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    सिख खिलाड़ियों से पगड़ी उतरवाने पर खेल मंत्रालय सख्त

    By Edited By:
    Updated: Thu, 24 Jul 2014 12:23 PM (IST)

    चीन में हुए पांचवें फीबा एशिया कप में चीन पर ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाली भारतीय बास्केटबॉल टीम के सिख खिलाड़ियों के साथ हुए भेदभाव और अपमान पर भारत ने सख्त रवैया अपनाया है। भारतीय बास्केटबॉल संघ (बीएफआइ) ने अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल संघ के सामने सख्ती से यह मामला उठाया है, जबकि खेल मंत्रालय

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। चीन में हुए पांचवें फीबा एशिया कप में चीन पर ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाली भारतीय बास्केटबॉल टीम के सिख खिलाड़ियों के साथ हुए भेदभाव और अपमान पर भारत ने सख्त रवैया अपनाया है।

    भारतीय बास्केटबॉल संघ (बीएफआइ) ने अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल संघ के सामने सख्ती से यह मामला उठाया है, जबकि खेल मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक परिषद (आइओसी) से इसकी शिकायत की है। बीएफआइ के प्रवक्ता ने कहा कि हमने अंतरराष्ट्रीय संघ को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है और हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। केंद्रीय खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, 'मैं इस घटना से आश्चर्यचकित और गुस्से में हूं। पगड़ी बांधने से मैच पर कोई असर नहीं होता है और अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में इस पर सवाल नहीं उठाए जा सकते। यह घटना गुस्सा पैदा करने वाली है। हमने बीएफआइ से बात की है और विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। इसके अलावा आइओसी से भी हमने इस मामले का संज्ञान लेने को कहा है।'

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    12 जुलाई को मैच से पहले भारत के सिख खिलाड़ियों अमृतपाल सिंह और अमजोत सिंह को पगड़ी उतारने के लिए कहा गया। जापान के खिलाफ मैच में दोनों को ऐसा नहीं करने पर कोर्ट में एंट्री करने से रोका गया। मैच के अधिकारियों ने बताया कि वे इंटरनेशनल बास्केटबॉल फेडरेशन के नियमों को तोड़ रहे हैं और उन्हें पगड़ी पहनकर खेलने की इजाजत नहीं दी जा सकती। फीबा का आर्टिकल 4.4.2 बताता है कि खिलाड़ी मैच के दौरान ऐसी चीजों को धारण नहीं कर सकते, जिससे अन्य किसी खिलाड़ी के घायल होने की आशंका हो। इसका मतलब साफ है कि सिर की टोपी, बालों से जुड़ी चीजें या जूलरी पहनकर खेलने की इजाजत नहीं दी जा सकती। भारत के अमेरिकन कोच स्कॉट फ्लेमिंग की अपील को भी बंद कानों से सुना गया। दोनों खिलाड़ियों को पहले क्वार्टर में खेलने की इजाजत तभी मिली जब उन्होंने अपनी पगड़ी उतार ली। इस अपमान के बावजूद, अमृतपाल ने मैच में 15 अंक का स्कोर किया। 23 साल के अमृतपाल ने कहा कि इससे पहले हमने हर मैच पगड़ी में ही खेला है। पिछले साल मनीला में एशिया चैंपियनशिप और हाल ही में गोवा में लुसोफॉनिया गेम्स भी मैं पगड़ी के साथ ही खेला। मैं पगड़ी को अभ्यास में भी पहनता हूं, लेकिन गेम के दौरान इसे न पहनने देना सचमुच हैरान करता है। अमजोत सिंह ने कहा कि पगड़ी सिख धर्म का हिस्सा है, जिसे उतरवाना वाकई गलत है।

    किसने क्या कहा:

    'इससे शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता। भारत सरकार को तुरंत चीन से बात करनी चाहिए।'

    -मनीष तिवारी (पूर्व केंद्रीय मंत्री)

    'यह किसी भी तरह से नस्ली हमले से कम नहीं है।'

    -हरसिमरत कौर बादल (अकाली दल नेता)

    ये भी पढ़ें: चीन में सिख खिलाड़ियों का हुआ अपमान, पगड़ी उतारने को कहा गया

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