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आश्रम नहीं, कुकृत्यों का अड्डा, बंधक बना दुराचार करते थे कमांडो

रामपाल की गिरफ्तारी के बाद देर रात सतलोक आश्रम में तलाशी के दौरान पुलिस को कंडोम, महिला शौचालयों में खुफिया कैमरे, नशीली दवाएं, बेहोशी की हालत में पहुंचाने वाली गैस, अश्लील साहित्य समेत भारी तादाद में आपत्तिजनक सामग्री मिली।

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Thu, 20 Nov 2014 06:04 AM (IST)Updated: Thu, 20 Nov 2014 04:30 PM (IST)
आश्रम नहीं, कुकृत्यों का अड्डा, बंधक बना दुराचार करते थे कमांडो

हिसार, जागरण टीम। रामपाल की गिरफ्तारी के बाद देर रात सतलोक आश्रम में तलाशी के दौरान पुलिस को कंडोम, महिला शौचालयों में खुफिया कैमरे, नशीली दवाएं, बेहोशी की हालत में पहुंचाने वाली गैस, अश्लील साहित्य समेत भारी तादाद में आपत्तिजनक सामग्री मिली।

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महिलाओं के शौचालय में कैमरे की नजर

आश्रम में महिलाओं पर कैमरे से नजर रखी जाती थी। आश्रम के मुख्य द्वार के साथ बने महिला शौचालय के बाहर लगे कैमरे का मुंह भी अंदर की तरफ किया गया था। शौचालय में पुलिस को कंडोम भी मिले हैं। आश्रम के अंदर नाइट्रोजन गैस की बदबू आ रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इसे खतरनाक बताते हुए नशीली गैस भी बता रहे हैं। रामपाल की गिरफ्तारी के बाद लाउडस्पीकर से लोगों को बाहर निकलने की घोषणा की। मगर कोई भी समर्थक आश्रम से बाहर नहीं आया। पुलिस ने गेट पर जाकर जांच की। कोई भी गेट नहीं खुला। उसके बाद दरवाजे के पास बने महिला शौचालय की जांच शुरू हुई। पुलिस के शौचालय को देखकर होश उड़ गए।

पुलिस ने इसके बाद एक कमरे की तलाशी ली। पुलिस ने इसके बाद एक कमरे की तलाशी ली। इसमें एक व्यक्ति छिपा हुआ मिला। पुलिस को देखकर व्यक्ति ने उसे बचाने की बात कही। कमरे में अनेक मशीनें, सिलेंडर पड़े थे। चिकित्सकों ने जांच की तो उसमें नाइट्रोजन गैस की बदबू आ रही थी।

दुराचार करते थे सतलोक आश्रम के कुछ कमांडो

बुधवार को आश्रम से बाहर आने पर महिलाओं ने भी चौंकाने वाले अनेक खुलासे किए। उनके अनुसार निजी कमांडो उन्हें बंधक बनाकर दुराचार तक करते थे। विरोध करने पर कई दिनों तक पहनने को कपड़े तक नहीं दिया था। ऐसी जगह रखते थे कि किसी तक उनकी आवाज नहीं पहुंच सकती थी। पुलिस ने भी मामले की पुष्टि की है। उनके अनुसार महिलाएं यहां दवाई लेने भी आती थीं लेकिन उनके साथ दुराचार किया जाता था।

एक टाइम खाना

आश्रम से बाहर आए समर्थकों ने बताया कि उन्हें एक टाइम खाना दिया जाता था। बच्चों के लिए दूध भी नहीं था। जब खाना-दूध मांगते थे, तो उन्हें दुत्कार मिलती थी। ऐसे में जैसे-तैसे आश्रम में रहकर आजाद होने की दुआ करते थे।

आश्रम में राशन का ढेर

रामपाल ने विवाद होने से पहले राशन का ढेर लगा लिया था। रामपाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने खिड़की से झांक कर देखा तो अंदर काफी मात्रा में राशन पड़ा था। इसमें मुख्य रूप से चावल, दाल आदि सामान के पैकेट हैं।

अवैध है सतलोक आश्रम

12 एकड़ में पांच साल पहले बना सतलोक आश्रम अवैध है। इसका कोई नक्शा पास नहीं है।

रोहतक के करौंथा में 2006 हुए बवाल के तीन साल बाद ही बरवाला के करीब 12 एकड़ जमीन पर आश्रम का निर्माण किया था। निर्माण ऐसा कि कोई आजतक इसको समझ नहीं पाया है। अदालत में पेश नहीं होने पर गिरफ्तारी वारंट जारी होने और कार्रवाई के बाद आश्रम के कागज खंगाले गए तो इसके अवैध होने का पता चला। पांच साल से आजतक आश्रम के बारे में किसी ने सुध नहीं ली थी।

अवैध रूप से आश्रम तैयार हुआ और अब वह प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गया हैं। इसके अलावा आश्रम की बसों का भी प्रशासन के पास कोई रिकार्ड नहीं है। अब इस मामले की जांच भी बैठेगी आखिर यह आश्रम खड़ा कैसे हो गया।

जिला उपायुक्त एमएल कौशिक ने बताया कि आश्रम का कोई भी नक्शा पास नहीं हुआ है। बसों की भी प्रशासन के पास कोई जानकारी नहीं है। इसमें किस की लापरवाही है उसकी भी जांच होगी।

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