पाकिस्तान में सेना और सरकार के बीच सौहार्द से निपटेंगे मतभेद
अक्टूबर 2016 में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनों के सवाल पर सेना और सरकार में तड़का-भड़की हो गई थी।
इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा डॉन अखबार में प्रकाशित खबर से पैदा हुई तल्खी को सौहार्दपूर्ण तरीके से खत्म करेंगे।
अक्टूबर 2016 में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनों के सवाल पर सेना और सरकार में तड़का-भड़की हो गई थी। इस तड़का-भड़की की खबर डॉन अखबार ने छाप दी। इसको लेकर हड़कंप मच गया। सूचना मंत्री को हटाया गया और पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट में प्रधानमंत्री के विदेशी मामलों के सलाहकार तारिक फातमी को खबर लीक करने का जिम्मेदार पाया गया। हाल ही में फातमी को उनके पद से बर्खास्त किया गया लेकिन प्रधानमंत्री के इस कदम को सेना ने अपर्याप्त माना।
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बाकायदा बयान जारी करके रिपोर्ट की सारी संस्तुतियों को लागू करने की मांग की। इससे शक्तिशाली सेना वाले पाकिस्तान का सियासी पारा चढ़ गया। बुधवार को वाट्सएप पर चल रह एक भाषण पर नवाज शरीफ रावलपिंडी पुलिस ने प्रधानमंत्री के खिलाफ शिकायत रोजनामचे में दर्ज कर ली। इस भाषण में प्रधानमंत्री सेना के खिलाफ बोलते सुनाई दे रहे हैं। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री की इच्छा पर जनरल बाजवा के साथ गुरुवार रात उनकी बैठक हुई।
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बैठक में सेना और सरकार के बीच के मतभेदों पर चर्चा हुई। सहमति बनी कि डॉन लीक्स समेत सभी मसलों को सौहार्दपूर्ण वातावरण में निपटाया जाए। प्रधानमंत्री निवास और सेना की ओर से इस मुलाकात पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
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