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    जुर्माने के साथ WCF को मंजूरी, श्री श्री ने कहा फैसला मंजूर नहीं,करेंगे अपील

    By Kamal VermaEdited By:
    Updated: Wed, 09 Mar 2016 09:17 PM (IST)

    एनजीटी ने आर्ट ऑफ लिविंग पर 5 करोड़ का जुर्माना लगाते हुए आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के होने वाले विश्व संस्कृति महोत्सव के आयोजन को मंजूरी दे दी है। आर्ट ऑफ लिविंग के अलावा ट्रिब्यूनल ने डीडीए पर पांच लाख व दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति पर एक लाख का

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    नई दिल्ली। एनजीटी ने आर्ट ऑफ लिविंग पर 5 करोड़ का जुर्माना लगाते हुए आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के होने वाले विश्व संस्कृति महोत्सव के आयोजन को मंजूरी दे दी है। लेकिन श्री श्री रविशंकर ने कहा कि वो ट्रिब्यूनल के फैसले से खुश नहीं हैं। और उसके खिलाफ अपील करेंगे।

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    एनजीटी के आदेश की खास बातें

    -एनजीटी ने विश्व संस्कृति महोत्सव के आयोजन को दी मंजूरी

    -एनजीटी ने आर्ट ऑफ लिविंग पर 5 करोड़ का जुर्माना

    - कार्यक्रम के बाद आर्ट ऑफ लिविंग को बनाना होगा बायोडायवर्सिटी पार्क

    - ट्रिब्यूनल ने डीडीए पर लगाया 5 लाख का जुुर्माना

    - ट्रिब्यूनल दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति पर एक लाख का जुर्माना लगाया

    - भविष्य में इस तरह के कार्यक्रम को मंजूरी न दे कोई एजेंसी

    - यमुना में न किया जाए एन्जाइम का इस्तेमाल

    - ऑर्ट ऑफ लिविंग को यमुना में एन्जाइम का इस्तेमाल न करने के लिए कल तक एनजीटी में हलफनाम देना है।

    यमुना किनारे बायो डायवर्सिटी पार्क बनाएंगे: श्री श्री रविशंकर

    आयोजन को लेकर आर्ट ऑफ लिविंग की तरफ से एनजीटी को खर्च का ब्योरा दिया गया है। ट्रिब्यूनल में सुनवाई के दौरान आर्ट ऑफ लिविंग की तरफ से कहा गया है कार्यक्रम स्थल को बनाने में 15.63 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं जबकि इसकी सजावट में 10 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।

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    एनजीटी ने सुनवाई के दौरान वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को जवाब दाखिल नहीं करने पर फटकार लगाई है। मामले पर एनजीटी ने यह भी कहा है कि यमुना की बदबू खत्म करने के लिए एन्जाइम का इस्तेमाल किया गया है।

    केजरीवाल ने किया फैसले का स्वागत

    विश्व संस्कृति महोत्सव के आयोजन को लेकर एनजीटी से मंजूरी मिलने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फैसले का स्वागत किया है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि फैसला आने को बाद कार्यक्रम को लेकर चल रही राजनीति व विवाद का अंत होना चाहिए। सीएम ने ट्वीट किया कि यह एक बड़ा सांस्कृतिक है जिसमें दुनिया भर के 155 देशों से लोग हिस्सा लेने दिल्ली आएंगे, दिल्ली सभी मेहमानों का स्वागत करती है।

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    गौरतलब है कि यमुना किनारे 11 से 13 मार्च तक होने वाले इस महोत्सव में शिरकत करने से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पहले ही इन्कार कर चुके हैं। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे या नहीं, इस पर भी सवाल उठने लगे हैं।

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    11 मार्च से होना है आयोजन

    श्री श्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के 35 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 11 से 13 मार्च तक यमुना किनारे (मयूर विहार फेज-1) विश्व संस्कृति महोत्सव का आयोजन होना है। महोत्सव के खिलाफ यमुना जिए अभियान एनजीओ के संयोजक मनोज मिश्र समेत अन्य पर्यावरणविदों ने याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि महोत्सव स्थल पर एनजीटी के आदेश का उल्लंघन किया जा रहा है।

    आएंगे 155 देशों के लोग

    महोत्सव में करीब 155 देश के कई लाख लोगों के आने की संभावना जताई जा रही है। इसमें राष्ट्रपति को भी सम्मिलित होना था, लेकिन कार्यक्रम के विवादों से घिरने पर उन्होंने आना स्थगित कर दिया।

    गृह मंत्रालय ने दिए निर्देश

    गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को महोत्सव की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने का निर्देश दिया है ताकि भगदड़ जैसी स्थिति न बन सके।

    दिल्ली सरकार की अर्जी पर बना पुल

    नई दिल्ली। दिल्ली में यमुना किनारे होनेवाले आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के कार्यक्रम के लिए सेना ने दिल्ली सरकार के कहने पर पुल बनाया था। दिल्ली सरकार में संस्कृति और जल विभाग के मंत्री कपिल मिश्रा ने देश के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को पत्र लिखकर पंटून पुल बनाने के लिए सेना की मदद मांगी थी। उन्होंने समारोह के दौरान यातायात काबू में रखने के लिए यमुना पर अस्थायी पुल बनाने में मदद के लिए पत्र लिखा था।

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