेना व पुलिस द्वारा सभी सुरक्षा उपाय एहतियातन किए गए थे। उन्होंने बताया कि सेना की जांच में जिन्हें संदिग्ध बताया जा रहा था, वे सेना के सिग्नल कोर के जवान निकले। वहीं, पुलिस द्वारा जिले भर में अतिरिक्त सुरक्षा बरती जा रही है।
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    स्कूलों ने की छुट्टी
    जिस जगह पर संदिग्धों के देखे जाने की बात की जा रही थी, उसके आसपास तीन बड़े स्कूल (डीसीएम जैन सीसी स्कूल, ग्रामर स्कूल व एमएलएम हाई स्कूल) हैं। इनमे दो हजार से अधिक विद्यार्थी पढ़ते हैं। जिस समय संदिग्धों के उक्त जगह पर देखे जाने की बात हुई, उस समय स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे थे। सेना की कार्रवाई देखते हुए बड़ी संख्या में अभिभावक बच्चों को स्कूलों से लेने के लिए पहुंच गए। अभिभावकों के दबाव व स्कूल की छतों पर सेना के जवानों के तैनात होने को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी कर दी गई।