इस भारतीय लड़की का आईक्यू आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग से भी ज्यादा
मेनसा टेस्ट में 140 अंक से अधिक पाने वाले को विशिष्ट प्रतिभाशाली माना जाता है। राजगौरी ने 162 अंक हासिल किए।
लंदन, प्रेट्र। इंग्लैंड में भारतवंशी लड़की ने आइक्यू के मामले में महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन को भी पछाड़ दिया है। ब्रिटिश मेनसा आइक्यू टेस्ट में 12 वर्षीय छात्रा राजगौरी पवार का आइक्यू आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग से ज्यादा पाया गया।
राजगौरी ने पिछले महीने मैनचेस्टर में ब्रिटिश मेनसा आइक्यू टेस्ट में हिस्सा लिया था। उसे 162 अंक मिले, जो कि 18 वर्ष से कम उम्र के किसी बच्चे के लिए सर्वाधिक संभावित अंक हैं। मेनसा टेस्ट में 140 अंक से अधिक पाने वाले को विशिष्ट प्रतिभाशाली माना जाता है। राजगौरी ने 162 अंक हासिल किए, जो आइंस्टीन और हॉकिंग से भी दो अंक अधिक है।
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मेनसा टेस्ट में शामिल होने वाले बमुश्किल एक फीसद बच्चे ही इस स्तर को पाते हैं। मेनसा के मुताबिक, दुनियाभर में ऐसे सिर्फ 20 हजार लोग हैं। इस शानदार प्रदर्शन के बाद राजगौरी को ब्रिटिश मेनसा आइक्यू सोसायटी का सदस्य बनाया गया है।
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राजगौरी के पिता डॉ. सूरज कुमार पवार ने कहा कि बिना अध्यापकों के सहयोग के राजगौरी के लिए यह उपलब्धि पाना संभव नहीं था।